घर है या रंडीखाना - 7 अब आगे...
मैं कुछ ज्यादा ही चालाकी दिखाने लगा था ,मैंने रश्मि से भी यही कहा की मुझे कुछ खास पता नही चला,ऐसे मुझे इतना मोहनी के कारण पता ही लग गया था की रश्मि को कितना पता है…
वक्त आगे बढ़ने का नाम ही नही ले रहा था,जाने क्यो इतनी खामोशी सी फैल गई थी ,मेरा होटल में समय कटाना मुश्किल हो रहा था,मैं रश्मि के ऑफिस से निकल कर सीधा शबनम के पास चला गया,उसे एक केबिन दिया गया था,ऐसे तो होटल में इसकी जरूरत नही थी लेकिन वो और भी तो बहुत से काम कर रही थी ,वो मुझे देखते ही बहुत ही चहक कर उठी
“ओह यार देव कितने दिनों के बाद आज आये तुम ,”मेरे चहरे में भी एक मुस्कान फैल गई वो बला सी खूबसूरत लग रही थी
पास बैठी हुई एक लड़की खड़ी हो चुकी थी ,बहुत ही कम उम्र की लड़की लग रही थी शायद कालेज में हो ,
“मुझे भी तुम्हारी बहुत याद आ रही थी “
वो हँसी
“चलो झूठे कही के “
उसने लड़की की ओर देखा जो की मुझे अजीब निगाहों से घूर रही थी ,जब हमारी नजर मिली तो झेंपी और सर झुका लिया,मैंने उसे ध्यान से देखा अचानक ही मुझे कुछ याद आया और मैं बिल्कुल ही सहम गया मुझे याद आ गया था की ये कौन थी,
“अच्छा तुम बाहर जाओ “शबनम ने उस लड़की को कहा वो सर झुकाए हुए वँहा से वैसे भागी जैसे वो चाहती ही हो की जल्द से जल्द वँहा से निकल जाए ,उसके जाते ही मैं शबनम के सामने बैठ गया ..
“ये लड़की यंहा क्या कर रही थी “
मेरी निगाहों को जैसे उसने पहचान लिया था ..
“वही जो की बाकी की लडकिया मेरे पास करती है “
“तुम पागल हो गई हो ,इतनी कम उम्र की लड़की से ये सब काम करवा रही हो “
“अरे यार ये लीगल एज से कही ज्यादा है ,तुम फिक्र क्यो कर रहे हो “
“लेकिन ये मेरी बहन के साथ पड़ती है अभी तो ये कालेज में ही है “
शबनम के चहरे में मुस्कान फैल गई
“अरे मेरे बलमा इस उम्र की लडकिया तैयार हो जाती है सेक्स के लिए और इस उम्र में इन्हें भी तो बहुत खुजली होती है ,जिस्म की खुजली और साथ ही साथ पैसे और शोहरत की खुजली ,असल में लड़कियों का यही सही उम्र है ...और मर्द भी तो इस उम्र की कमसिन कलियों को तोडना पसंद करते है इनके हमे ज्यादा पैसे मिलते है “
उसके चहरे का मुस्कान और भी गहरा गया ,लेकिन आज मुझे अपने पर घृणा होने लगी थी ,ये लड़की पूर्वी की क्लासमेट थी ,मेरी प्यारी सी पूर्वी जिसे तो मैं सोच भी नही सकता था की वो बड़ी भी हो गई है …
मेरा चहरा मुरझा गया था ..
शबनम मेरे पास आयी और मेरे सर को अपने स्तनों में गाड़ा दिया,मेरे सर उसके सीने से टिके हुए थे जो की उसके बड़े बड़े स्तनों के कारण उसके स्तनों में जा धसे थे ,
मेरे लिए ये कोमल तकिया आज किसी वासना का नही बल्कि एक गहरी दोस्ती का अहसास करा रहा था,हा शबनम मेरी दोस्त तो थी ,,,
वो बड़े ही प्यार से मेरा सर सहला रही थी
“देव यार तुम बड़े ही इमोशनल टाइप के आदमी हो बात बात पर इमोशनल हो जाते हो ,तुम्हे कई काम करना है और तूम मुह लटकाए बैठे हो ,हा ये सब गलत है लेकिन हम किसी भी लड़की के साथ जबरदस्ती तो नही करते ना...मुझे और काजल को जबरदस्ती इस धंधे में लाया गया था,बाद में आदत हो गई और पैसे मिलने पर मजा भी लेने लगे ,लेकिन मैं इस बात का पूरा ध्यान रखती हु की कोई भी लड़की को जबरदस्ती इस धंधे में ना लाया जाए ...वो अपनी मर्जी से आती है और चाहे तो अपनी मर्जी से वापस भी जा सकती है ,तो फिर इसके लिए तुम कैसे दोषी हुए “
उसकी बातो में सच में गजब का प्यार झलक रहा था ,मैं उसे और भी जोरो से कस लिया पता नही क्यो लेकिन मुझे यंहा सुकून मिल रहा था..
