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मेरी मम्मी को पापा खुश नहीं कर पाते है इस कारण जब पापा घर पर नहीं होते तो मम्मी नंगी होकर अपनी चुत में उंगली करने लग जाती। फिर एक बार मैंने मम्मी को उंगली करते हुए देख लिया और मम्मी ने भी मुझे देख लिया। लेकिन फिर भी मम्मी ने कुछ नहीं किया और वो वैसे ही नंगी लेटी रही। ऐसा कई दिनों तक चला। फिर एक दिन मैं हिम्मत करके मम्मी के पास गया और फिर अपना लंड मम्मी की चुत में डाल दिया तो मम्मी मजे लेने लगी।
फिर उस दिन के बाद से पापा के बाहर जाने के बाद मम्मी नंगी होकर लेट जाती और फिर मैं मम्मी के कमरे में जाकर मम्मी की चुदाई करने लग जाता। पापा शाम को शराब पीते है और फिर खाना खाकर सो जाते है। तब सर्दियों का टाइम था। पापा सो चुके थे तो फिर मम्मी मेरे कमरे में आ गई और अंदर से गेट बंद करके मेरे पास आकर नंगी होकर सो गई। मैं भी तब नीचे से नंगा था तो फिर मैंने अपनी शर्ट भी खोल दी।
फिर मैं मम्मी के ऊपर आकर मम्मी के बदन से खेलने लगा। फिर मम्मी जब गरम हो गई तो फिर मैं उनकी चुत मारने लगा। फिर उस रात हमने खूब चुदाई की और मम्मी सुबह अपने कमरे में गई। फिर तो लगभग रोज रात को ही ऐसा होना लगा। सर्दी का टाइम था और हम दोनों काफी गरम थे तो हम दोनों एक दूसरे से काफी मस्ती करते।
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