हम दोनों भाई बहन के बीच में एक अजीब सा रिश्ता है। हम दोनों भाई बहन एक दूसरे की कमजोरी या गलती को कभी किसी के सामने नहीं आने देते है। मुझे शराब पीने की आदत है तो मैं घरवालों से चोरी छिपे शराब पीता हूँ। लेकिन एक बार घरवालों को किसी तरह पता चल गया तो मेरी बहन ने बहुत अच्छी तरह से संभाल लिया नहीं तो उस दिन मेरी बहुत पिटाई होती।
ऐसे ही एक बार मैं मार्केट गया हुआ था तो बहन किसी लड़के के साथ घूम रही थी। फिर मैं उनका पीछा करने लगा। फिर अचानक बहन ने मुझे देख लिया तो वो घबरा गई। लेकिन फिर मैंने उसे एक स्माइल दी और फिर मैं वापिस आ गया। फिर जब बहन घर पर आई तो वो मुझसे नजरें नहीं मिला पा रही थी। बहन को उस लड़के के साथ देखकर मुझे भी कुछ सवाल बहन से पूछने थे। फिर कुछ टाइम के लिए जब मम्मी पड़ोसन के घर गई तो मैं बहन को खींचकर कमरे मे ले गया और फिर उससे सवाल जवाब करने लगा। मैंने उससे सबसे पहले पूछा के क्या वो उससे सेक्स कर चुकी है तो उसने भी बिना शरमाये जवाब दिया के नहीं। मैं बहन को दीवार के सहारे लगाकर खड़ा था और मैं आगे से उससे चिपका हुआ था। फिर मैंने उससे पूछा के वो कब से उस लड़के के साथ है। फिर बहन बताने लगी की वो कुछ दिन पहले से उस लड़के से मिली है और वो अभी सिर्फ दोस्त है।
फिर मैंने कुछ और सवाल उससे पूछे और फिर इतने में मम्मी आ गई तो फिर उसे छोड़ दिया। फिर कुछ दिन बाद मुझे भी एक गर्लफ्रेंड मिल गई तो मैं उसके साथ बिजी हो गया तो फिर मैंने बहन पर नजर रखना छोड़ दिया। फिर एक दिन बहन घर पर आई तो उसे तेज बुखार था और दर्द हो रहा था। फिर मैंने उसे टैबलेट दी और फिर वो आराम करने लगी। मैं उसके पास ही बैठा था। फिर वो मुझसे कहने लगी आज उसने अपने बॉयफ्रेंड से सेक्स किया था जिस कारण उसका ये हाल है। ये सुनकर एक बार तो मुझे गुस्सा आया लेकिन फिर मुझे याद आया के मैंने भी तो अपनी गर्लफ्रेंड से सेक्स किया है और वो भी तो किसी की बहन है। फिर मैंने उसे कुछ नहीं कहा और बस हंस दिया।
फिर अगले दिन मैंने बहन को अपनी गर्लफ्रेंड के बारे में बताया तो बहन काफी खुश हुई। फिर मैंने बहन से कहा के तुम भी जमकर मस्ती करो। ये सुनकर बहन पहले तो थोड़ी शरमाई लेकिन फिर हंसने लगी। फिर हम दोनों की जिंदगी ऐसे ही चलती रही। फिर हम दोनों अपनी अपनी जिंदगी में मस्त हो गए। फिर कुछ टाइम मेरी गर्लफ्रेंड की शादी हो गई तो वो दूसरे शहर चली गई और फिर मैं अकेला हो गया तो फिर मैंने बहन से एक दिन उसके बॉयफ्रेंड के बारे में पूछा तो वो बोली के कई दिन हो गए उससे बात नहीं हुई है। पटा नहीं कहाँ चला गया है। फिर मैं बोल के मजे लेकर भाग गया होगा। फिर बहन बोली के नहीं वो ऐसा नहीं है। फिर बहन ने मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में पूछा तो मैंने उसे सब बता दिया। फिर कुछ दिन बाद बहन को पता चला के उसके बॉयफ्रेंड की एक्सीडेंट में मौत हो गई है। ये सुनकर बहन काफी दुखी हो गई और फिर वो काफी उदास उदास रहने लगी। फिर मैंने उसे समझाया के उदास होने की जरूरत नहीं है। अभी तुम जवान हो तुम्हें दूसरा मिल जाएगा। अगर एक के पीछे ही रोती रहोगी तो तुम्हारी जिंदगी बर्बाद हो जाओगी। इस कारण उसे धीरे धीरे भूला दो और आगे बढ़ो।
