जब भी किसी लड़की या औरत का नाम हमारे मन मे आता हैं तो हमारे ध्यान में सबसे पहले उस लड़की का वो अंग आता हैं जो कि ज्यादा बड़ा हो। जैसे सीमा नाम की लड़की के बोबे काफी बड़े हैं तो जब भी उसका विचार हमारे मन मे आएगा तो उसके बोबे ही हमारी आंखों के सामने घूमने लगेंगे। अगर उसकी गाँड बड़ी हैं तो हमारा ध्यान उसकी गाँड पर ही जायेगा।
ऐसे ही अगर तीन लड़कियां हमारे सामने से गुजर रही हैं और उनमें से बीच वाली लड़की के बोबे उन दोनों बाकी लड़कियों से बड़े और आकर्षक हैं तो हम बस उसी को देखते रहेंगे। इसके साथ ही जिस लड़की का बदन अच्छा हो और वो हट्टी कट्टी हो तो वो भी पुरुषों को काफी ज्यादा आकर्षक लगती हैं।
बात यहीं खत्म नहीं हो जाती। हम हमारे घर मे भी देखते हैं के हमारी बहन, भुआ, मौसी, मम्मी आदि किसी के बोबे बड़े हो और उनके उभार दिख रहे हो तो हमारा ध्यान वहाँ जाए बगैर रह ही नहीं सकता।
एक बार की बात हैं जब मैं स्कूल में पढ़ता था और मैं अपने दोस्त से मिलने उसके घर गया। तब वो दोस्त कहीं बाहर गया था और घर और उसकी बड़ी बहन और उसकी मम्मी थी। फिर जब उसकी बहन मेरे सामने आई तो मैं उसे देखता ही रह गया। वो तब प्रेग्नेंट थी और उसके बोबो की गहराइया काफी दिख रही थी। मेरा तो उनसे ध्यान ही नहीं हट रहा था। फिर जब उसने बताया के वो बाहर गया हैं तो मैं बहुत मुश्किल से उस दोस्त के घर से निकला। फिर काफी दिनों तक मेरे सामने वो ही नजारा घूमता रहा। यहाँ तक कि जब वो दोस्त मेरे सामने होता तब भी वो नजारा मेरे सामने आ जाता। लेकिन फिर मैं इसे भुलाने की कोशिश करने लगा। लेकिन आज भी वो मुझे बहुत अच्छे से याद हैं।
कुछ पुरुष मानते हैं कि औरत के बोबो से ज्यादा आकर्षक औरत की गाँड होती हैं। जब औरत चलती हैं तो उसकी गाँड हिलती हैं तो उसे देखकर तो बस लंड खड़ा हो जाता हैं और चोदने का मन करता हैं। पहले मैं इसे नहीं मानता था। क्योंकि हमारे समाज मे कोई भी लड़की या औरत ऐसे कपड़े नहीं पहनती थी जिसमे की उस गाँड का पूरा आकार सही से दिख सके। लेकिन फिर लड़कियां जीन्स पहनने लगी तो उसमें तो उनकी गाँड काफी हद तक स्पष्ट दिखाई देती हैं। फिर तो मैं भी गाँड का दीवाना हो गया। फिर मेरी शादी हो गई और मैंने बीवी को चोदने के लिए घोड़ी बनाया तो तब मैं इतना गर्म हो गया के पूछो मत। क्योंकि मेरी बीवी की भी गाँड बड़ी ही हैं। फिर मैं उसकी गाँड चाटने लगा और फिर मेरा मन करने लगा के मैं गाँड खा ही जाऊं। फिर मैं जब उसकी ऐसे चुदाई करता हूँ तो उसकी नरम नरम गाँड मेरे लंड पर लगती हैं तो मैं बहुत गर्म हो जाता हूँ और फिर कसकर बीवी की चुदाई करता हूँ।
फिर मुझे एहसास हो गया के औरत के बोबे और गाँड दोनों ही बहुत आकर्षक होते हैं। हमारे पड़ोस में एक लड़की रहती हैं। वो गरीब हैं तो वो उसकी शादी नहीं कर पा रहे हैं तो उस लड़की की उम्र भी 30-35 के लगभग हो चुकी हैं। उसके बोबे ऐसे हैं जैसे किसी ने वहाँ पर दो फुटबॉल रख दी हो और गाँड भी काफी बड़ी बड़ी हैं। ऐसे बोबे और गाँड तो शादी के बाद किसी औरत के भी नहीं होते चाहे कितना भी दबा लो या खींच लो। फिर कई बार तो मुझे शक होता हैं के उसका किसी से चक्कर चल रहा होगा। पर वो घर से बाहर कम ही निकलती हैं तो चक्कर किससे होगा। फिर एक बार मैंने नेट पर पढा के ये सामान्य होता के किसी लड़की के बोबे और गाँड इतने बड़े बड़े हो।
मेरे अनुभव के अनुसार औरत के ये दोनों अंग काफी आकर्षक होते हैं। अगर इन दोनों में से पूछा जाए के ज्यादा आकर्षक कौनसा अंग हैं तो मैं कहूँगा के लड़की के बोबे ही ज्यादा आकर्षक होंगे। क्योंकि गाँड तो दिखने स्व रही लेकिन बोबो की थोड़ी थोड़ी गहराइयाँ दिखती रहती हैं। जिससे वो और भी ज्यादा आकर्षक लगते हैं। इस पर कई शोध भी किये जा चुके हैं। जिसमे लगभग 10,000 पुरुषों से ये सवाल पूछा गया तो उनमें से आधे से ज्यादा पुरुषों ने औरत के वक्ष स्थल यानी कि बोबो को ही ज्यादा आकर्षक बताया।
आपको सबसे ज्यादा क्या आकर्षक लगता हैं :-
- लड़की के बोबे
- लड़की की गाँड
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