फिर सुबह सब नरेश के दोस्त की बारात की तैयारियां करने लगे। उधर सपना भी तैयार होने लगी पर उसके पास पहनने के लिए कोई अच्छे से कपड़े नहीं थे। क्योंकि वो अचानक से शादी में आई थी। फिर सपना ने दिमाग लगाया और नीचे चुन्नी जो कि एक ट्रांसपेरेंट कपड़ा होता जिसे गांव की औरतें सिर पर ओढ़ती है और घूंघट भी करती है वो लपेट ली। जिसमे से सपना की गाँड और चुत थोड़े थोड़े दिख रहे थे और ऊपर सिर्फ एक ब्रा पहन ली। फिर सपना ने ऊपर एक दुपट्टा लिया। ऐसे वो काफी सेक्सी लग रही थी। फिर उधर सास यानी नरेश की मां ने भी एक टाइट सूट पहन लिया। जिसमे वो भी सेक्सी लग रही थी। फिर नरेश सास और सपना को लेकर अपने दोस्त के घर जाने लगा। तब तो सब सपना को देखकर देखते ही रह गए थे। फिर वो जब नरेश के दोस्त के घर पहुंचे तो वहां नरेश के बाकी सब दोस्त और उनकी बीवियां, मां और बहन आई हुई थी और उन सबने भी तब ऐसे कपड़े पहने थे जिसमें से उनका बदन दिख रहा था। फिर वो सब भी सपना को देखकर देखते ही रह गए थे। फिर नरेश का दोस्त तैयार होने लगा और बाकी सब तब नाचने लगे।
फिर नाचते टाइम तो सपना ने अपने ऊपर का दुपट्टा उतार दिया तो तब सब सपना को देखते ही रह गए। फिर तब सब नरेश के दोस्त एक दूसरे की बीवियों के साथ उनके बदन को सहलाकर मजे ले रहे थे और खूब नाच रहे थे। तब सब घर के अंदर ही थे तो फिर सब औरतें काफी खुलकर नाच रही थी। उन्हें तब किसी की शर्म नही थी। तब घर मे कोई गांव का दूसरा आदमी नहीं था। सब के सब नरेश के दोस्त ही थे। फिर सपना को देखकर सब के लण्ड खड़े हो चुके थे तो फिर नरेश और उसके कुछ दोस्त सपना को लेकर एक कमरे में ले गए और फिर सपना की चुदाई करने लगे। तब फिर चुदाई के बाद सपना सिर्फ ब्रा पैंटी में कमरे से बाहर आ गई तो सब के सब सपना को देखते ही रह गए। सपना तब बहुत ज्यादा सेक्सी लग रही थी। फिर ये देखकर तो नरेश के बाकी और दोस्तो ने भी सपना की चुदाई की। फिर नरेश का दोस्त दूल्हा बन गया तो फिर सपना और बाकी सब गाड़ियों में बैठने लगे तो तब सपना सिर्फ ब्रा पैंटी में ही गाड़ी में बैठ गई। तब सपना के अलावा और औरतें भी गाड़ी में बैठ गई और नरेश के सब दोस्त भी गाड़ी में बैठ गए। तब दो गाड़ियां में बारात गई और रास्ते मे सब औरतों से मजे ले रहे थे। फिर सपना ने अपनी पैंटी खोल दी तो फिर ब्रा खोलकर पूरी नंगी होकर बैठ गई तो फिर सब सपना के बदन को सहलाने लगे। फिर इस तरह मजे करते करते सब मेरे घर पहुंच गए थे। उधर फिर मैंने घर पर सोनम, सलमा और ससुर और सलमा की दोनो बेटियों को और नौकर और गोपीनाथ और बाकी सब लोगो को बुला लिया था। फिर जब नरेश और उसके दोस्त बारात लेकर आये तो हम सबने मिलकर काफी डांस किया। तब सपना तो नंगी थी ही और फिर सोनम भी नंगी हो गई। फिर तभी वहां ससुर भी थे तो वो सबके सामने ही सोनम और सपना के बदन को सहला रहे थे।
उधर नरेश के दोस्त की बहन को सोनम, सलमा और रिया ने मिलकर तैयार कर दिया था। तब उसने ऊपर लाल रंग की ब्रा और नीचे लाल रंग के लहंगा पहना था और वो काफी सेक्सी लग रही थी। फिर गोपीनाथ ने घर पर ही उन दोनों की शादी करवा दी और फिर नरेश का दोस्त अपनी बहन को ही अपनी बीवी बनाकर उसे अपने घर पर ले गया। फिर उनके साथ मै, नरेश, ससुर, सपना, सोनम और रिया भी अपनी गाड़ी में बैठकर उनके साथ ही चले गए। फिर गांव पहुंचकर सबने नरेश के दोस्त और उसकी बीवी का स्वागत किया। तब गांव की और भी औरतें आई हुई थी तो फिर उन्होंने नरेश की दोस्त की बीवी का चेहरा देख लिया था पर फिर भी वो पहचान नहीं पाई थी। हालांकि वो औरतें ऐसा जरूर कह रही थी के ये दिखने में नरेश के दोस्त की बहन की तरह ही है। पर किसी ने इस तरफ ज्यादा कुछ ध्यान नहीं दिया। फिर नरेश के दोस्त ने अपनी बहन के साथ सुहागरात मनाई और फिर अगले दिन उसकी बहन घूंघट करके घर का काम करने लगी। फिर कुछ और औरतें भी मुंह दिखाई के लिए आई तो फिर नरेश की दोस्त की बहन ने उन्हें अपना मुंह दिखा दिया पर वो ऐसे एक्टिंग कर रही थी जैसे के वो उनमें से किसी को जानती नहीं है। फिर नरेश के दोस्त की बहन कभी अपने भाई की बीवी बन जाती तो कभी बहन और गांव के लोगो को कुछ खास पता नहीं चला और फिर बस बात रफा दफा हो गई। उधर फिर नरेश का दोस्त और उसकी बहन पहले की तरह ही मजे करने लगे।
उधर फिर हम सब पहले की तरह ही मिलकर मजे करने लगे और बदल बदल कर चुदाई करने लगे। नरेश ने सोनम को अपने दोस्त के घर भेज दिया और फिर वो उसकी बीवी को लेकर आ गया। फिर कुछ दिन चुदाई के बाद वो आपस मे फिर बदल लेते। उधर नरेश के दोस्त घर पर भी आते रहते थे तो तब सपना, सास और सोनम तो नंगी ही रहती थी और रिया तब ब्रा पैंटी में रहती तो तब सब रिया को देखते ही रह जाते थे। तब सपना में सबसे कह दिया था के रिया अभी तैयार नहीं है तो फिर सब रिया को देखकर अपना लण्ड सहलाते ही रह जाते। लेकिन उधर मै, नरेश और ससुर के साथ साथ रिया के दोनो भाई रिया की खूब चुदाई करते थे। फिर हमें आये हुए कुछ ही दिन हुए थे के फिर सलमा का फोन आ गया और वो बोली के उसके ग्राहक सपना, सोनम और रिया की चुदाई की मांग कर रहे है तो ये सुनकर वो तीनो काफी खुश हुई। फिर मै और नरेश उन तीनों को लेकर सलमा के घर चले गए। फिर वो तीनो पहले की तरह ही चुदवाने लगी। चुदाई के कारण अब सोनम और रिया के बोबो और गाँड का साइज बढ़ता ही जा रहा था। रिया की पतली कमर, मोटे बोबे और गाँड देखकर तो कोई रह ही नहीं पाता था। जिस कारण सलमा रिया की चुदाई के पैसे भी खूब लेती थी। उधर सोनम और सपना के भी चाहने वाले बहुत थे। सपना के साथ साथ अब सोनम भी घर से बाहर निकलकर लोगो को अपने बदन के दर्शन करवाने लगी थी। रिया का भी अब मन करने लगा था के वो भी लोगो के सामने जाए तो फिर उसने ये बात सपना को बताई तो फिर सपना भी इसके लिए मान गई। फिर सपना अपने साथ रिया को लेकर सलमा के घर के बाहर खड़ी हो गई। तब वो दोनो नंगी ही थी। तब सब रिया को देखते ही रह गए थे। इस सब के कारण सलमा का धंधा दिन रात बढ़ता ही जा रहा था। फिर सलमा आधे पैसे सपना, सोनम और रिया को भी देने लगी थी। फिर पैसों के लालच में वो तीनो और मन लगाकर चुदवाने लगी।
सलमा, सपना और रिया को चुदवाने में बहुत मजा आता था। जिस कारण वो दिन में काफी मर्दो से चुदवा लेती थी। ये देखकर सलमा कहती के एक रण्डी भी इतने मर्दो से नहीं चुदवा सकती। पर उन तीनों में चुदाई और पैसों के लिए एक अलग ही जोश था। सपना, सलमा और रिया लंबे और मोटे लण्ड वाले मर्द को ही पसंद करती थी और बाकियों को तो वो बस अपने हाथ से लण्ड हिलाकर उनका पानी निकालकर उन्हें भगा देती थी। सलमा के पास हर तरह के लोग आते थे। गुंडे मवाली भी। सलमा सपना को गुंडे मवालियों के पास उनके अड्डे पर भेज भेजती थी तो सपना को लेकर मै और नरेश ही जाते थे। तब वहां कम से कम 10 लोग जरूर होते थे। फिर सपना पहले तो उनके सामने नंगी होकर डांस करती और फिर उनसे चुदवाती। तब कई गुंडों की बॉडी काफी अच्छी होती तो सपना उनसे जमकर चुदाई करवाती। वो गुंडे भी सपना को पसंद करते क्योंकि कोई औरत उनके सामने टिक ही नहीं पाती थी। इस कारण सपना की कई गुंडों से भी अच्छी जानपहचान हो चुकी थी। फिर एक बार सपना कुछ गुंडों से चुदाई करवा रही थी तो तभी वहां पुलिस ने छापा मार दिया। तब वो सपना को नंगी हालात में ही ले गए। क्योंकि सपना के कपड़े उन गुंडों ने फाड़ दिए थे। सपना को देखकर सब पुलिसवालों के लण्ड खड़े हो चुके थे तो फिर उन सबने सपना की चुदाई की और फिर मै और नरेश सपना को लेने गए तो फिर उन्होंने सपना को हमारे साथ भेज दिया। क्योंकि सपना का उन गुंडों से कोई ताल्लुक नहीं था। वो तो बस उनसे चुदवाने गई थी।
सलमा को काफी बड़े बड़े लोग जानते थे तो कोई कुछ नहीं कहता था। इसके अलावा कई बड़े बड़े लोगो ने सपना से शादी करने के लिए कहा तो सपना ने उन्हें मना कर दिया। पर वो जब सपना की चुदाई अपनी बीवी मानकर ही करते। उन लोगो को सपना जैसी ही खुले विचारों वाली बीवी चाहिए थी जो कि खुलकर मजे करे। सपना को अब किसी से शर्म नहीं थी तो वो अब बिल्कुल नंगी ही बाहर जाती चाहे कितने भी लोग उसे देख रहे हो। या कभी वो कपड़े भी पहनती तो कपड़े इतने छोटे होते के बस नाम के ही कपड़े पहने हुए होते थे। जो सपना की एक बार चुदाई कर लेता वो सपना को कभी भूल ही नहीं पाता था और फिर कई गुना ज्यादा पैसे देकर वो सपना की चुदाई करता था।
रिया अभी 18 की भी नहीं हुई थी और सपना को उसकी शादी की चिंता होने लगी थी। फिर सलमा ने सपना को समझाया के अभी रिया की शादी करना ठीक नहीं है। उसे अभी मजे करने दो। वैसे भी उसे लड़को की कोई कमी नही होगी। लोग तो तुमसे भी शादी करना चाहते है तो सोचो रीया के लिए तो लड़को की लाइन लग जायेगी। अगर तुम सिर्फ बच्चे पैदा करने के लिए रिया की शादी करना चाहती हो तो बच्चे तो वो किसी से भी पैदा कर सकती है। सलमा की बात सुनकर सपना बोली के तुम सही कह रही हो लेकिन फिर भी मै रिया की शादी जल्दी करना चाहती हूँ ताकि उसका घर भी बस जाए और फिर वो मजे भी कर सके। फिर समाज के लोग भी उसे कुछ नहीं कह सकेंगे। फिर सलमा बोली के रिया तुमसे भी ज्यादा चुदक्कड़ बनेगी। वो इतनी छोटी उम्र में ही अभी तक कितने मर्दो से चुदवा चुकी है। बड़ी होगी तो पता नहीं कितनो से चुदवा चुकी होगी। सलमा की बात सुनकर सपना हँसने लगती है। फिर सपना ने सोचा के अभी उसकी खुद की चुदाई की आग नहीं भुज रही है तो रिया तो अभी जवान हुई है भला उसकी चुदाई की आग इतनी जल्दी कैसे भुज सकती है। जब सपना रिया को मर्दो से चुदवाती देखती तो वो देखती ही रह जाती थी। अब रिया को किसी भी मर्द को अच्छे से संतुष्ट करना आ गया था।
फिर सपना ने रिया के लिए चुदाई के सब दरवाजे खोल दिये। सपना रिया को लेकर नरेश के गांव चली गई। तब वहां पर सपना ने नरेश के सब दोस्तो को घर पर बुलाया और फिर सपना रिया को उनके सामने नंगी करके लेकर गई तो वो सब रिया को देखते ही रह गए। तब सास भी वहीं पर थी और मै भी वहीं था। तब मेरा और नरेश का लड़का भी था तो हम लगभग 15 मर्द थे और वो तीन मां बेटी तो हम सबने उन तीनों की बहुत चुदाई की। सबने रिया की काफी चुदाई की और उधर रिया को भी बहुत मजा आया। तब हम सब लगभग 15-20 दिनों तक घर पर ही चुदाई करते रहे। इस बीच सपना और रिया गांव में नरेश के दोस्तो के घर जाती तो वो ऊपर सिर्फ ब्रा या बहुत कम कपड़े पहनती तो हर कोई उन्हें देखता ही रह जाता था। उधर रिया शॉर्ट्स पहनती तो रिया की नंगी जांघे और बोबो को देखकर तो बूढों का भी लण्ड खड़ा हो जाता था। इसके अलावा हमने खेत मे भी जाकर चुदाई की। फिर ससुर भी आ गए थे तो उन्होंने भी हमारे साथ मिलकर खूब चुदाई की। फिर ससुर रिया को लेकर अपने दोस्तों के पास गए तो फिर ससुर के दोस्त भी रिया को चोदकर काफी खुश हुए। तब मै और नरेश भी साथ गए थे। तब ससुर अपने एक दोस्त के फार्म हाउस पर रिया को लेकर गए। वहां पर ससुर के 5 से 6 दोस्त और कुछ नौकर और हम तो थे ही। तो कुछ दिनों तक हम सबने मिलकर रिया की चुदाई की। रिया भी सपना की तरह ही काफी सेक्सी होती जा रही थी।
