मेरे पड़ोस में एक आंटी रहती है। उनके पति बैंक में काम करते है तो सुबह ही निकल जाते है और फिर शाम को ही घर वापिस आते है। वो आंटी मुझे बहुत अच्छी लगती थी और मैं कई बार उनके नाम की मूठ मारा करता था। फिर मैंने सोचा के मूठ मारने से काम नहीं चलने वाला है। आंटी की चुदाई की जाए तो बात बने। फिर मैं आंटी को चोदने की प्लानिंग करने लगा और आंटी पर नजर रखने लगा। फिर एक बार जब मैं अपने घर आ रहा था तो हमारी सोसाइटी के गार्ड ने मुझे एक लेटर दिया। वो लेटर आंटी के घर देना था। तो मैं फिर वो लेटर लेकर खुशी खुशी आंटी के घर जाने लगा।
फिर मैं आंटी के घर पहुँच गया और आंटी के घर कि घंटी बजाई और फिर जब आंटी ने गेट खोला तो मैं आंटी को देखता ही रह गया। आंटी ने तब एक नाइटी पहन रखी थी उसमें से आंटी के कुछ कुछ बूब दिख रहे थे। फिर मैंने आंटी को वो लेटर दिया और मेरी नजर आंटी के बोबो से हट ही नहीं रही थी। फिर आंटी ने जब मुझे बूब घूरते देखा तो आंटी हंसने लगी और फिर मुझे अंदर आने के लिए कहा। फिर आंटी ने मेरे बारे में पूछा और फिर हम बातें करने लगे। फिर मैंने आंटी को हिम्मत करके एक गुलाब दिया जो की मैंने आंटी के घर से ही लिया था और वो गुलाब आंटी को देकर प्रपोज कर दिया।
ये देखकर आंटी जोर जोर से हँसने लगी। फिर आंटी ने मेरा गुलाब ले लिया। फिर कुछ देर बाद मैं वापिस आ गया। फिर मैं हर दिन कुछ न कुछ बहाना बनाकर आंटी के घर जाने लगा। आंटी अकेली होती थी तो फिर आंटी को भी मेरा साथ अच्छा लगने लगा। फिर हम दोनों खूब बात करते। फिर आंटी ने मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में पूछा तो मैंने कहा के नहीं है। फिर आंटी ने पूछा के अभी तक सेक्स नहीं किया है तो मैंने नहीं में सिर हिला दिया। ये सुनकर आंटी खुश हुई। फिर आंटी बोली के करना है। फिर मैं बोला के हाँ। फिर आंटी खड़ी होकर अपने कमरे में जाने लगी और मुझे भी आने के लिए कहा। फिर हम आंटी के कमरे में गए तो फिर आंटी ने अपनी नाइटी उतार दी। आंटी को नंगी देखकर मैं देखता ही रह गया। फिर मैं आंटी के बूब चूसने लगा और आंटी मेरा लंड सहलाने लगी। फिर मैं भी नंगा हो गया।
मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा था के आंटी मेरे सामने नंगी है। फिर मैं भी नंगा हो गया तो आंटी मेरा लंड चूसने लगी। फिर आंटी लेट गई और मेरा लंड पकड़कर अपनी चुत पर लगाया तो मैंने धक्का मारकर लंड चुत मे डाल दिया और फिर मैं आंटी को चोदने लगा। फिर कुछ देर की चुदाई के बाद मैं झड़ गया। आंटी मेरी चुदाई से काफी खुश हुई। फिर हमने एक राउन्ड और किया। फिर उस दिन मैंने आंटी को 4 बार चोदा। फिर आंटी मुझे अंकल के जाने के बाद बुला लेती और फिर हम रोज चुदाई करते। इस प्रकार हम कई महीनों तक मजे करते रहे। फिर अंकल का ट्रांसफ़र हो गया तो वो वहाँ से चले गए। पर मुझे हमेशा उन आंटी की याद आती रहती है।
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