फिर बहन ने वैसे ही किया। अब हम दोनों भाई बहन अकेले हो गए थे तो अब हम दोनों आपस में काफी बातें करने लगे थे। हम दोनों का कमरा एक ही था तो हम साथ में ही रहते थे। मम्मी तो सारा दिन पड़ोसन के साथ बिजी रहती और पापा बाहर काम करने गए थे और महीने में कुछ दिनों के लिए ही आते थे। जिस कारण हम दोनों भाई बहन को किसी का डर नहीं था। हम दोनों को अब चुदाई की आदत हो चुकी थी तो मैं रोजाना मूठ मारता था। फिर एक बार मैं बिस्तर पर बैठा बैठा मूठ मार रहा था। फिर मैं झड़ने लगा और उधर से अचानक कमरे में बहन आ गई तो मैं खुद पर कंट्रोल नहीं रख पाया और बहन के सामने ही अपने लंड को हिला हिला कर झड़ने लगा और बहन मुझे देखती रही। मेरा पानी फर्श पर पड़ गया था तो फिर बहन ने वो पोंछे से पोंछ दिया। फिर मैंने बहन से पूछा के उसे उंगली करने का मन नहीं करता तो वो बोली की वो भी रोज रात को उंगली करती है।
फिर अगले दिन बहन नहा रही थी और मम्मी उस दिन रिश्तेदार के यहाँ गई हुई थी। फिर बहन बाथरूम में अपनी चुत में बैगन लेकर अंदर बाहर करने लगी और बहन को मजा आने लगा तो बहन की सिसकारियाँ बाथरूम से बाहर तक सुनाई देने लगी। फिर मैं भी उसकी सिसकारियाँ सुनकर अपना लंड हिलाने लगा। फिर मुझसे रहा नहीं गया तो मैं बाथरूम के पास गया और फिर गेट के थोड़ा सा धक्का लगाया तो गेट खुल गया। फिर मैंने गेट खोलकर बहन से सिसकारियाँ धीरे धीरे लेने के लिए कहा तो बहन हंसने लगी। तब वो एक दम नंगी बैठी थी और उसने चुत में एक बड़ा सा बैगन ले रखा था। फिर बहन तब झड़ने लगी तो वो आँखें बंद करके मजे लेने लगी। फिर मैं भी झड़ने लगा तो मैंने अपने लंड को जोर से पकड़ लिया और फिर मैं बाथरूम में बहन के सामने जाकर खड़ा हो गया और फिर लंड को छोड़ दिया तो फिर मेरे लंड से पानी निकलने लगा। फिर हम दोनों भाई बहन के दूसरे की तरह देखकर हंसने लगे।
फिर झड़ने के बाद मैंने अपने लंड को अपनी पैंट में डाल लिया और फिर बाहर आ गया और फिर बहन नहाने लगी। फिर उस दिन के बाद से मैं और बहन के दूसरे से बिना शरमाये मूठ मारने लगे। फिर एक दिन बहन मुझसे बोली के उसे गर्मी बहुत लगती है। फिर मैं बोला के तो मैं क्या करूँ। फिर वो बोली के मुझे कपड़े बिल्कुल भी नहीं सुहाते है। फिर मैं बोला के तो क्या तुम अब नंगी रहोगी। फिर वो हँसकर बोली के नहीं सिर्फ ब्रा पैंटी में। फिर मैं बोला के ठीक है। फिर बहन ने तभी मेरे सामने ही अपने कपड़े खोल दिए और फिर ब्रा पैंटी में रह गई। फिर मैं बहन को देखता ही रह गया। फिर मैं चोरी चोरी बहन को देखकर अपना लंड हिलाने लगा तो बहन बोली की चोरी चोरी क्यों हिला रहे हो। फिर तभी मैं उसके सामने ही अपना लंड बाहर निकालकर हिलाने लगा तो वो हंसने लगी। फिर मैं बोल के तुम मुझे बहुत सेक्सी लगती हो। फिर मैं जोर जोर से अपना लंड हिलाता रहा और फिर झड़ गया। फिर नंगा रहने लगा और जब मन करता तब मैं मूठ मारने लग जाता है। मेरे लंड को देखकर बहन को भी कुछ कुछ होने लगा था।
फिर एक दिन बहन नहाकर बिल्कुल नंगी ही मेरे सामने आकर खड़ी हो गई और फिर हंसने लगी। फिर मैंने बहन को पकड़ लिया और फिर उसके बदन को चूमने लगा। फिर मैंने बिल्कुल भी देर ना करते हुए उसकी चुत में लंड डालकर करने लगा। फिर हम दोनों साथ में झड़ गए। फिर बहन बोली के अब जाकर उसे शांति मिली है। फिर हम दोनों रोज ही करने लगे। जिससे बहन की सब गर्मी दूर हो गई। लेकिन बहन फिर भी ब्रा पैंटी में रहती और कभी कभी तो नंगी भी रह लेती है। बहन की नंगी गाँड देखकर मैं तो बिल्कुल पागल हो जाता हूँ। इस तरह हम दोनों काफी मस्ती करते है।
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