फिर सपना रिया को अपने चाहने वालो से भी चुदवाने लगी। सपना का एक चाहने वाला वसूली का काम करता था तो उसने 8-10 पहलवान को रख रखा था। फिर सपना ने जब उन सबको देखा तो फिर सपना ने उससे कुछ पहलवानों को कुछ दिनों के लिए अपने घर भेजने के लिए कहा तो फिर वो मान गया। फिर सपना जब उन सबको लेकर घर पर आई तो तब मै और नरेश उन्हें देखते ही रह गए। वो काफी लंबे चौड़े और भारी भरकम शरीर के थे। वो 6 लोग थे। फिर सपना ने रिया को भी बुला लिया। सपना के शरीर का साइज भी उन पहलवानों के सामने छोटा लग रहा था और उनके सामने रिया तो बच्ची लग रही थी। फिर सपना और रिया उन सबको नंगा करके उनके बदन की मालिश करने लगी और फिर वो सब भी उन दोनों की मालिश करने लगे। फिर सपना और रिया उनके लंबे और मोटे लण्ड हिलाने लगी और चुसने लगी। फिर वो दोनो घोड़ी बन गई तो फिर वो पहलवान उनकी चुत मारने लगे। सपना ने तो उनका लण्ड आसानी से ले लिया। पर रिया को पहले थोड़ा दर्द हुआ। लेकिन फिर कुछ देर की चुदाई के बाद रिया ने भी उनका पूरा लण्ड ले लिया। फिर तो वो बस दिन रात चुदाई ही करते रहते। मै और नरेश भी बीच बीच मे चुदाई कर लेते। फिर कुछ दिनों की चुदाई के बाद तो रिया की चुत और गाँड में उनके लण्ड आराम से जाने लगे। वो दोनो उनसे अलग अलग पोज में चुदवाती। वो सब पहलवान भी उन दोनों की जमकर चुदाई करते। फिर लगभग 10 दिनों तक लगातार चुदाई करने के बाद वो पहलवान चले गए। वो पहलवान भी काफी खुश हुए। उधर रिया और सपना की चुत और गाँड के छेद थोड़े बड़े हो चुके थे। रिया और सपना रोज सुबह एक्सरसाइज करती थी तो वो दोनो पहले से काफी फिट लगने लगी थी। इसके साथ साथ उन दोनों की चुत भी टाइट रहती। उन पहलवानों से चुदाई के बाद तो रिया काफी खुल गई थी।
रिया के स्कूल के एग्जाम होने वाले थे तो फिर इस बार सपना भी हमारे साथ चली गई। फिर स्कूल के प्रिंसिपल से कहकर हमने सपना को स्कूल में टीचर लगवा दिया। स्कूल काफी बड़ा था तो वहां दूर दूर से टीचर पढ़ाने आये हुए थे और वो स्कूल में ही रहते थे तो फिर सपना भी उन्हीं के साथ रहने लगी। फिर कुछ दिनों में ही सपना ने एक दो टीचर को पटा लिया और फिर वो उनसे चुदवाने लगी। उधर फिर प्रिंसिपल रिया के साथ साथ सपना की भी चुदाई करता। स्कूल में रिया एग्जाम देने जाती तो वो ऊपर सिर्फ ब्रा और नीचे शार्ट जीन, पैरों में हाई हील सैंडल और कानों में बालियां पहनकर जाती तो तब वो बहुत सेक्सी लगती। रिया को देखकर तो सब देखते ही रह जाते। उधर सपना भी शर्ट जीन पहनती जिसमे से उसके बोबे दिखते रहते और वो काफी सेक्सी लगती थी। उधर स्कूल के सब बच्चों में रिया की और स्टाफ में सपना की काफी चर्चा होने लगी थी। रिया तो कैसे भो कपड़े पहनकर स्कूल जा सकती थी। उसे कहने वाला कोई नहीं था। उधर सपना स्कूल के कई टीचरों के साथ एक साथ चुदवाने लगी थी। स्कूल का सब स्टाफ उन दोनों पर लट्टू हो चुका था। फिर तो दिन में भी सपना स्कूल के टीचरों से चुदवाने लगी। उधर रिया एक बार स्ट्रैपलेस ब्रा पहनकर स्कूल चली गई तो स्कूल में तो तहलका ही मच गया। तब रिया की पूरी पीठ नंगी थी और रिया ने उस दिन जानबूझकर अपने बाल आगे की तरफ कर रखे थे। इसके अलावा रिया एक दिन ब्लैककलर की ट्रांसपेरेंट पैंटी पहनकर चली गई। जिसमें से उसकी गोरी गोरी गाँड दिख रही थी। ये सब देखकर तो भला कौन मर्द होगा जिसका लण्ड खड़ा नहीं होगा। उधर स्कूल की छुट्टी होने के बाद सपना तो स्कूल में घूम घूमकर अपनी चुदाई करवाती।
उधर फिर रिया ने बिल्कुल नंगी होकर एग्जाम देने का प्लान बनाया तो ये स्कूल में सबके सामने होना तो असम्भव था तो फिर प्रिंसिपल ने स्कूल में काम करने वाले अपने विस्वासपात्र लोगो को इकट्ठा किया और इसके बारे मे बताया तो वो काफी खुश हुए। फिर उधर प्रिंसिपल ने कुछ टीचर्स को भी इसके बारे में बताया तो वो भी राजी हो गए। उधर सपना तो तैयार थी ही। फिर स्कूल की छुट्टी होने के बाद जैसा हमने प्लान बना रखा था वैसा ही हुआ। फिर जब स्कूल खाली हो गया तो फिर रिया नंगी ही प्रिंसिपल के आफिस से निकलकर एग्जाम देने क्लासरूम की तरफ़ जाने लगी। तब उसके साथ मै, नरेश और प्रिंसिपल थे। रास्ते मे स्कूल में साफ सफाई वगैरह करने वाले कुछ लोग थे। लेकिन रिया उनके सामने हंसती हुई जा रही थी और वो सब देखते ही रह गए थे। फिर जब रिया क्लासरूम में पहुंची तो वहां कुछ टीचर्स और सपना थी। तब सपना बिल्कुल नंगी थी। फिर रिया क्लासरूम में एक बेंच पर जाकर बैठ गई तो फिर सपना ने हंसते हुए रिया को आंसरशीट दी और रिया एग्जाम लिखने लगी। तब सपना ने पहले ही सबसे कह दिया था के रिया के एग्जाम होने तक कोई कुछ नहीं करेगा। फिर सपना तो टीचर्स के साथ हंस हँसकर बाते कर रही थी। फिर सपना के कहने पर कुछ टीचर्स नंगे हो गए तो फिर सपना उनके लण्ड सहलाने लगी। फिर धीरे धीरे करके वहां सब मर्द नंगे हो गए। तब वहां कुल मिलाकर 10 मर्द थे। फिर उधर सब रिया को देखकर अपना लण्ड हिला रहे थे। तब सब सपना को अपनी बाहों में लेकर उसके बदन को सहला रहे थे। रिया ये सब देखकर मुस्कुरा रही थी। फिर कुछ देर एग्जाम लिखने के बाद रिया खड़ी होकर आ गई और अपनी आंसरशीट प्रिंसिपल को दे दी। फिर प्रिंसिपल ने रिया को अपनी बाहों में ले लिया तो फिर ये देखकर बाकी सब लोग भी सपना के बदन को सहलाने लगे थे। फिर प्रिंसिपल ने रिया को झुकाकर खड़ा किया और फिर उसकी गाँड मारने लगे तो ये देखकर सब देखते ही रह गए। तब प्रिंसिपल भी ज्यादा ही गर्म हो चुके थे तो फिर वो भी तब ही झड़ गए। उधर फिर सपना घोड़ी बन गई तो सब बारी बारी से सपना की चुदाई करने लगे। फिर रिया भी सभी से चुदवाने लगी। फिर जब सभी कई बार झड़ गए तो फिर हम सब क्लासरूम से बाहर निकलकर स्कूल में घूमने लगे। तब पूरा स्कूल खाली पड़ा था। फिर घूमते घूमते जब सब गर्म हो गए तो हम फिर से चुदाई करने लगे। फिर शाम होने तक हम बस चुदाई ही करते रहे।
फिर शाम को मै और नरेश सपना और रिया को लेकर प्रिंसिपल के साथ चले गए। फिर शाम को प्रिंसिपल हम सबको लेकर डिनर पर ले गया। तब सपना और रिया ने शार्ट ड्रेस पहन रखी थी और वो दोनो काफी सेक्सी लग रही थी। फिर वापिस आने के बजाय हमने होटल में ही एक कमरा ले लिया और फिर हम सब रिया और सपना की चुदाई करने लगे। फिर रात को लेट ही सोए थे तो सुबह थोड़ी देरी से उठे। फिर हम सब सुबह घर आ गए। उस दिन रिया का एग्जाम था तो फिर रिया एग्जाम देने चली गई। तब रिया को देखकर सब कल वाली चुदाई को याद करके फिर से गर्म हो गए। तो फिर एक टीचर ने रिया को इशारे से कमरे से बाहर बुलाया तो फिर रिया कमरे से बाहर आ गई और फिर वो एक दूसरे कमरे में चली गई। जहां फिर स्कूल का कल वाला स्टाफ एक एक करके उसकी चुदाई करने लगा। उधर फिर सपना और हम बाकी सब भी आ गए तो फिर सब सपना की भी चुदाई करने लगे। फिर एग्जाम खत्म होने के कुछ देर पहले रिया कमरे में वापिस गई तो सब ये सोचते ही रह गए के रिया इतनी देर तक कहाँ थी। तब फिर स्कूल की छुट्टी होने के बाद सबके जाने के बाद हम फिर से चुदाई करने लगे। इस तरह रिया के एग्जाम होने तक हम सब इसी तरह मजे करते रहे और फिर हम वापिस आ गए।
वापिस आने के बाद मेरे और नरेश के लड़के ने रिया को अपनी गर्लफ्रैंड बना लिया था तो फिर वो तीनो आपस मे ही मस्ती करते रहते थे। तब हम सपना के मायके में थे। फिर तब ससुर अपने दूर के दोस्तो से तो सपना और रिया को चुदवा चुके थे पर आसपास के गांव और खुद के गांव के दोस्तो से अभी तक नहीं चुदवाया था। गांव का सरपंच ससुर का दोस्त था। वो बहुत बड़ा ठरकी आदमी था। फिर ससुर ने उसे अपने घर बुलाया और फिर उसके घर आने पर सपना ने उसे चाय पानी वगैरह दिया। तब सपना ने टाइट सूट पहन रखा था। जिसमे उसके भरे हुए बदन को देखकर तो सरपंच के होश उड़ गए। फिर सपना उसके सामने बार बार झुक रही थी तो फिर सपना के बोबो को देखकर तो उसका दिमाग खराब हो गया। सरपंच को देखकर ससुर और सपना मुस्कुराने लगे। फिर सरपंच कुछ कुछ दिनों से घर पर आने लगा तो फिर सपना जानबूझकर सरपंच और ससुर के साथ बैठकर काफी देर तक बातें करती रहती। उधर सरपंच का सब्र का बांध टूटने पर ही था और उधर सपना और ससुर इंतजार में ही थे के कब सरपंच पहल करे। पर सरपंच थोड़ा घबरा रहा था। फिर एक दिन बात करते करते ससुर ने खड़े होकर सपना को अपनी बाहों में ले लिया तो ये देखकर सरपंच तो देखता ही रह गया। फिर इतना ही नहीं फिर ससुर तो सपना के बदन को सहलाने लगे तो ये देखकर तो सरपंच का दिमाग फटने को हुआ। फिर ससुर ने सपना को धक्का देकर सरपंच की बाहों में दे दिया और फिर ससुर ने सरपंच से कहा के इसकी चुदाई की आग बुझती ही नहीं है। फिर ये सुनकर सरपंच ने सपना को फट से अपनी बाहों में ले लिया और सपना के भरे हुए बदन को सहलाने लगा और फिर चूमने लगा।
सरपंच की उम्र 40 से 50 के बीच मे थी और वो काफी हट्टा कट्टा आदमी थी। उसकी बड़ी बड़ी रौबदार मूंछे थी और पूरे गांव में उसकी काफी चलती थी। उसके पास काफी जमीन जायदाद थी। फिर सरपंच सपना से मिलने रोज घर आने लगा था और फिर वो दोनो ससुर के सामने ही एक दूसरे से चिपक कर बैठे रहते और खूब बातें करते और साथ मे मस्ती करते। उधर सपना भी कम नहीं थी। वो सरपंच के लण्ड को उसके पायजामे के ऊपर से ही पकड़कर सहलाने लगती। तो फिर सरपंच भी बहुत गर्म हो जाता। सपना सरपंच को तड़पाना चाहती थी और वो सरपंच से जल्दी से चुदाई नहीं करना चाहती थी। वो चाहती थी के सरपंच उसका गुलाम बन जाये और वो जैसा कहे सरपंच वैसा ही करे। फिर सरपंच सपना को मिलने के लिए गांव से बाहर बुलाने लगा तो फिर ससुर सपना को लेकर चले जाते और फिर सपना और सरपंच घण्टो तक बैठकर बातें करते और चुमाचाटी भी कर लेते। पर चुदाई के लिए सपना मना कर देती थी। फिर सपना ने सरपंच से उसके घर परिवार के बारे में पूछा तो फिर सरपंच ने बताया के उसके घर उसकी बीवी और दो लड़के रहते है। उसने बताया के उसकी बीवी अक्सर बीमार रहती है तो वो हमेशा दूसरी औरतों से ही चुदाई करता आया है। फिर सरपंच ने जब सपना से पूछा के उसका पति और बच्चे कहाँ है तो फिर सपना ने बताया के उसका पति यानी मै दूसरी औरत के साथ रहकर उससे मजे करता हूँ और बच्चे यहीं पर है। फिर ये सब जानकर सपना ने सरपंच से शादी करके उसकी बीवी बनकर उसके घर पर रहने के लिए कहा तो फिर ये सुनकर सरपंच बहुत खुश हुआ। फिर सपना ने ये भी सरपंच से कह दिया के ये शादी गुप्त तरीके से होगी और इसका पता किसीको नहीं चलेगा और फिर शादी के बाद मै तुम्हारे घर पर रहूंगी और फिर हम खूब मजे करेंगे। ये सुनकर सरपंच की खुशी तो सातवें आसमान पर थी। फिर उसी दिन सपना सरपंच को लेकर घर आई और फिर उसने ये बात सबको बताई। तब मै भी वहीं था। फिर तब सास ने और हम सबने इस शादी के लिए हां कर दी तो फिर सपना तो सबके सामने ही सरपंच के गले लग गई। तब वहां रिया और मेरा और नरेश का बेटा भी खड़ा था।
फिर तो सरपंच घर पर आकर सपना के साथ काफी बातें करता और फिर वो हमसे भी काफी बातें करता। फिर हम तो धीरे धीरे चुदाई की बातें करने लगे तो फिर सरपंच को भी मेरे और नरेश के साथ बातें करने में मजा आने लगा। फिर सरपंच थोड़ा खुल गया तो फिर वो भी अब बिना शर्म और डर के सपना को अपने गले लगा लेता और फिर इतना ही नहीं फिर सरपंच के सामने सपना मेरे भी गले से लग जाती। फिर मै तो सरपंच के कई बार बोबे भी दबा देता तो ये देखकर फिर सरपंच भी सबके सामने सपना के बोबो को सहला देता। अब सरपंच से रहा नहीं जा रहा था। उधर उसने अपने घर अपनी बीवी से बात की तो वो भी मान गई। फिर सरपंच एक दिन सपना को अपने घर ले गया तो फिर सपना ने उसकी बीवी से अच्छी तरह से बात की। तब सरपंच की बीवी बस ज्यादातर अपने कमरे में ही आराम करती रहती थी। फिर सपना से मिलकर उसे लगा के अगर सपना उसके पति से शादी कर लेगी तो फिर उसका पति इधर उधर मुँह नहीं मारेगा और सपना उसका और उसके बच्चों का भी ध्यान रखेगी। तो ये सब सोचकर सरपंच की बीवी ने भी उनकी शादी की मंजूरी दे दी। फिर तो सब काफी खुश हुए। अब तो सिर्फ बस शादी होने की देर थी।
उधर सलमा की बेटियां प्रेग्नेंट थी तो उन दोनों के लड़की हो गई। फिर सपना ने नरेश के दोस्तो से कहा के जो अपनी अपनी मां, बहन और बीवी को रण्डी की तरह चुदता देखना चाहता है और साथ मे पैसे भी कमा चाहता है तो वो सलमा के घर चले जाए। तो फिर ये सुनकर नरेश के दोस्त सलमा के घर अपनी मां, बहन और बीवी को लेकर चले गए। फिर शुरू में सपना उन्हें काफी पैसे देने लगी तो फिर कुछ औरतें पैसों के लालच में और कुछ चुदाई के लिए सलमा के ग्राहकों से चुदवाने लगी। नरेश की बीवी सोनम पहले से ही वहां थी तो फिर ये देखकर नरेश के दोस्त अपनी बीवी को वहां भेजने से बिल्कूल नहीं हिचकिचाए। इस तरह फिर सलमा भी बहुत खुश हो गई। फिर सपना और सरपंच की शादी करनी थी तो फिर सोनम घर आ गई। चुदाई के कारण सोनम अब पहले से ज्यादा सेक्सी लगने लगी थी। फिर सरपंच की जल्दबाजी के कारण कुछ दिन बाद ही शादी का प्रोग्राम रख दिया। शादी सरपंच के फार्महाउस पर होनी थी तो सरपंच ने फार्महाउस को पूरा सजा दिया था। सरपंच ने अपने कुछ खास दोस्तो को भी बुला लिया था। उधर हमने भी सलमा और उसके पूरे परिवार को और सपना ने अपने कुछ खास दोस्तो को और गोपीनाथ और नौकरों को भी बुला लिया। उधर नरेश ने भी अपने कुछ खास दोस्तो को उनके परिवार सहित बुला लिया। इस तरह लगभग 50 लोग हो गए थे। फिर शादी के लिए सरपंच ने सपना को एक लहंगा चोली दिलवाया। जिसकी कीमत एक लाख रुपया थी। उस लहंगे में सपना के बड़े बड़े बोबे आधे से ज्यादा दिख रहे थे और सपना काफी ज्यादा सेक्सी लग रही थी। फिर शादी वाले दिन हम सब सरपंच के फार्महाउस पर इकट्ठा हो गए। सरपंच ने वहां काफी बढ़िया इंतजाम किया था। वहां मौजूद लोगों की सबसे खास बात ये थी के सरपंच को छोड़कर लगभग सभी मर्द सपना की चुदाई कर चुके थे। सपना के अलावा सास और सोनम ने भी सेक्सी ड्रेस पहनी थी। इसके अलावा रिया भी काफी सेक्सी लग रही थी। फिर गोपीनाथ ने सरपंच और सपना की शादी करवाई और फिर शादी के बाद सपना ने सबके सामने अपने नए पति यानी सरपंच के साथ डांस भी किया। सपना अपनी शादी के खूब मजे ले रही थी। शादी में सरपंच की बीवी और दोनो लड़के भी मौजूद थे। सरपंच के दोनो लड़को की उम्र 15 से 20 साल के बीच मे थी। शादी में सभी एन्जॉय कर रहे थे। इतना ही नहीं नरेश के कुछ खास दोस्त अपनी मां, बहन और बीवी के साथ शादी में आये थे। तो फिर उनमें से कई औरतों ने शादी में सिर्फ ब्रा पैंटी पहनकर डांस किया। फिर तो सब मर्द उन औरतों के साथ डांस करने लगे और उनके बदन को भी सहलाने लगे। इसके अलावा ससुर तो सबके सामने सोनम की कमर में हाथ डालकर घूम रहे थे और रिया सरपंच के बेटों और मेरे और नरेश के लड़कों के साथ एक दूसरे की कमर में हाथ डालकर घूम रहे थे। नरेश के दोस्त भी अपनी मां और बहन की कमर में हाथ डालकर घूम रहे थे। शादी का माहौल पल पल गर्म होता जा रहा था। शादी दिन में ही थी तो सब मर्द औरतों को देखकर मजे ले रहे थे।
सरपंच ने फोटोग्राफर भी बुला रखे थे तो फिर सरपंच ने सपना के साथ अलग अलग पोज में अपनी काफी फ़ोटो खिंचवाई। सब इंतजाम बहुत बढ़िया था। फिर शाम होने लगी तो बाकी सब तो चले बस हम घर के लोग ही रह गए थे। फिर शादी के बाद सपना तो सरपंच के साथ कार में सरपंच के घर चली गई और उधर रिया और दोनो लड़के भी सरपंच के घर चले गए। फिर उधर हम लोग भी अपने घर आ गए और फिर मै, नरेश और ससुर सोनम और स की चुदाई करने लगे। उधर सरपंच ने भी रात को सपना की कई बार चुदाई की। उधर फिर सुबह हम सब सरपंच के घर गए। तब सरपंच और सपना काफी खुश दिखाई दे रहे थे। सरपंच अपनी मूंछो को ताव दे रहा था। फिर सपना रात की चुदाई के बारे में बताने लगी के इनका बहुत बड़ा है। ये सुनकर हम सब हँसने लगे। तब सपना में लाल रंग का सूट पहन रखा था और वो काफी सेक्सी लग रही थी। उसके बोबे आधे से ज्यादा दिख रहे थे। सपना को देखकर तो मेरा, ससुर और नरेश का तो लण्ड खड़ा हो गया। उधर सास और सोनम भी ऐसे ही गहरे गले वाले सूट पहनकर गई थी। उधर फिर रिया ने ऊपर सिर्फ ब्रा और नीचे शार्ट जीन पहन रखी थी। वो तब सरपंच के और मेरे और नरेश के लड़कों के साथ घूम रही थी। उधर सपना सरपंच की पहली बीवी की भी सेवा कर रही थी तो वो भी काफी खुश थी। फिर सरपंच को कोई काम हो गया तो वो बाहर चला गया और फिर उसके जाने के बाद मैंने, ससुर और नरेश ने सपना की चुदाई की और फिर हम वापिस घर आ गए। फिर सपना और रिया सरपंच के घर ही रहने लगी और उधर मै सोनम को लेकर अपने घर चला गया और उधर ससुर और नरेश अपने दोस्त की मां, बहन और बीवी को सास से बदलकर घर पर लाकर चुदाई के मजे लेने लगे।
कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। सपना सरपंच के घर रोज नए कारनामे लगी। सपना ने सरपंच की बीवी को अपने साथ चुदाई के लिए तैयार कर लिया। हालांकि वो बीमार थी तो वो नंगी लेटी रहती और उसके सामने सरपंच सपना की चुदाई करता रहता। सरपंच कभी कभी अपनी पहली बीवी की चुदाई भी कर लेता था। फिर सरपंच की बीवी सारा दिन कमरे में सिर्फ लेटी ही रहती थी तो फिर सपना के कहने पर वो बस कम्बल ओढ़कर नंगी ही लेटी रहने लगी। उधर रिया भी कम कपड़े पहनती थी तो फिर सपना सरपंच और उसकी पहली बीवी से कह देती के वो अभी बच्ची है। लेकिन उधर रिया को देखकर सरपंच के दोनो लड़के अपना लंड हिलाते रह जाते थे। फिर रिया और वो सब बच्चे एक कमरे में ही सोते तो फिर रिया पहले तो ब्रा पैंटी में सोने लगी और फिर नंगी ही। फिर एक बार सरपंच के लड़कों ने रिया को मेरे और नरेश के लड़कों के साथ चुदवाते देख लिया तो फिर रिया ने उन दोनों से भी चुदाई करवा ली। फिर तो रिया उन चारों से चुदने लगी। इससे सरपंच के दोनो लड़के काफी खुश हुए। उधर फिर थोड़े दिन बाद ही सरपंच की पहली बीवी तो सबके सामने अपना कम्बल अपनी कमर तक ही रखने लगी। उसे भी अब ऐसे मजा आने लगा था। सपना भी उसके बदन को सहलाती और उसके साथ मस्ती करती। जिससे वो और ज्यादा खुल गई। उधर रिया तो बस ब्रा पैंटी पहनकर घर पर रहन लगी तो भी उसे कोई कुछ नहीं कहता। उधर सरपंच सबके सामने सपना से रोमांस करता रहता और फिर सपना भी सरपंच के दोनो लड़को को अपने सीने से लगा लेती। ये देखकर सरपंच की पहली बीवी काफी खुश होती। उधर सरपंच दिन और रात मौका मिलने पर सपना की काफी चुदाई करता। उधर रिया को देखकर भी सरपंच का लण्ड खड़ा हो जाता था पर वो कुछ नहीं कर सकता था। सरपंच अब सपना के कंट्रोल में था।
उधर रिया भी मौका मिलने पर चारो लड़को से खूब चुदाई करवाती। सपना सरपंच की पहली बीवी के बदन को सहलाती रहती तो उसे काफी अच्छा लगता। फिर वो भी लेटी लेटी अपनी चुत सहलाती रहती। पहले उसका कम्बल पेट पर रहता था पर अब तो वो चुत पर रहने लगा। उसकी चुत दिखती रहती थी। फिर एक दिन सपना नहाकर आई तो वो नंगी थी और उधर सरपंच की पहली बीवी भी नंगी ही सपना के साथ खड़ी थी और वो दोनो कुछ बातें कर रही थी। फिर तभी कमरे में सरपंच के दोनो लड़के आ गए तब भी वो दोनो वैसे ही खड़ी रही और वो दोनो अपनी मां को नंगी देखते ही रह गए। उधर सपना को नंगी देखकर भी वो देखते ही रह गए। फिर इसके बाद तो सरपंच की पहली बीवी की शर्म बिल्कुल चली गई। उधर सरपंच भी यही चाहता था के उसकी दोनो बीवियां नंगी ही रहे। क्योंकि उसे वो नंगी अच्छी लगती थी तो फिर तो वो दोनो नंगी ही रहने लगी। फिर तो वो दोनो सभी बच्चों से अपने बोबे चुसवाने लगी। जिससे सभी लड़के सपना और सरपंच की पहली बीवी के बोबे मजे से चूसते। क्योंकि उन्हें भी अब चुदाई का चस्का लग चुका था। फिर जब सरपंच ने जब ये देखा तो वो सोचता ही रह गया के उन दोनों ने ये सब कैसे किया। लेकिन उसे अब इससे कोई फर्क नहीं पड़ता था। फिर जब सरपंच नहीं होता तो सरपंच के दोनो लड़के बोबे चूसते टाइम अपनी मां की चुत भी सहलाने लगे। इससे उसे भी मजा आने लगा तो उसने कुछ नहीं कहा। फिर एक दिन सरपंच कुछ दिनों के लिए बाहर गया तो फिर सपना ने सरपंच के दोनो लड़को को अपनी मां के साथ सोने भेज दिया तो फिर उन्होंने सारी रात अपनी मां के बोबो को चूसा, दबाया और उसकी चुत और गाँड में लण्ड भी डाला। फिर उस रात सपना भी मेरे और नरेश के लड़के और रिया के साथ सोई और उन्होंने रात भर चुदाई की। फिर सुबह जब सरपंच की बीवी ने ये सब सपना को बताया तो सपना बोली के लड़के जवान हो गए है तो ये सब तो करेंगे ही। फिर सपना ने बताया के उसके साथ भी ये सब हुआ था। फिर सपना ने उससे कहा के तुम्हे मजा नहीं आया तो फिर वो मुस्कुराने लगी के बहुत मजा आया।
फिर दिन में ही सरपंच के दोनो लड़को ने अपनी मां को घोड़ी बनाकर चोदा और फिर रात को सपना सरपंच के लड़कों के साथ सोई और मेरे और नरेश के लड़के सरपंच की पहली बीवी के साथ तो फिर उन सबने खूब चुदाई की। फिर सपना ने सरपंच के लड़कों से कहा के उसे रिया के साथ उनकी चुदाई के बारे में पता चल गया है तो वो दोनो घबरा गए। फिर उन्हें घबराया देखकर सपना मुस्कुराते हुए बोली के वो किसी से नहीं कहेगी तो मजे करो। ये सुनकर फिर सरपंच के बेटों की जान में जान आई और वो काफी खुश हुए। फिर उधर फिर सरपंच आया तो सपना ने लड़को से चुदाई के बारे में बता दिया तो फिर सरपंच बोला के लड़के जवान हो गए है तो उन्हें जहां भी छेद दिखेगा वहां तो लण्ड डालेंगे ही। ये सुनकर फिर सरपंच की पहली बीवी की सांस में सांस आई। उसे डर था के पता नहीं उसका पति क्या बोलेगा। फिर सपना ने सरपंच के सामने सब आपस मे मिलकर चुदाई करने का सुझाव रखा और सरपंच को सबके सामने नंगा होने के लिए कहा तो फिर सरपंच ने रिया के बारे में पूछा के वो क्या कहेगी। फिर सपना बोली के वो भी जवान है तो वो कुछ नहीं कहेगी। फिर ये सुनकर सरपंच खुश हो गया। फिर अगले दिन सुबह सरपंच सब के सामने बिल्कुल नंगा हो गया तो सब बच्चे देखते ही रह गए। फिर सपना ने लड़को से कहा के वो अब खुलकर मस्ती कर सकते है तो फिर सरपंच की आंखों के सामने ही उसके दोनो लड़के अपनी मां के साथ आकर खड़े हो गए और फिर वो उसे लेकर कमरे में चले गए और चुदाई करने लगे। उधर सपना भी बाकी दोनो लड़को के साथ चली गई। फिर सरपंच ने देखा के वो सब चुदाई का मजा ले रहे है। उधर सरपंच ने जब रिया की तरफ देखा तो फिर रिया सरपंच के लण्ड को देखकर अपनी चुत सहला रही थी तो फिर सरपंच रिया के पास जाकर उसकी ब्रा पैंटी खोलकर उसके बदन को सहलाने लगा और फिर वो दोनो भी चुदाई करने लगे। फिर चुदाई के बाद सब लोग इकट्ठा होकर बातें करने लगे। फिर कुछ देर बाद ही सरपंच अपने दोनो लड़को के साथ मिलकर अपनी पहली बीवी की चुदाई करने लगे और उधर सपना और रिया भी बाकी दोनो लड़को से चुदवाने लगी।
ऐसे खुल्लम खुल्ला चुदाई करके सबको बहुत मजा आ रहा था। फिर तो सरपंच ने सपना और रिया की एक साथ भी चुदाई की। अब तो चुदाई का मजा दुगुना तिगुना हो गया था। इतनी सेक्सी बीवी पाकर और चुदाई के इतने मजे करके सरपंच अब बहुत ज्यादा खुश था। अब सरपंच सपना को अपने साथ घर से बाहर अपने दोस्तों के घर शादी वगैरह में भी ले जाने लगा। इसके अलावा भी सरपंच अब सपना को अपने साथ ही रखता था। सरपंच सपना को किसी भी काम के लिए नहीं रोकता था। सरपंच सपना पर काफी पैसे खर्च करता था और वो सपना को रानी की तरह रखता था। उधर रिया भी सरपंच के लड़कों और मेरे और नरेश के लड़के के साथ खूब मजे करती थी। सरपंच के दोनो लड़के ही रिया को काफी पसंद करते थे। रिया और बाकी चारो लड़को ने स्कूल खत्म कर लिया था तो फिर सरपंच ने उन सबका एडमिशन शहर के एक बड़े कॉलेज में करवा दिया था। फिर वो पांचों साथ ही कॉलेज जाते और खूब मस्ती करते। रिया तो शार्ट ड्रेस ही पहनकर जाती तो सब उसे देखते ही रह जाते थे।
उधर मै और सोनम मेरे घर पर रहकर मजे कर रहे थे। मै और सब नौकर वगैरह मिलकर सोनम की काफी चुदाई करते। उधर नरेश के दोस्तो को नरेश की मां काफी सेक्सी लगती और उन्हें बड़ी उम्र की औरत की चुदाई करने में काफी मजा आता था तो वो नरेश की मां को लेकर चले जाते और बदले में अपनी बहन या बीवी को छोड़ जाते। इतना ही नहीं नरेश की मां तो कई कई महीनों से घर पर ही नहीं आती और वो नरेश के एक दोस्त से दूसरे दोस्त के पास चली जाती। नरेश ने अपने पापा यानी मेरे ससुर को भी अपने दोस्त की बहन लाकर दे रखी थी तो ससुर उसकी खूब चुदाई करते। फिर ससुर गांव के ही अपने ठरकी दोस्तो को भी अपनी चुदाई के किस्से बताने लगे। फिर उनके ठरकी दोस्त पहले उनकी बातों पर विस्वास नहीं करते थे तो फिर वो एक दिन उन्हें अपने घर लेकर आये और उन्हें नरेश के दोस्त की बहन से मिलवाया तो सब उससे मिलकर बहुत खुश हुए। फिर वो और सरपंच और गांव के कई ठरकी आदमियों के साथ मिलकर काफी बातें करते।
फिर सपना ने नरेश और ससुर को मिलने के लिए बुलाया तो तब सपना उन दोनों के सामने नंगी ही रही। फिर सपना ने सरपंच और उसकी पहली बीवी को पहले ही बता दिया था उस जैसी सेक्सी औरत को चोदे बिना उसका भाई और बाप भी नहीं रह पाए। तब फिर सरपंच के सामने ही सपना ने अपने पापा और भाई से घोड़ी बनकर चुदवाया तो सरपंच तो देखता ही रह गया। फिर उन तीनों ने मिलकर सपना की एक साथ चुदाई की और चुदाई के बाद तीनों ने सपना की बहुत तारीफ की। फिर वो सब सरपंच की पहली बीवी के पास चले गए। तब वो नंगी ही थी और थोड़ी शर्मा रही थी। लेकिन फिर सपना ने उसे नरेश की बाहों में धक्का दे दिया तो फिर नरेश सरपंच के सामने ही उसके बदन को सहलाने लगा। फिर ससुर भी उसके साथ मजे करने लगे। ये सब देखकर सरपंच गर्म हो गया तो वो फिर से सपना की चुदाई करने लगा। उधर फिर ससुर और नरेश ने भी मिलकर सरपंच की पहली बीवी की चुदाई की। चुदाई के बाद सबने साथ ही में बैठकर बातें की और फिर से चुदाई की। सरपंच की पहली बीवी अब खुल चुकी थी तो फिर उसने सरपंच के सामने ही नरेश और ससुर से जमकर चुदाई की। फिर सपना ने सरपंच और अपनी मम्मी की चुदाई का प्लान बनाया तो फिर एक दिन शाम को सपना सरपंच को लेकर नरेश के घर गई। तब सपना एक दम नंगी थी और वो गाड़ी में भी नंगी ही बैठकर गई। ये सब देखकर सरपंच गर्म हो गया। लेकिन आगे और भी बहुत कुछ होने वाला था। फिर जब सरपंच और सपना नरेश के घर पहुंचे तो फिर वो दोनो घर के अंदर गए। तब सरपंच तो सास को देखकर देखते ही रह गया। सास भी सपना की तरह ही बिल्कुल नंगी थी और मेकअप वगैरह कर रखा था और पैरों में हाई हील के सैंडल पहन रखे थे। तब वो दोनो मां बेटी बिल्कुल पोर्न स्टार की तरह लग रही थी। फिर सास तो सरपंच से बिना शरमाये खुलकर मिली। पर सास को ऐसे देखकर सरपंच की सिट्टी पिट्टी गुल हो गई थी। फिर सास सरपंच के साथ बैठ गई और बातें करने लगी।
फिर सास ने जब सरपंच को बताया के नरेश के सब दोस्त उसकी चुदाई कर चुके है तो ये सुनकर सरपंच गर्म हो गया। फिर सरपंच तो सबके सामने ही सास के बदन को सहलाने लगा और फिर नरेश के साथ मिलकर सास की चुदाई करने लगा। फिर उस रात सबने मिलकर खूब चुदाई की। फिर अगले दिन सपना अपनी मां को सरपंच के घर ले गई और फिर उन्हें सरपंच की पहली बीवी से भी मिलवाया तो वो भी काफी खुश हुई। फिर सपना की मम्मी कुछ दिन सरपंच के घर पर ही रही और फिर उन सबने मिलकर बहुत चुदाई की। इसी बीच सपना ने मुझे और सोनम को भी बुला लिया। तो फिर हम दोनो जब सरपंच के घर गए तो सरपंच और मैंने एक दूसरे से काफी बातें की। फिर हम दोनो ने मिलकर साथ मे पहले सपना, फिर सरपंच की पहली बीवी और फिर रिया की भी चुदाई की। उधर नरेश और ससुर भी आ चुके थे तो फिर हम दोनो के परिवार एक साथ हो गए थे। तब पांच औरतें और आठ मर्द थे तो फिर सबने साथ मे मिलकर खूब चुदाई की। इससे हमारे दोनो परिवारों के बीच आपसी रिश्ता और भी मजबुत हो गया।
फिर एक दिन सरपंच और ससुर ने गांव के अपने सब ठरकी दोस्तो को बुलाया और सरपंच ने फिर सबसे सपना को मिलवाया। तब सपना ने एक टाइट सूट पहन रखा था। जिसमे से उसके बदन का शेप दिख रहा था। सूट का गला काफी गहरा था और पीछे से पीठ भी काफी हद तक नंगी थी। तब सब सपना को देखते ही रह गए। फिर सरपंच ने सबके सामने ही सपना की कमर में हाथ डाल लिया। फिर कुछ ने पहचान लिया के ये ससुर की बेटी है तो फिर सपना ने खुद ने सबको बताया के वो ससुर की बेटी है और अपने पहले पति से ऊब चुकी थी। इस कारण वो अब सरपंच के साथ रह रही है। ये सुनकर वो सबके सामने ही सरपंच के गले लग जाती है और सरपंच सपना की नंगी पीठ सहलाने लगता है। सपना को देखकर सबके होश उड़ चुके थे ये देखकर सरपंच काफी खुश हुआ के उसकी बीवी इतनी सेक्सी और हॉट है। इतना ही नहीं फिर सपना ने सबसे कहा कब आप मेरे पापा और पति के दोस्त है तो अब से आप अब मेरे भी दोस्त है तो ये सुनकर सब काफी खुश हुए। फिर सपना ने सबसे हाथ मिलाया और कुछ के गले भी लगी तो तब तो सब के लंड खड़े हो चुके थे। इतना ही नहीं फिर सपना सबके सामने अपने पापा से गले मिली और उनकी गाल पर किस भी किया। फिर ससुर भी अपने सब दोस्तो के सामने अपनी बेटी की कमर में हाथ डालकर खड़े हो गए और फिर उन्होंने भी सपना के किस किया। फिर सब साथ बैठकर बातें करने लगे। तब सपना तो सबके साथ काफी घुल मिल गई थी। इस तरह फिर सब सपना से काफी प्रभावित हुए और फिर वो भी सब चाहने लगे उन सबके भी सपना जैसी ही बीवी हो। फिर सरपंच और ससुर के सब दोस्त हफ्ते में एक बार तो मिलते ही थे और सब साथ बैठकर खूब मजे करते थे।
फिर सपना भी तब सरपंच के साथ चली जाती। वो हर बार अलग अलग ड्रेस पहनकर जाती और सरपंच तो सबके सामने ही सपना से रोमांस करता। सरपंच को भी सबके सामने सपना से रोमांस करने में मजा आने लगा था। सब साथ मे बैठकर दारू पीते और खूब गंदी गंदी बातें करते। तब सपना भी उनके साथ बैठकर खूब हंसती। इतना ही नहीं सपना उन सबके सामने डांस वगैरह करती और उनका मूड बनाती। तब ससुर भी सबके सामने अपनी बेटी के साथ नाचते और साथ मे उसके बदन को सहलाते। उधर सरपंच तो सरेआम सपना के होंठो पर किस कर देता। तब उन सबके सामने सपना शार्ट ड्रेस ही पहनती। सपना की मोटी गाँड और बोबो को देखकर तो सब के मुंह से लार टपकने लग जाती। सरपंच तो सपना को अपनी गोद मे बैठाकर सपना के साथ बहुत मजे करता। एक बार तो जब सरपंच ज्यादा गर्म हो गया तो उसने तो अपना लण्ड सबके सामने बाहर निकाल लिया और हिलाने लगा। ये देखकर तो सपना हँसने लगी। फिर सरपंच सपना के बोबो को दबाने लगा और फिर सपना का हाथ अपने लण्ड पर रख दिया तो फिर सपना लण्ड सहलाने लगी। फिर सरपंच पूरा नंगा हो गया और फिर सपना के पीछे जाकर खड़ा हो गया और फिर पीछे से सपना के कपड़ो के ऊपर से ही लण्ड सपना की गाँड पर रगड़ने लगा। ये देखकर तो सबका बुरा हाल हो चुका था। फिर सरपंच सपना को बालों से पकड़कर कमरे में ले गया और फिर सपना को घोड़ी बनाकर उसे नीचे से नंगी करके चुदाई करने लगा। तब कमरा खुला ही था तो फिर सब कमरे के बाहर खड़े होकर उनकी चुदाई देखने लगे।
फिर चुदाई के बाद सरपंच साइड में हुआ तो तब सब सपना की नंगी गाँड देखते ही रह गए। सपना भी तब सबके सामने वैसे ही घोड़ी बनी रही। फिर सपना ने सबके सामने ही अपनी ड्रेस पहनी और फिर सरपंच नंगा ही उसे साथ लेकर कमरे से बाहर आ गया। तब सब सरपंच से कहने लगे के क्या माल है। ये सुनकर सरपंच सपना की तरफ देखकर मुस्कुराने लगा और फिर सपना भी मुस्कुराने लगी। फिर इसके बाद तो सरपंच सबके सामने ही सपना की गाँड पर कपड़ो के ऊपर स्व ही थप्पड़ मार देता। तो कभी कभी सपना को अपनी गोद मे उल्टी लेटाकर उसकी गाँड सहलाता रहता और फिर मन करता तब कमरे में ले जाकर सपना की चुदाई कर लेता। सरपंच को ऐसे काफी मजा आता था। सरपंच ने सपना से कहा के वो हमेशा से अपनी बीवी के साथ सबके सामने ऐसे ही मजे करने चाहता था।
सपना को भी इस सबमे बहुत मजा आ रहा था। ससुर भी सबके सामने अपनी बेटी की गालों पर किस कर लेते और सपना उनके सामने झुक कर खड़ी हो जाती तो फिर ससुर उसकी गाँड पर थप्पड़ मार देते। तब ये देखकर तो सब देखते ही रह जाते। फिर सपना सबसे कहती के मेरे पापा मेरे दोस्त है। फिर तो कई बार ससुर और सरपंच दोनो सपना के आगे पीछे खड़े होकर उसके साथ मस्ती करते रहते। फिर सपना तो सबके सामने ही अपने पापा का सिर अपने बोबो में डाल लेती और फिर ससुर भी सपना के बोबो को चूमने लग जाते। सपना खुद ससुर के हाथों को पकड़कर अपने बोबो पर रख देती थी। उधर सपना सरपंच और ससुर के दोस्तो की बाहों में चली जाती थी पर वो उन्हें अपनी कमर के अलावा और कहीं हाथ लगाने नहीं देती थी। फिर कुछ दोस्त सपना से कहते के तू एक रात के लिए मेरे पास आ जा मै तेरी सारी प्यास बुझा दूंगा तुझे चोदकर तो फिर सपना उसे कह देती के अपनी बेटी को चोद ले। फिर कुछ और दोस्त भी अपना लण्ड बाहर निकालकर सहलाते रहते और फिर झड़ जाते। फिर सपना ने सरपंच और अपने पापा के साथ प्लान बनाकर एक खेल खेलने के लिए कहा। खेल कुछ ऐसा था के सब अपना नाम लिखकर एक डिब्बे में डाल देंगे और फिर सपना उनमें से एक पर्ची निकालेगी और फिर जिसका भी पर्ची में नाम आएगा वो उसके साथ पूरा दिन बेड पर नंगी रहेगी और फिर वो उसके साथ जो चाहे वो कर सकेगा और बाकी सब उन्हें देखेंगे। ये सुनकर तो सब खुशी से उछल पड़े। फिर सपना एक ब्रा पैंटी पहनकर आई और सब उसे देखते ही रह गए। फिर कोई तो अपना लण्ड बाहर निकालकर तो कोई कपड़ो के ऊपर से ही मसलने लगा। फिर सपना ने एक पर्ची निकाली और फिर सपना ने चालाकी से पर्ची बदलकर अपने पापा के नाम वाली पर्ची निकाल दी। जब सपना ने पर्ची खोलकर नाम पढ़ा तो ससुर का नाम सुनकर सब हैरान हो गए।
वो ये सोचने लगे के अब ससुर क्या करेंगे। लेकिन अपना नाम सुनकर तो ससुर काफी खुश हुए और फिर वो तो सबके सामने ही नंगे हो गए। तब ससुर का लण्ड भी खड़ा था। फिर ये देखकर सपना जब अपने पापा के पास गई तो ससुर ने सपना को अपनी बाहों में ले लिया और पीछे से अपने हाथ उसकी गाँड पर रख दिये। सपना ने ससुर और सरपंच के साथ मिलकर सब प्लान पहले से ही बनाया था तो फिर ससुर अपने सब दोस्तो के सामने सपना के बदन को सहलाने लगे और चूमने भी लगे। तब ससुर को अपनी बेटी के साथ मजे करते देख सब देखने लगे। फिर ससुर के दोस्त ससुर से कहने लगे के बेटी हुई तो क्या हुआ तुम इसकी चुत और गाँड फाड़ देना। मेरी बेटी ऐसी होती तो तब मैं भी ऐसा ही करता। ये सुनकर सपना हँसने लगी। फिर ससुर सपना को लेकर कमरे में जाने लगते है तो बाकी सब लोग भी उनके पीछे पीछे कमरे में चले जाते हैं। तब ससुर तो बहुत गर्म थे क्योंकि वो अपने दोस्तों के सामने सपना की चुदाई करने वाले थे। तब सपना की चुत भी गीली हो चुकी थी जिस कारण उसकी पैंटी भी गीली हो गई थी। ये देखकर ससुर के दोस्त कहने लगे के सपना रानी भी लण्ड लेने के लिए तड़प रही है। फिर ससुर सपना को बेड पर लेटाकर उसके ऊपर चढ़ जाते है और उसके बड्डन के हर अंग को चूमने लग जाते है। ये देखकर वहां मौजूद सभी मर्द अपना लण्ड हिलाने लग जाते है। फिर ससुर और सपना बैठ जाते है और फिर अपने ऊपर कम्बल ले लेते है और फिर ससुर पहले तो सपना की ब्रा खोलते है और ब्रा खोलकर अपने दोस्तों की तरफ फेंक देते है तो फिर वो सपना की ब्रा को अपने लण्ड पर रगड़ने लग जाते है। फिर ससुर सपना की पैंटी भी खोल देते है तो फिर सब सपना की पैंटी सूंघने लगते है। फिर ससुर सपना का हाथ अपने लण्ड पर रख देते है तो सपना ससुर का लण्ड हिलाने लगती है और ससुर खुद सपना के बोबो को सहलाने लगते है। फिर सपना कम्बल नीचे कर लेती है तो फिर सपना के बोबो पर ससुर के हाथ ज़बको दिखाई देने लगते है। फिर ससुर एक हाथ से सपना की चुत भी सहलाने लगते है तो फिर सबको सपना ऊपर से नंगी दिखाई देने लगती है। थोड़ी देर के बाद सपना को लेटाकर ससुर सपना के ऊपर चढ़ जाते है और फिर अपना लण्ड चुत में डालकर चुदाई करने लगते है। तब सपना जोर जोर से सिस्कारियाँ लेने लगती है जिससे बाकी सब और भी ज्यादा गर्म हो जाते है।
कुछ देर ऐसे चुदाई करने के बाद सपना करवट लेकर लेट जाती है तो फिर ससुर सपना की गाँड मारने लगते है। तब ससुर पीछे से सपना की गाँड पर से कम्बल हटा देते है तो फिर सबको सपना की नंगी गाँड और गाँड के छेद में अंदर बाहर होता हुआ लण्ड दिखाई देने लगता है। फिर ससुर सपना को घोड़ी बनने के लिए कहते है तो फिर सपना घोड़ी बन जाती है तब सपना पूरी नंगी होती है और उसके लटकते हुए बोबे सब को दिखाई देने लगते है। फिर ससुर पहले तो सपना की गाँड और चुत को चाटते है और फिर लण्ड डालकर चुदाई करने लगते है। ससुर साथ मे सपना की गाँड पर थप्पड़ मार मार कर लाल कर देते है। उन दोनों की चुदाई देखकर सब देखते ही रह जाते है। फिर ससुर जब झड़ जाते है तो वो गाँड में झड़ते है और फिर सपना की गाँड से पानी निकलने लगता है। फिर सपना वैसे ही उल्टी ही लेट जाती है। ससुर भी तब सपना की एक साइड में लेटे होते है तो फिर वो सपना के बदन को सहलाने लग जाते है। उधर सब अपना लण्ड कई बार हिला चुके होते है। फिर सपना अपने ऊपर कम्बल लेकर सीधी होकर लेट जाती है। पर तब कम्बल उसकी चुत से थोड़ा सा ऊपर होता है तब सब सपना की चुत देखकर मजे लेने लगते है। फिर सपना फिर से ससुर का लण्ड हाथ से हिलाकर खड़ा करने लगती है। लेकिन फिर ससुर लंड चुसने के लिए कहती है तो फिर सपना उठकर बैठ जाती है और ससुर के लण्ड को चुसने लगती है। तब सपना के बोबे नंगे ही होते है। ससुर ने उस दिन वियाग्रा लिया होता है तो उनका लण्ड बिल्कुल तनकर खड़ा हो जाता है। फिर ससुर सपना को अपने लण्ड पर बैठा लेते है और सपना ऊपर नीचे होने लगती है। तब कम्बल सिर्फ सपना की कमर पर होता है और वो ऊपर से नंगी होती है। फिर ससुर नीचे से कम्बल हटा देते है तो फिर सबको ससुर का लण्ड सपना की चुत में जाता हुआ दिखाई देने लगता है और ससुर भी सपना की कमर पर हाथ रखकर उसे ऊपर नीचे होने में मदद करते है। बीच बीच मे जब लण्ड चुत से बाहर निकल जाता है तो सपना अपने हाथ से लण्ड पकड़कर चुत में डाल लेती है। तब सपना पूरी नंगी होकर सबके सामने अपने पापा से चुद रही होती है। ये सब देखकर तो सबका बुरा हाल हो जाता है।
फिर चुदाई के बाद सपना ससुर के ऊपर ही लेट जाती है और वो सपना की पीठ सहलाने लगते है। फिर सपना थोड़ी थक चुकी होती है तो वो ससुर से उतरकर साइड में लेट जाती है और ससुर उसकी कमर तक कम्बल कर देते है। फिर ससुर और सपना लिप किस करने लगते है जो कि काफी देर तक चलता है। अभी दोपहर ही हुई थी तो फिर ससुर सपना के दोनो पैरों को अपने कंधों पर रखकर चुदाई करने लगते है। उधर कमरे में ससुर के लगभग दोस्त नंगे हो जाते है और चुदाई देखकर लण्ड हिलाते रहते है। फिर जब ससुर थक जाते है तो फिर वो बैठ जाते है। तब ससुर तो नंगे बैठे थे लेकिन सपना ने कमर तक कम्बल ले रखा था। फिर ससुर सपना से खुश होकर उसे एक सोने का नेकलेस देते है और उसके गले मे पहना देते है। फिर बाकी सब लोग कमरे से बाहर चले जाते है तो सपना एक बिकिनी पहनकर ससुर के साथ बाहर चली जाती है। फिर सब सपना से ये खेल हर दिन खेलने के लिए कहते है तो सपना हाँ कर देती है। फिर सब खुश हो जाते है क्योंकि अब उन्हें भी सपना की चुदाई करने की उम्मीद हो जाती है।
उधर सरपंच भी खुले विचारों का होता है और वो सपना को किसी भी कीमत पर खोना नहीं चाहता है तो फिर भी सपना को कुछ भी करने की इजाजत दे देता है। सपना उसे बता भी देती है के उससे पहले उसके कई और मर्दो से सम्बंध रह चुके है तो सरपंच भी सोचने लगता है के इतनी सेक्सी औरत के सम्बंध बनना तो आम बात है। लेकिन वो भाग्यशाली है के सपना उसकी बीवी है। फिर सपना अपने कई पहचान वाले लोगो को बुला लेती है। फिर उनसे अपने पति सरपंच को मिलवाती है। फिर सरपंच तो उनके सामने ही सपना से रोमांस करता है तो फिर वो लोग भी सपना को अपनी बाहों में लेकर उससे मस्ती करने लगते है। सरपंच समेत वो 5 से 6 लोग होते है और फिर वो सब गर्म हो जाते है तो फिर सपना उन सबसे से चुदाई करवाती है। सरपंच को भी उनके साथ मिलकर सपना की चुदाई करके बहुत मजा आता है।
उधर गांव में नरेश के दोस्तो और ससुर और सरपंच के ठरकी दोस्तो की वजह से लगभग आधे गांव को सपना के बारे में पता चल चुका होता है। लेकिन खुलकर कोई इस बारे में बात नहीं करता है। उधर सपना इस बात का पूरा फायदा उठाती है। वो और सरपंच गांव में जब जाते है तो सपना शार्ट ड्रेस पहनकर चली जाती है। क्योंकि वहाँ सब ससुर और सरपंच के दोस्त वगैरह ही होते है। गांव में ससुर के घर के आसपास के कई घर नरेश के दोस्तो के है और कुछ घर ससुर के दोस्तो के है। जो कि सब या तो सपना की चुदाई कर चुके है या सपना को नंगी देख चुके है। फिर सपना ने सबसे कहा के वो दोपहर के बाद घर से बाहर अपनी घर की औरतों को ना निकलने दे। तो सबने सपना कि बात मान ली। फिर सपना एक नेट वाली ब्रा पैंटी पहनकर और अच्छे से तैयार होकर अपनी मांग में सिंदूर और मंगलसूत्र वगैरह पहनकर सरपंच के साथ गाड़ी में बैठकर चली गई। तब वहां घरों के बाहर सिर्फ आदमी ही खड़े थे तो फिर सपना गाड़ी से उतरकर सबके बीच चलने लगी तो सब सपना को देखते ही रह गए। तब सरपंच भी साथ मे था। ऐसे खुल्लम खुल्ला लगभग नंगी होकर चलने में सपना को बहुत मजा आ रहा था और साथ मे सरपंच को भी। वैसे तो गांवों में सब औरतें घूंघट निकालकर घर से बाहर निकलती है पर उधर सपना तो नेट वाली ब्रा पैंटी पहनकर जिसमे से सपना का बदन साफ दिख रहा था, गली में चल रही थी। ये देखकर तो सब पागल हो गए।
फिर इस बार जब ससुर और सरपंच के सब दोस्त इकट्ठा हुए तो सपना उन सबके सामने नंगी ही रही। फिर सपना एक एक करके हर दिन ससुर के दोस्तो के साथ चुदाई करने लगी। तो कुछ ही दिनों में सपना ससुर और सरपंच के दोस्त जो के गांव के ही थे उन सबसे चुदाई करवा ली। फिर तो वो सब मिलकर सपना की खूब चुदाई करते। उधर फिर एक दिन सपना ने नरेश और उसके दोस्तों को भी बुला लिया तो नरेश अपने कुछ दोस्तों को लेकर चला गया। तब सब लोग कुल मिलाकर 20 लोग हो गए थे तो उन सबके सामने सपना ने पहले तो ससुर और नरेश से चुदवाया। अपने बाप और भाई से चुदवाता देख सब के होश उड़ चुके थे। लेकिन फिर सब गर्म भी हो चुके थे। तब सब सरपंच के फार्म हाउस पर थे तो फिर वो सब मिलकर 4-5 दिनों तक सपना की लगातार चुदाई करते रहे। जिसमे सभी को बहुत मजा आया। फिर तो सपना का जब मन करता वो ससुर और नरेश के दोस्तो को बुलाकर चुदाई करवा लेती। इस प्रकार सपना गांव के ही लगभग 40 से 50 मर्दो से चुदवा चुकी थी। जो भी सपना की चुदाई करता वो तो सपना का दीवाना हो जाता और फिर सपना उसे अपने इशारों पे नचाती। ससुर और सरपंच के दोस्त काफी अमीर थे तो वो तो सपना को चुदाई के बाद सोने और चांदी की ज्वैलरी देते। जिज़ कारण अब सपना के पास इतनी सोने और चांदी की ज्वैलरी हो चुकी थी के अगर वो सब ज्वेलरी पहन लें तो उसका पूरा बदन बस सोने और चांदी से ही ढक जाए। उसे कपड़े पहनने की जरूरत ही ना पड़े। सपना गांव के बाकी लोगो के सामने तो कपड़े पहनकर और घूंघट निकालकर बिल्कुल शरीफ औरत की तरह रहती पर ससुर और नरेश के दोस्तो के सामने नंगी रहकर उनसे खूब चुदवाती।
अब गांव के लगभग सभी लोगो को पता चल चुका था के सपना ससुर की बेटी हैं और वो सरपंच के साथ रहती हैं। उधर सरपंच रिया की और सपना की मम्मी की भी खूब चुदाई करता। सपना की मम्मी यानी मेरी सास वो भी अपने बदन का काफी ख्याल रखती थी और चुदाई का भरपूर आनंद लेती थी। जिस कारण वो दिखने में सपना की बहन लगती थी। तीनो मां बेटी एक से बढ़कर एक थी।
उधर रिया, सरपंच के दोनो लड़के और मेरे और नरेश का लड़का सब कॉलेज जाने लगे थे। कॉलेज में वो पांचों जने सब साथ ही रहते और खूब मस्ती करते। वो जिस कॉलेज में जाते थे वो बहुत फेमस कॉलेज था और वहां अमीरों के बच्चे ही पढ़ने आते थे। रिया कॉलेज में शार्ट जीन, टॉप वगैरह ही पहनकर जाती थी तो सब उसके दीवाने थे। रिया छोटे कपड़े पहनने का कोई भी मौका नहीं छोड़ती थी। कॉलेज का माहौल काफी खुला था। हर दिन काफी लड़के रिया को प्रपोज करते थे। पर रिया किसी को भाव नहीं देती थी। कॉलेज में रिया सरपंच के दोनो लड़को के साथ ही घूमती थी और सबको पता था के वो दोनो रिया के बॉयफ्रेंड है। कॉलेज काफी बड़ा था तो सब इधर उधर घूमते रहते थे। जब रिया और चारो लड़के अकेले होते तो वो सब चुदाई करने लग जाते थे। रिया ने कॉलेज में नंगी होकर काफी जगह चुदवाया था। रिया ऊपर तो लगभग ब्रा ही पहनती और नीचे शार्ट जीन वगैरह पहन लेती थी। जिसमे वो काफी सेक्सी लगती थी। कॉलेज में फैशन शो रखा गया तो उसमें रिया ने ब्रा पैंटी पहनी तो सब उसे देखते ही रह गए। सरपंच के दोनो लड़के रिया को काफी पसंस करटे थे और वो उसकी दिन रात चुदाई भी करते थे। कॉलेज में सबसे हॉट और सेक्सी लड़की रिया ही थी। रिया जब किसी पार्टी वगैरह में जाती तो वो बस ब्रा पैंटी ही पहनती और पैंटी नेट वाली पहनती। जिससे उसकी गाँड दिखती रहती। ये देखकर तो सबका बुरा हाल हो जाता था।
रिया को लड़के तंग ना करे इसलिए सरपंच ने चार बॉडीगार्ड भी लगा दिए थे। रिया सभी लड़को के बहुत मजे लेती थी। वो कॉलेज में ही बिकिनी पहनकर लड़को के टॉयलेट में चली जाती और फिर वहां 4 या 5 लड़को को अपने सामने खड़ा कर लेती और फिर वो उनसे लण्ड हिलाने के लिए कहती। उनका लण्ड हिला हिलाकर बुरा हाल हो जाता था पर वो फिर भी रिया को देखकर लण्ड हिलाते रहते थे। फिर रिया का मन करता तब वो उनके सामने कभी अपनी पैंटी तो कभी ब्रा और कभी तो दोनो ही निकाल देती थी। तब रिया को नंगी देखकर तो वो लड़के देखते ही रह जाते थे। सभी लड़के सरपंच के दोनो लड़को ऑयर मेरे और नरेश के लड़के से दोस्ती करने की कोशिश करते ताकि वो ज्यादा से ज्यादा रिया के करीब रह सके और उसे देख सके। इस प्रकार और बाकी सब लड़के मिलकर फुल मस्ती कर रहे थे।
ससुर और सरपंच के दोस्तो को सास के बारे में पता चल चुका था तो फिर सपना ने अपनी मम्मी को भी सबसे मिलवाने के बारे में सोचा तो फिर इसके लिए सपना ने ससुर, नरेश और सरपंच के सब दोस्तो को बुलाया। जो कि लगभग 30 से 40 लोग हो चुके थे। जो कि सभी सपना की चुदाई कर चुके थे पर सभी ने सास की चुदाई नहीं कि थी। सपना में एक छोटी सी पार्टी रखी थी। फिर वहां पर सपना अपनी मम्मी को लेकर गई। तब उन दोनों ने सेक्सी शार्ट ड्रेस पहन रखी थी और वो किसी पोर्न स्टार की तरह लग रही थी। जब सपना ने सबसे अपनी मम्मी को मिलवाया तो ससुर और सरपंच के दोस्तो को बिल्कुल यकीन नहीं हुआ के वो औरत सपना की मम्मी है। लेकिन फिर नरेश के दोस्तो के कहने पर और सपना ने अपनी एक फैमिली फ़ोटो दिखाई तब जाकर सबको यकीन हुआ। नहीं तो वो सास को सपना की बहन ही समझ रहे थे। सपना और उसकी मम्मी की शक्ल आपस मे बहुत मिलती है। सास सपना से थोड़ी पतली भी थी। फिर पार्टी में ससुर तो सपना की कमर में हाथ डालकर घूम रही थी और सास नरेश के साथ। इतना ही नहीं वो सबसे गले मिल रही थी तो सब उनके बोबो और गाँड को दबा और सहला रहे थे। सास तो सभी जवान मर्दो के साथ हंस हँसकर बाते कर रही थी और सपना थोड़ी ज्यादा उम्र के लोगो के साथ। फिर सपना और सास बिल्कुल नंगी हो गई तो फिर सब उन्हें देखकर गर्म हो गए। इतना ही नहीं फिर सास और सपना ने सबको वियाग्रा टेबलेट उनकी ड्रिंक में डाल दी तो सबके लण्ड लोहे की रॉड के जैसे टाइट हो गए। फिर सपना और सास दोनो घोड़ी बन गई तो सब उनकी चुदाई करने लगे। जो कि रात भर चलती रही। सभी ने उन दोनों की जैसे चाहे वैसे चुदाई की। फिर अगले दिन सास और सपना ने दोपहर तक आराम किया और दोपहर बाद फिर सब चुदाई करने लगे। फिर जिसका मन भर गया वो अपने आप ही जाने लगा तो फिर करीब 10 से 15 दिनों तक चुदाई चलती रही। फिर कुछ वापिस भी आ जाते थे। सरपंच का फार्महाउस तो रंडीखाना ही बन गया था। लेकिन फिर सास तो नरेश के किसी दोस्त के साथ चली गई और सपना सरपंच के साथ वापिस घर आ गई।
फिर इसके बाद तो सपना और सास दोनो का जब मन करता तो वो सबको बुला लेती और खूब मस्ती करती। इसके अलावा सास की तरह सपना भी गांव में नरेश या ससुर के किसी दोस्त के घर चुदवाने चली जाती। तब सरपंच और उसके बेटे मिलकर रिया की चुदाई करते। सपना और सास के कारण अब लोग और भी ज्यादा ठरकी हो चुके थे। ससुर के दोस्त जिनकी उम्र 55 सके ज्यादा ही थी वो भी घर पर अपनी बहू और बेटी को पटाने की कोशिश करने लगे। ऐसे ससुर के एक दोस्त की बेटी बहुत सुंदर थी। फिर ससुर का दोस्त पहले तो उसे यहां वहां छूने लगा तो वो अपने पापा को ऐसी हरकत करते देख पहले तो कुछ समझ नहीं पाई। फिर तो ससुर का दोस्त अपनी बेटी को लण्ड दिखाने लगा। उसकी बेटी शादीशुदा थी और उसके बच्चे भी थे। फिर वो पहले तो कुछ समझ नहीं पाई। तो वो अपने पापा को बुरा भला कह देती। पर इज्जत और शर्म के कारण वो ये बात किसी और को नहीं बता सकती थी। उधर ससुर का दोस्त अपनी बेटी के पीछे पड़ा रहा और उससे चुदाई का कह दिया तो अपने बाप के मुंह से ये सुनकर उसे यकीन नही हुआ। वो जब भी मौका मिलता तो अपनी बेटी से जाकर चिपक जाता और उससे सिर्फ एक बार चुदाई करने के लिए मिन्नतें करने लगा। फिर उसकी बेटी थोड़ी नर्म हुई तो वो अपने बाप की बाहों में जाने लगी। फिर उसका बाप अपनी बेटी के बदन को सहलाने लगा तो फिर वो भी गर्म होने लगी। फिर तो वो सलवार में हाथ डालकर उसकी चुत में उंगली करने लगा और बोबो को भी जोर से दबाने लगा। फिर उसकी बेटी चुदने के लिए पूरी तरह तैयार हो गई तो फिर उसके बाप ने उसे रात को अपने कमरे में बुलाया। फिर वो बाकी घरवालों से बहाना करके अपने बाप के साथ कमरे में सोने लगी। उसका बाप काफी रोमांटिक था तो उसने बेड पर फूल वगैरह बिछा रखे थे और पास में कंडोम का डिब्बा भी रखा था। ये सब कुछ देखकर उसकी बेटी देखती रह गई। फिर वो खुद नंगा हो गया और फिर अपनी बेटी को देखकर लण्ड हिलाने लगा। तब उसकी बेटी ये देखकर मुस्कुराने गई। फिर वो अपनी बेटी के पास गया और एक एक करके उसके सब कपड़े खोलने लगा।
फिर अपनी बेटी को नंगी करके उसे बेड पर लेटाकर उसके अंग अंग को चूमने लगा। जिससे उसकी बेटी तो पागल हो गई। फिर उसने अपनी बेटी की चुत में जब पहली बार लण्ड डाला तो उसे बहुत मजा आया और उसकी बेटी को भी बहुत मजा आया। फिर वो चुदाई करने लगे और उन्हें चुदाई में बहुत मजा आया। फिर एक राउंड के बाद जब ससुर के दोस्त ने अपनी बेटी की गाँड में उंगली डाली तो उसने पाया के उसकी गाँड अभी कुंवारी थी। फिर उसने अपनी बेटी से पूछा तो उसने भी कहा के उसने अभी तक किसी से गाँड नहीं मरवाई है। ये सुनकर वो खुश हो गया। फिर उसने अपनी बेटी को घोड़ी बनाया और पहले तो उसकी चुत मारी और फिर तेल लगाकर लण्ड उसकी गाँड में डाल दिया तो उसकी बेटी जोर से चिल्लाई। लेकिन उनका कमरा दूर था तो किसी को भी उसकी चीख सुनाई नहीं दी। फिर उसने अपनी बेटी की गाँड में पूरा लंड उतार दिया और फिर वो रात भर चुदाई करते रहे। फिर सुबह जब उसकी बेटी कमरे से गई तो उसे लंगड़ाता देखकर उसकी मां पूछने लगी के क्या हुआ तो उसने कहा के उसके पैर में मोच आ गई है। फिर ससुर के दोस्त की बीवी अपनी बेटी के पैर की तेल से मालिश करने लगी। फिर तो वो अपने बाप से हर दिन चुदवाने लगी। फिर उन्हें चिंता होने लगी के घर पर अगर किसी और को पता चल गया तो। फिर ससुर का दोस्त अपनी बेटी से बोला के हम पता चलने से पहले ही सबको बता देंगे। फिर उसकी बेटी ने पूछा के वो कैसे तो फिर उसके बाप ने बताया के तुम बस देखती जाओ। फिर एक दिन ससुर का दोस्त अपनी बेटी को घोड़ी बनाकर चोदने लगा। हालांकि तब उसकी बीवी घर पर ही थी। तब ससुर का दोस्त चाहता था के उसकी बीवी उन्हें देखे। वही हुआ उसकी बीवी जब कमरे में गई तो अपनी बेटी को उसी के बाप से चुदवाते हुए देखकर उसके पैरों के तले से जमीन खिसक गई। फिर वो उन दोनों को डांटने लगी तो फिर ससुर का दोस्त खड़ा होकर आया और अपनी बीवी की गाल पर थप्पड़ मारकर बोला के ये सब तुम्हारी वजह से हुआ है। तुम तो बस पूजा वगैरह में लगी रहती हो और कभी मुझ पर ध्यान ही नहीं दिया। बाहर और किसी से मै कर नहीं सकता तो मैंने अपनी बेटी को चुदाई के लिए राजी कर लिया। ये सुनकर ससुर के दोस्त की बीवी को अपनी गलती का एहसास हुआ।
फिर इतना ही नहीं तब ससुर के दोस्त की बेटी वहीं पर नंगी खड़ी थी तो फिर वो अपनी बीवी को भी नंगी करने लगा और फिर उसकी चुदाई करने लगा। चुदाई के बाद वो तो कमरे से बाहर चला गया। फिर वो दोनो मां बेटी कमरे में नंगी ही थी। फिर उसकी बीवी ने अपनी बेटी से कुछ नहीं कहा। फिर रात को जब सब सो गए तो फिर उसकी बेटी खुद तैयार हुई और फिर अपनी मां को भी तैयार करके एकदम सज संवरकर दोनो उसके कमरे में चली गई। फिर ससुर का दोस्त दोनो के बदन को सहलाने लगा और फिर उसने उस रात दोनो की एक साथ चुदाई की। फिर तो वो दिन में भी कभी अपनी बेटी तो कभी अपनी बीवी की चुदाई करने लगा। फिर ससुर के दोस्त ने जब ये बात अपने दोस्तों को बताई तो उन्हें ज़रा भी यकीन नहीं हुआ। वो कहने लगे के तुम्हारी बेटी ऐसा कभी नहीं कर सकती। वो काफी अच्छी लड़की हैं। फिर इस बात का यकीन दिलवाने के लिए उसने अपने दोस्तों को दिखाने के लिए कहा तो वो सब देखने के लिए तैयार हो गए। उसका घर ससुर के घर के पास ही था तो फिर उसने सबसे ससुर के घर की छत पर चढ़कर देखने के लिए कहा तो फिर सपना, ससुर और उनके 5-6 दोस्त ससुर के घर की छत पर चढ़ गए। तब सपना तो छत पर एकदम नंगी थी और बाकी सब भी नीचे से नंगे ही थे। फिर वो सब उसके घर की तरफ देखने लगे। तब सपना तो नंगी ही खुलकर छत पर घूम रही थी। आसपास ससुर और नरेश के दोस्तो के ही घर थे तो उसे कोई डर नहीं था। उधर ससुर और उनके सब दोस्त भी सपना से मस्ती कर रहे थे। फिर सपना घोड़ी बन गई और ससुर के दोस्त के घर की तरफ देखने लगी तो बाकी सब भी देखने लगे और सब बारी बारी से सपना की चुदाई भी करने लगे।
फिर सबने देखा के तब ससुर के दोस्त के घर ससुर का दोस्त और उसकी बीवी और बेटी ही थे। तब उसकी बेटी कपड़े सुखा रही थी और उसकी बीवी तब वहीं बैठी थी तो फिर वो अपनी बीवी के सामने ही उसके बोबो को सहलाने लगा। तब वो तीनो आपस मे कुछ बातें भी कर रहे थे। ये देखकर तो हम सब देखते ही रह गए। फिर ससुर के दोस्त ने अपनी बेटी के बोबो को बाहर निकाल दिया और फिर वो ऐसे ही घूमने लगी। फिर ससुर का दोस्त अपनी बीवी के पास चला गया और उससे मस्ती करने लगा और फिर उसने अपनी बीवी को ऊपर से नंगा ही कर दिया। फिर ससुर के दोस्त ने अपनी बेटी को खींचकर अपनी गोद मे बैठा लिया और उसके बदन को सहलाने लगा। उधर उसकी बेटी अपनी मम्मी के बोबो को दबाने और सहलाने लगी। फिर ससुर के दोस्त की बेटी अपनी पापा की गोद से उठकर अपने कपड़े खोलने लगी और फिर उधर ससुर का दोस्त भी कपड़े खोलकर नंगा हो गया तो फिर वो दोनो बारी बारी से उसका लण्ड चुसने लगी। फिर ससुर के दोस्त ने उन दोनों को घोड़ी बनाया और फिर बारी बारी से उनकी चुदाई करने लगा। ये सब देखकर तो ससुर के दोस्त और सपना देखते ही रह गए। तब सबको यकीन हो गया के वो झूठ नहीं बोल रहा था।
फिर वो ससुर का दोस्त जब शाम को सब से मिला तो फिर वो सब उससे पूछने लगे के उसने ये सब कैसे किया तो उसने फिर सबको बताया के उसने की क्या किया था। उधर ससुर के दोस्त की बीवी और बेटी अब काफी खुल चुकी थी तो फिर वो अब घर पर बड़े गले वाले कपड़े पहनने लगी ताकि उनके बोबे ज्यादा से ज्यादा दिख सके। फिर ससुर के दोस्त ने जब अपनी बीवी और बेटी को बताया के उसके दोस्त उन दोनों को नंगी देख चुके है तो ये सुनकर वो दोनो हँसने लगी। इतना ही नहीं घर पर जब ससुर के दोस्त आते है तो वो खुलकर उनके सामने अपने बदन को दिखाती है। ये देखकर तो वो देखते ही रह जाते है। फिर बाकी सब भी अपने घर की औरतों को पटाने की कोशिश करने लगते है तो इसमें कुछ तो सफल हो जाते है और जो नहीं होते वो सपना और सास की चुदाई करके ही मजे लेते।
उधर सरपंच की पहली बीवी भी काफी खुल चुकी थी तो फिर एक बार सपना उसे भी अपने साथ सरपंच के फार्म हाउस पर ले गई। तब वहां सरपंच के 15 से 20 दोस्त थे। तब उन दोनों ने शार्ट ड्रेस पहन रखी थी। तब इतने लोगो को देखकर सरपंच की पहली बीवी पहले तो थोड़ी शर्मा रही थी लेकिन फिर थोड़ी देर बाद वो नॉर्मल हो गई। फिर सपना तो नंगी होकर उनके साथ मजे करने लगी तो फिर सरपंच की पहली बीवी अपने पति के सामने ही उनके दोस्तों के साथ बातें करने लगी वो भी उनसे चिपक चिपक कर। उधर सपना ने सरपंच की पहली बीवी को धक्का देकर सरपंच के दोस्तो की बाहों में गिरा देती तो वो सब फिर उसके बदन को सहलाने लगे। इससे सरपंच की पहली बीवी काफी गर्म हो गई। फिर ये देखकर सरपंच भी गर्म हो गया तो फिर वो खुद ही सबके सामने अपनी पहली बीवी की चुदाई करने लगे। तब सरपंच के दोस्त नंगे हो चुके थे तो फिर सरपंच ने अपनी पहली बीवी को भी नंगी कर दिया तो फिर सरपंच के दोस्त उसके बोबो और गाँड को सहलाने लगे। तब सरपंच की पहली बीवी भी उनके लण्ड सहलाने लगी। फिर वो सरपंच के एक दोस्त से चुदवाने लगी। फिर धीरे धीरे उसने सरपंच के कई और दोस्तो ले साथ भी चुदाई की। उस दिन सरपंच की पहली बीवी को काफी मजा आया तो फिर तो वो और सपना सरपंच के दोस्तो के साथ चुदवाने लगी। फिर तो सपना, सरपंच की पहली बीवी और सास ससुर और सरपंच के गांव के और आसपास के गांवों के दोस्तों से चुदवाने लगी। फिर कभी कभी मै और सोनम भी वहां चले जाते और खूब चुदाई करते।
हालांकि रिया नरेश और ससुर के कुछ दोस्तों से पहले ही चुदवा चुकी थी और सरपंच भी रिया की चुदाई करता था तो फिर एक दिन सपना रिया को भी अपने साथ ले गई। तब रिया ने बिकिनी पहनी थी तो सब रिया को देखकर देखते ही रह गए थे। फिर रिया सबसे मिली और सब बस रिया को देखकर अपना लण्ड हिलाए जा रहे थे। ये देखकर सरपंच देखता ही रह गया और फिर घर आने के बाद सरपंच ने रिया की काफी चुदाई की। रिया ने तब सरपंच और ससुर के दोस्तो से चुदाई नहीं करवाई थी। सपना की गाँड और बोबो का साइज काफी बढ़ गया था हालांकि वैसे सपना काफी फिट थी। छोटा लण्ड तो पीछे से सपना की गाँड और चुत में जा ही नहीं पाता था। तो सरपंच अक्सर मजाक में कह देता था के अब तो तुम्हारे लिए घोड़े का लण्ड भी कम पड़ेगा शायद। सरपंच ने दो कुत्ते पाल रखे थे जो कि काफी बड़े बड़े थे। एक बार उनमें से एक कुत्ते का लण्ड खड़ा था तो ये देखकर सपना जाकर उसका लण्ड पकड़कर सहलाने लगी तो कुत्ते को भी मजा आने लगा। फिर सपना ने किसी तरह उस कुत्ते का लण्ड अपनी चुत में डाल लिया और अंदर बाहर करने लगी तो फिर तो कुत्ता अपने आप ही सपना की चुदाई करने लगा। तब वहां सरपंच भी था तो वो तो ये देखकर हैरान रह गया। फिर सपना घोड़ी बन गई तो कुत्ते ने काफी देर तक सपना की चुदाई की। फिर उसने अपना पानी सपना की गाँड में ही डाल दिया। फिर उस दिन के बाद तो जब भी सपना नंगी होती तो कुत्ता जाकर सपना की चुत और गाँड चाटने लगता। फिर सपना घोड़ी बन जाती तो कुत्ता चुदाई करने लगता। इतना ही नहीं जब सपना सीधी लेटी होती तब भी कुत्ता ऊपर चढ़कर सपना की चुत में लण्ड डालकर करने लग जाता। सुबह सुबह जब सपना सोई होती तब और रात को सोते वक़्त सपना चाहे उल्टी लेटी हो या सीधी कुत्ता सपना की चुदाई कर लेता था। फिर ये बात जब घर मे सबको पता चली तो वो तो सपना और कुत्ते की चुदाई देखते ही रह गए। फिर ये देखकर सरपंच के मन मे सपना की घोड़े के लण्ड से चुदाई करवाने की सोची और ये जब सपना को बताया तो वो भी तैयार हो गई। फिर सरपंच ने जब ये बात अपने दोस्तों को बताई तो उन्होंने भी कहा के हां अब सपना की चुदाई के लिए घोड़ा ही सही रहेगा। तब सरपंच के पास कुछ घोड़े थे। सरपंच को घोड़ो की सवारी करना अच्छा लगता था तो फिर सरपंच सपना और अपने कुछ दोस्तों को लेकर फार्महाउस चला गया।
तब फार्महाउस में सरपंच का एक पसंदीदा घोड़ा था। जो कि काले रंग का था। तब सपना नंगी ही थी तो फिर सरपंच ने सपना को घोड़े के ऊपर चढ़ा दिया तो फिर घोड़ा दौड़ने लगा और खेत के चक्कर लगाने लगा। सपना ने कभी घुड़सवारी नहीं कि थी लेकिन फिर भी सपना घोड़े की सवारी अच्छी तरह से कर रही थी। तब काले घोड़े के ऊपर सपना काफी सेक्सी लग रही थी। तब खेत मे कुछ लोग काम कर रहे थे उनके सामने ही सपना घोड़ी की सवारी कर रही थी। अब सपना को किसी की शर्म नहीं थी। फिर घोड़ी की सवारी करने के बाद अब घोड़े की बारी थी कि वो सपना की सवारी करे। फिर सपना घोड़े के नीचे बैठकर उसका लण्ड सहलाने लगी तो कुछ देर में ही घोड़े का लण्ड धीरे धीरे खड़ा होने लगा। घोड़े का लण्ड काफी मोटा और लंबा था। फिर ये देखकर सपना गर्म हो गई तो फिर सपना उसका लण्ड ऊपर ऊपर से चुसने लगी। जिससे घोड़े का लण्ड पूरा खड़ा हो गया। फिर सपना घोड़े के निचे घोड़ी बन गई और घोड़े के लण्ड को अपनी गाँड में डालने लगी तो घोड़े का लण्ड सपना की गाँड में देखकर सब गर्म हो गए। तब आधे से ज्यादा घोड़े का लण्ड सपना की गाँड में जा चुका था। फिर सपना आगे पीछे होकर घोड़े के लण्ड की चुदाई के मजे लेने लगी। फिर सपना ने घोड़े का लण्ड अपनी गाँड से निकालकर चुत में डाल लिया। तब आधा ही लण्ड चुत में जा पाया था। फिर सरपंच ने पूरा लण्ड अंदर लेने के लिए कहा तो सपना ने और कोशिश की लेकिन फिर भी थोड़ा ही लण्ड अंदर जा पाया। लेकिन फिर सरपंच ने घोड़े को पीछे से थोड़ा आगे की तरफ धकेला तो तब घोड़े का बाकी लण्ड भी अंदर चला गया। लेकिन जड़ तक अंदर नहीं जा पाया। थोड़ा सा बाकी रह गया। तब सपना को दर्द हुआ शायद उसकी चुत फट गई थी तो फिर वो चिल्लाने लगी। लेकिन फिर थोड़े देर बाद ही आगे पीछे होकर मजे लेने लगी। फिर सपना का दर्द खत्म हो चुका था तो फिर सपना ने जब घोड़े का लण्ड चुत से निकाला तो उसकी चुत का छेद खुला ही रह गया था। फिर सरपंच ने घोड़े का लण्ड सपना की गाँड में डाल दिया और घोड़े को आगे धक्का दे दिया तो घोड़े का पूरा लण्ड जड़ तक गाँड में चला गया। तब सपना घोड़े का लण्ड अपने अंदर महसूस कर सकती थी। ये देखकर वहां खड़े सब मर्द देखते ही रह गए। क्योंकि सपना की बड़ी बड़ी गाँड दोनो हाथ से खोलकर भी कोई लंड डाले तो भी लण्ड अंदर तक नहीं जा सकता था। पर आज घोड़े का लण्ड पूरा अंदर जा चुका था।
फिर सपना आगे पीछे होने लगी। घोड़े को भी मजा आ रहा था तो वो भी जोर जोर से हिनहिनाने लगा। फिर सपना ने घोड़े का लण्ड फिर से अपनी चुत में डाल लिया और फिर घोड़ा झड़ने लगा तो घोड़े का गर्म गर्म लण्ड का पानी सपना को अपनी चुत में महसूस होने लगा तो सपना को बहुत मजा आया। फिर घोड़े का लण्ड बाहर निकला तो सपना की चुत उसके पानी से लबालब भरी हुई थी। ये देखकर सरपंच बोला के अब सपना घोड़े का बच्चा पैदा करेगी। ये सुनकर सब हँसने लगे और सपना भी मुस्कुराने लगी। फिर सपना घोड़े के नीचे से निकलकर खड़ी हो गई तब उसके बदन पर मिट्टी और घोड़े के लण्ड का पानी लगा हुआ था। तब वहां सब 5 से 7 मर्द थे और उनके लण्ड खड़े थे तो फिर उन्होंने भी सपना की चुदाई की। सपना की चुत थोड़ी फट गई थी तो सरपंच का एक दोस्त जो कि उसी गांव में डॉक्टर था वो भी वहीं पर था। फिर उसने सपना की चुत को धोकर पट्टी की और दर्द ना हो इसके लिए इंजेक्शन भी लगाया तो सपना का सब दर्द और सारी थकान मिट गई। फिर वो बोली के काफी दिनों बाद आज चुदकर मजा आया। उस दिन सपना की चुत का भोसड़ा बन चुका था। तब फिर थोड़ा आराम करने के बाद सपना और सरपंच के दोस्त खेत मे घूमने चले गए। तब खेत मे काम कर रहे लोगो ने जब सपना को इस हालत में देखा तो उन्होंने पूछा के आप घोड़े से गिर गई थी क्या। तब सपना ने कहा के थोड़ी देर पहले मै घोड़े की सवारी कर रही थी तो फिर उसने मेरी सवारी की तो ये हाल हो गया। तब फिर वो सब समझ गए के क्या हुआ था। क्योंकि वो सब सपना के बारे में पहले भी काफी कुछ सुन चुके थे। सपना तब नहाई नहीं थी और वैसे ही घूम रही थी।
तब उसके साथ सरपंच भी नंगा था और सरपंच के दोस्त भी नंगे ही घूम रहे थे। फिर घूमते घूमते जब सपना फिर से इस घोड़े के पास गई तो फिर वो घोड़ा सपना के बदन को चाटने लगा। उसका लण्ड भी खड़ा था तो सपना समझ चुकी थी तो फिर सपना जाकर घोड़े का लण्ड सहलाने लगी। फिर सरपंच ने घोड़े के सामने सपना को एक तिरछी चारपाई पर सीधा लेटा दिया तो घोड़ा काफी समझदार था। वो सपना के पास आया और फिर सपना की चुत सूंघने लगा और फिर दो पैरों पर खड़ा होकर अपना लण्ड सपना की चुत पर सेट करने लगा तो ये देखकर सरपंच घोड़े की पीठ थपथपाने लगा और हँसने लगा। फिर सपना ने घोड़े का लण्ड पकड़कर अपनी चुत में डाल लिया तो इस बार घोड़ा खुद आगे पीछे होकर चुदाई करने लगा। फिर कुछ देर बाद सपना उल्टी हो गई तो फिर पीछे से घोड़े का लण्ड अपनी गाँड में डलवाकर चुदने लगी। तब सपना की गाँड से घोड़े का लण्ड अंदर बाहर होता देखकर सब बहुत गर्म हो गए। सपना भी सिस्कारियाँ ले रही थी। तब फिर घोड़े ने सारा पानी सपना की गाँड में डाल दिया। तो सपना की गाँड से घोड़े का पानी निकलने लगा बहुत सारा।
फिर चुदाई के बाद सब मर्दो ने फिर से सपना की चुदाई की। फिर सपना नहाकर आराम करने लगी। तब सरपंच के दोस्त ने फिर से सपना की चुत की पट्टी की और इंजेक्शन लगाया। फिर सरपंच के कुछ दोस्त चले गए। तब गर्मियों के दिन थे और शाम हो चुकी थी तो फिर सपना उठकर तैयार हो गई। उसने कानो में झुमके, पैरों में हाई हील सैंडल और नीचे चुत छुपाने के लियूए पैंटी पहन ली। फिर सपना सरपंच और बाकी बचे दोस्तो के साथ खेत घूमने गई। तब सपना उसी घोड़े पर थी। तब सब सपना को देखकर देखते ही रह गए। वो बोले के उन्होंने कभी इतनी सुंदर औरत कभी नहीं देखी। फिर सपना ने उन सबको अपनी वफादारी की कसम खिलाई और फिर उन सबसे नंगा होने के लिए कहा तो जब वो सब नंगे हुए तो उन सबके लण्ड खड़े थे। फिर सपना ने उन सबसे लण्ड हिलाने के लिए कहा तो वो सब लण्ड हिलाने लगे। वो सब उस गांव के ही थे और कुछ आसपास के गांवों के भी थे। फिर तो वो सब खेत मे नंगे होकर ही काम करने लगे और सपना खुद काम देखने लगी। फिर सपना ने जब सरपंच की पहली बीवी, रिया और बाकी हम सबको जब अपनी घोड़े से चुदाई वाली बात बताई तो हम सब सुनकर पहली बार तो हैरान हो गए। लेकिन फिर हम सब गर्म हो गए। जब सपना ने घोड़े के लण्ड की तारीफ की तो सब मर्द ये सुनकर जलभुन गए और सब औरतो की चुत और गाँड में खुजली होने लगी। इस तरह फिर तो सपना कई बार घोड़े से चुदवाने लगी। वो भी अलग अलग पोज में।
सरपंच के छोटे बड़े काफी काम थे तो फिर सपना सरपंच के काम देखने लगी। वो अब सलवार सूट की जगह शार्ट ड्रेस पहनने लगी। जिसमे सब उसे देखते ही रह जाते। सपना पर जान लुटाने वाले अब काफी मर्द थे तो सपना लंबे, मोटे, तगड़े मर्दो को अपना बॉडी गॉर्ड बनाकर उन्हें अपने साथ रखती। गांव में भी सब सपना की असलियत जान चुके थे तो फिर सपना अब गांव में भी शार्ट ड्रेस पहनकर घूमती थी। इतना ही नहीं सुबह सुबह सपना और रिया स्पोर्ट्स ब्रा पैंटी में जब वाक करने जाती तो सब उन्हें देखते ही रह जाते। इज़के अलावा सपना अपने से बड़ो की इज्जत करती और सरपंच के पास काफी पैसा था तो वो आये दिन गांव के गरीब लोगों के लिए कुछ न कुछ करती रहती तो इससे सब सपना से काफी प्रभावित हुए। सपना ने गांव के सब लोगो का दिल जीत लिया था चाहे वो अपनी चुदाई से हो या अपने दान पुण्य से।
उधर ससुर और सरपंच के कुछ दोस्त अपने घर पर अपनी बहू बेटी से मजे करने लगे थे। तब वो चाहते थे के उनकी बहू बेटियां भी सपना की तरह उनके साथ उनके दोस्तों के सामने जाए और खुलकर मजे करे। पर इसके लिए वो कोई भी तैयार नही हुई। वो सब बस घर मे रहकर ही मजे करना चाहती थी। फिर सपना ने ससुर और सरपंच के दोस्तो से कहा के तुम घबराओ मत। जब वो तुम्हारे लण्ड से ऊब जाएगी तो खुद ही भागी चली आएगी और तुम्हारे सामने ही तुम्हारे दोस्तो से चुदवाएगी। इस तरह अब गांव में सब मौज मस्ती से रह रहे थे।
सपना को नए नए तरीकों से चुदाई के खेल खेलना अच्छा लगता था और सरपंच को भी इसमें बहुत मजा आता था। वो भी हर बात में सपना का पूरा साथ देता था। सरपंच का एक दोस्त पुलिस में SI था तो फिर एक बार वो सरपंच से मिलने आया। तब उसकी मुलाकात सपना से हुई तो फिर सपना ने उसे पटा लिया और फिर उससे चुदवाने भी लगी। फिर सपना ने उसे अपने साथ पुलिस में रखने के लिए कहा तो एक बार तो उसने मना कर दिया। लेकिन फिर सपना ने उसे बताया के वो सिर्फ कुछ समय के लिए पुलिसवाली बनकर मजे करना चाहती है तो फिर वो मान गया। फिर सपना ने अपने लिए एक पुलिस वाली ड्रेस सिलवाई और फिर सरपंच का दोस्त उसे अपने साथ कांस्टेबल बनाकर रखने लगा। तब सरपंच के दोस्त की ड्यूटी जिस थाने में थी उसमें लगभग 7 से 8 सिर्फ मर्द कांस्टेबल ही थे। फिर सपना ने धीरे धीरे अपना जादू उन सभी पर चलाना शुरू कर दिया। फिर सरपंच के दोस्त SI ने सपना के कहने पर सबको बता दिया के सपना सिर्फ मजे करने के लिए ही पुलिस वाली बनी है तो फिर सपना सबसे चुदवाने लगी। दिन हो या रात जिसका जब मन करता वो तब सपना की चुदाई करने लगता। इतना ही नहीं सपना दिन में जब कोई नहीं होता तो तब वो थाने में नंगी ही घूमती रहती। इतना ही नहीं वो लॉकअप में जाकर मुजरिमो से भी चुदवाने लगी। सबको सपना की चुदाई करके बहुत मजा आता।
रात को जब वो राउंड के लिए जाते तो सपना उनके साथ चली जाती और वो रात को सड़कों पर बिल्कुल नंगी ही घूमती। सुनसान सड़को, चौराहों और भी पता नहीं कहाँ कहाँ सपना ने नंगी होकर पुलिसवालों से चुदवाया। इस तरह सबकी नजरों से बचकर कुछ दिन तक पुलिस की नौकरी करके सपना वापिस आ गई और किसी को पता भी नहीं चला।
मौज मस्ती में समय का बिल्कुल भी पता ही नहीं चला। फिर सास ने सपना से रिया की शादी करने के लिए कहा तो सपना ने भी सोचा के मौज मस्ती तो चलती रहेगी जिंदगी भर। अगर रिया की शादी हो जाती है तो फिर भी सब ऐसे ही चलता रहेगा। उधर सरपंच के दोनो बेटे रिया को काफी पसंद करते थे और रिया को भी उन दोनों भाइयों का साथ काफी पसंद था। उधर सरपंच भी रिया को अपनी बहू बनाना चाहता था ताकि वो रिया की चुदाई करता रह सके। उधर सरपंच की पहली बीवी भी रिया को अपनी बहू बनाना चाहती थी। पर वो समझ नहीं पा रही थी के वो रिया की शादी अपने किस बेटे से करवाये। तो फिर सपना ने सरपंच की पहली बीवी से कहा के हम एक प्राइवेट पार्टी रखेंगे जिसमें रिया आपके दोनो लड़को से शादी करेगी और वो घर पर भी आपके दोनो बेटों के साथ ही रहेगी। उधर हम सब लोगो की नजर में रिया की शादी आपके बड़े बेटे से करवा देंगे। ताकि कोई कुछ ना कह सके। तो ये सुनकर वो काफी खुश हुई। उधर बाकी हम सब भी सरपंच के दोनो लड़को से रिया की शादी को लेकर बहुत खुश थे।
फिर सपना ने ये बात सरपंच और ससुर के सन दोस्तो को बताई तो पूरे गाँव मे ये बात आग की तरह फैल गई। पर अब पूरा गांव सपना का दीवाना था तो कोई क्या ही कहता। रिया नरेश और ससुर के कुछ दोस्तों से चुदवा चुकी थी और सलमा के घर तो उसने पता नहीं कितने लोगों से चुदवाया था। पर इस सबसे सरपंच और उसके दोनो बेटों को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला था। वो तो बस रिया की चुदाई करके खुश थे।
फिर सरपंच ने अपने फार्म हाउस पर रिंग सेरेमनी का प्रोग्राम रखा। जिसमें गाँव के आधे से ज्यादा लोग शामिल हुए। इनके अलावा सपना ने गोपीनाथ और अपने सब चाहने वालों को बुलाया। सपना ने सलमा को भी बुलाया। तब सलमा अपने साथ अपनी दोनो बेटियों, अपने बेटे और जो सपना के रेगुलर ग्राहक थे उनको भी लाई। इस तरह पार्टी में लगभग 150 से 200 लोग आये। सरपंच ने सब इंतजाम काफी अच्छे से किये थे। पार्टी में रिया ने सफेद रंग का लहंगा पहना था। लहंगा थोड़ा सा ट्रांसपेरेंट था तो उसमें रिया काफी ज्यादा सेक्सी लग रही थी। उधर सरपंच के दोनो बेटों ने सफेद शेरवानी पहनी थी। उधर सपना ने नीचे ट्रांसपरेन्ट लहंगा और ऊपर नेट वाली ब्रा पहनी जिसमे से सपना का पूरा बदन दिख रहा था। उधर सास ने तो गजब ही कर दिया। सास ने एक शॉर्ट ड्रेस पहनी जिसमे से उनके आधे से ज्यादा बोबे दिख रहे थे और पीठ आधी से ज्यादा नंगी थी और नीचे से ड्रेस घुटनों से भी ऊपर थी तो उनकी जांघे साफ दिख रही थी। सरपंच की पहली बीवी ने सिम्पल साड़ी पहनी थी। उधर सोनम ने भी लहंगा चोली पहना था। बाकी सब हम मर्दों ने नॉर्मल कपड़े पहने थे। फिर पार्टी शुरू हुई तो सब लोगों की निगाहें बस रिया, सपना, सास, सोनम और सरपंच की पहली बीवी पर ही थी। उस पार्टी मे बस वो पाँच औरतें ही थी और बाकी सब मर्द ही थे।
पार्टी मे सपना और सास सबके सामने ही नरेश, ससुर और सरपंच के दोस्तों से गले लगकर मिल रही थी और उनके साथ हंस हसंकर खूब बातें कर रही थी। तब सब लोग उन्हे देखते ही रह गए थे। गाँव के लोगों को सपना के बारे मे तो पता था पर उस दिन जब उन्होंने सपना की माँ यानि सास को देखा तो देखते ही रह गए थे। फिर पार्टी मे जब गोपीनाथ आया तो वो भी सब कुछ देखता ही रह गया। फिर वो सबके सामने ही सपना की कमर मे हाथ डालकर खड़ा हो गया और बातें करने लगा। सपना भी उससे चिपक कर बातें कर रही थी। इतना ही नहीं सबके सामने सास उससे गले लगकर मिली। पार्टी का माहौल धीरे धीरे गरम होता जा रहा था। फिर रिंग सेरेमनी का टाइम आया तो फिर सपना तो सरपंच के साथ दोनों लड़कों के साथ खड़ी हो गई और मैं और सोनम रिया के साथ खड़े हो गए। फिर पहले रिया ने दोनों लड़कों को अंगूठी पहनाई और फिर दोनों लड़कों ने रिया को अंगूठी पहनाई। फिर सपना सरपंच के साथ और रिया दोनों लड़कों के साथ खड़ी होकर फोटो खिंचवाने लगी। तब दोनों माँ बेटियों को उन तीनों बाप बेटों के साथ देखकर देखते ही रह गए थे। सपना और सरपंच ने पहले ही फोटोग्राफर से मिलकर सब बात कर ली थी। ताकि फोटोग्राफर को सेक्सी फोटो खींचने मे जरा ही शर्म ना आए। फिर सरपंच ने रिया के साथ और सपना ने दोनों लड़कों के साथ फोटो खिंचवाई।
फिर बारी बारी से सब स्टेज पर आकर फोटो खिंचवाने लगे। उधर नरेश ने सबके सामने जब अपनी माँ के साथ खड़े होकर फोटो खिंचवाई तो सब देखते ही रह गए। इतना ही नहीं सास तो नरेश के दोस्तों के साथ खुशी से मिल रही थी। तब नरेश के दोस्त सास के बदन को सहला भी रहे थे। उधर सपना भी अपने दोस्तों के साथ बातें कर रही थी और वो तो फिर सबके सामने ही ऊपर से ही उनके लंड को भी सहला देती थी। फिर वो भी सपना को अपनी बाहों मे लेकर खड़े हो जाते और बदन को सहलाने लगते। तब सपना और सास के पास काफी लोग खड़े थे। उधर सोनम भी नरेश के दोस्तों के साथ ऐसे ही उनसे मिल रही थी। इस सबके के कारण सब मर्दों के लंड खड़े हो चुके थे। फिर सपना करीब 10 से 20 लोगों को लेकर फार्महाउस के अंदर चली जाती है और फिर वहाँ वो उनसे चुदाई करने लग जाती है। इतना ही नहीं नरेश के दोस्त भी सास को लेकर फार्महाउस के पीछे की तरफ ले जाते है और फिर वहाँ पर वो चुदाई करने लगते है। इस तरह फिर कुछ देर बाद जब सपना और सास चुदकर आई तो तब कोई भी बता सकता था के वो चुदकर आई है। क्योंकि उनके बाल बिखरे हुए थे और लिप्स्टिक भी फैली हुई थी। उधर रिया स्टेज पर दोनों लड़कों के साथ सोफ़े पर बैठी थी तो फिर वो भी आपस मे लिप किस कर रहे थे। वहाँ मौजूद सब मर्द सपना और सास की चुत और गाँड मे लंड डालने के लिए बेताब थे। फिर फैमिली फोटो के लिए फोटोग्राफर ने सबको स्टेज पर बुलाया तो फिर हम सब लोग स्टेज पर चले गए। तब सास तो ससुर के साथ खड़ी हो गई और ससुर सबके सामने ही सास के बोबो को सहला रहे थे और फिर वो सास की कमर मे हाथ डालकर खड़े हो गए। उधर सपना सरपंच के आगे जाकर खड़ी हो गई तो फिर सरपंच का लंड खड़ा था तो फिर सरपंच ने पीछे से सपना का लहंगा उठाया और फिर अपना लंड निकालकर सपना की गाँड मे डाल दिया।
तब सपना सरपंच की तरफ देखकर मुस्कुराने लगी और फिर वो लिप किस करने लगे और फिर सरपंच धक्के लगाने लगा तो सपना हिलने लगी तब सबको पता चल गया था के वो क्या कर रहे है। तब सरपंच की पहली बीवी भी उनके पास ही खड़ी थी। तब मैं और सोनम भी एक दूसरे की कमर मे हाथ डालकर खड़े थे। नरेश सास के साथ उनकी कमर मे हाथ डालकर खड़ा था। फिर फोटोग्राफर ने हमारी फैमिली फोटो ली। फोटो लेने के बाद बाकी सब तो स्टेज से नीचे उतर गए लेकिन सरपंच स्टेज पर ही सपना की चुदाई करते रहे और फिर चुदाई के बाद सपना और सरपंच स्टेज से नीचे उतर आए। फिर सपना सरपंच और कुछ और मर्दों के साथ फार्महाउस मे जाकर चुदाई करने लगती है। उधर सास भी बाकी मर्दों के साथ बातें करने लगती है तो फिर वो सास की ड्रेस को ऊपर से नीचे की और खिसका देते है जिससे सास के बोबे बाहर निकल आते है और वो ऊपर से नंगी हो जाती है। फिर सब सास को देखते ही रह जाते है। फिर कुछ मर्द सास को लेकर चले जाते है और चुदाई करने लगते है। उधर सपना जब वापिस पार्टी मे आती है तब वो सिर्फ लहंगे मे होती है और ऊपर से बिल्कुल नंगी होती है। तब साथ मे सरपंच मे और कुछ और मर्द भी होते है। फिर वो मर्द सबके समाने सपना के गले लगते है और फिर वो चले जाते है। फिर सपना ऐसे ही सरपंच के साथ अपने कुछ फोटो खिंचवाती है और वो फिर से अंदर चली जाती है। ये सब देखकर तो रिया और सरपंच के दोनों लड़के भी गरम हो जाते है तो फिर वो तीनों भी एक कमरे मे जाकर चुदाई करने लगते है। फिर जब वो वापिस आते है तो तब रिया नीचे सिर्फ पैंटी ही पहन लेती है। तब सब रिया को देखकर देखते ही रह जाते है। उधर मैं भी सोनम और सरपंच की बीवी को ले जाकर चुदाई करने लगता हूँ। फिर हम जब वापिस आते है तो तब मैं उन दोनों को ऊपर से नंगी कर देता हूँ। तब उन्हे देखकर सब देखते ही रह जाते है।
फिर नरेश सोनम को लेकर अपने दोस्तों के पास चला जाता है और फिर वो सोनम की चुदाई करने लगते है और उधर सरपंच के दोनों बेटे आकर अपनी माँ को अपने साथ ले जाने लगते है और जाते जाते वो अपनी माँ के बोबे और गाँड सहलाने लगते है सबके सामने ही। तब रिया अकेली बैठी थी तो फिर मैं उसके पास चला जाता हूँ तो फिर वो मेरे गले लग जाती है और फिर हम बातें करने लगते है।
अगले भाग मे बताऊँगा के आगे क्या क्या हुआ... आपको कहानी कैसी लग रही है कृप्या कमेन्ट करके जरूर बताएं।
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6 महीने पहले
Mast hai yaar mere Waif