“अरे क्या हुआ ,मेरी चाहिए क्या “
वो खिलखिलाई ,मैंने जब सर उठाया तो वो होले होले से मुस्कुरा रही थी
“चोदने के लिए इतने बहाने क्यो कर रहे हो सीधे ही बोल दो की चोदना है “
वो फिर से खिलखिलाई ,लेकिन मैंने उसे फिर से जकड़ लिया और किसी बच्चे की तरह उसके सीने से अपने सर को गड़ा लिया ,सच ही है की सबसे सुकून बच्चा बन जाने में ही मिलता है …
मर्दों के साथ एक चीज होती है की उन्हें सबसे सुकून माँ के सीने से लगने में ही मिलता है ,लेकिन वक्त के साथ और सेक्स के प्रभाव के कारण औरतों के सीने को सेक्स का प्रतीक मान लिया जाता है ,एक मर्द औरत के सीने को देखकर उत्तेजित होता है और यही से वो अपना सुकून भी खो देता है ,लेकिन फिर कभी वो अपनी प्रमिका के ,या पत्नि के या और किसी औरत के सीने में जब अपना सर लगाकर सोता है तो उसे उतना ही सुकून मिलता है ,लेकिन एक शर्त जरूरी है की वासना अंदर ना हो …
वही हाल मेरा भी था,मुझे भी बहुत सुकून मिल रहा था मैं एक बच्चे की तरह ही वासना से रहित था और मेरी ये दशा शबनम से छुपी नही थी ,वो भी मेरे सर को प्यार से सहलाने लगी ,...
सच ही तो है की सभी प्यार मां के प्यार से ही सुरु होते है और एक इंसान जीवन भर उसी को ही ढूंढता रहता है…
लेकिन उसके लिए बच्चा बनना ही पड़ता है ये ही उसकी अनिवार्य बात होती है ..
मैं अपने मानसिक थकान से बहुत ही थक चुका था और अब उसके सीने में गड़ा हुआ आराम कर रहा है …
ये बहुत देर तक रहा ,जब मैं अपना सर उठाया तो देखा की शबनम की आंखों में आंसू है और साथ ही मेरे भी ये आंसू आखिर क्यो आये थे ये तो मैं भी नही जानता था ना ही शबनम ही जानती थी ..
“क्या हुआ “मैंने उसे पूछा
“कुछ नही “उसने ना में सर हिलाया
“तू पहले ऐसे मर्द हो जिसने मुझे आजतक की जीवन में पहली बार इतने प्यार से छुवा है ,मेरे पति ने भी मुझे कभी इतने प्यार से नही छुवा “
वो आंसुओ को पोछते हुए भी हँसने की कोशिस करती है ,और मुझे बड़ी ही प्यार भारी निगाह के देखती है ,
“मन करता है की तुम्हारे लिए अपना सब कुछ लुटा दु “
उसने बहुत ही धीरे से कहा ,उसका कहना भी साबित कर रहा था की वो ये नही कर सकती और इसी लिए वो इतना धीरे बोली क्योकि वो चाहती तो है लेकिन कर नही सकती ,मेरे चहरे मे भी मुस्कान खिल गई मैं उठा और उसके माथे को चूम लिया …
लग रहा था की हम कालेज के नए नए जोड़े हो जो अभी अभी प्यार में पड़ा हो ..
“मुझे तुमसे कुछ भी नही चाहिए लेकिन यही प्यार मेरे लिए रखना “
मैंने मुस्कुराते हुए कहा
“लेकिन मुझे तो तुम्हे देना है सब कुछ देना है और रात भर देना है “
वो फिर से मस्ती के मूड में आ गई थी ,वो इतना बोल के ही खिलखिलाई ,
मैं भी उसके साथ हँस पड़ा था …..
मैंने काजल को ताबड़ तोड़ पलंग तोड़ प्यार किया ,कारण????
कारण था वो बाते जो आज काजल ने मुझे कही थी ,वो आज मुझे थोड़ा और cuckoldry की तरफ धकेलने के लिए कुछ बाते कही जैसे वो सेक्स करते हुए कभी कभी अजीम का नाम ले लेती ,और मैं गुस्से से भर जाता उसके होठो में आयी हुई मुस्कान से मेरा गुस्सा और भी बढ़ जाता और मैं उसे जमकर धक्के मारने लगता,रात भर यही चलता रहा लेकिन एक बात तो मुझे भी समझ में आ गई की आखिर cucklodry की psychology क्या होती है …
असल में जब दिल जलता है तो एक अजीब ही तरह का मजा भी आता है ,आपके खून का प्रवाह बढ़ जाता है और आप अलग ही दुनिया में पहुच जाते है ,आप किसी को मारना चाहते है और उत्तेजित हो जाते है ये आपके सेक्स को और टेस्टोस्टेरोन को भी प्रवाहित करता है आप ज्यादा ताकतवर और मजबूत महसूस करने लगते है,ये उन लोगो के लिए नही है जो पहले से कमजोर हो और बात बात पर रोने वाले हो लेकिन ये मुझ जैसे मजबूत और गुस्सेल लोगो के लिए हो सकता है क्योकि इसकी आग से सच में मेरी सेक्स लाइफ तो बहुत ही खरतरनाक तरीके से अच्छी हो गई ,लेकिन वो सेक्स बस हवस के साथ किया गया था,वँहा पर वो प्यार की नजाकत नही थी …
काजल को मैंने कभी पूरे जिंदगी में इस तरह से नही रौंदा था जैसा मैने आज किया था ...काजल भी बहुत खुस थी की मैं इसे इन्जॉय कर रहा हु,वो थककर सोई हुई थी लेकिन मेरे आंखों से नींद ही गायब हो चुकी थी ,मैंने उसके मोबाइल को अपने हाथो में लिया ,अजीब सी बात थी और बड़ी ही आश्चर्य की बात थी की उसने अभी तक अपने मोबाइल का पासवर्ड चेंज नही किया था ये वही था जो उसके कालेज के समय में होता था,कई मोबाइल चेंज कर लिए गए लेकिन पासवर्ड वही यही होता है प्यार ,क्योकि वो पासवर्ड मेरा डेट ऑफ बर्थ था,और मेरे मोबाइल में उसका ..
मैंने उसका वाट्सअप चेक किया और मुझे किसी ठाकुर साहब का मेसेज दिखा,
‘कल मिलोगी ना तुम्हारे लिए गिफ्ट खरीदा हु ‘
पहला लाइन यही था
‘अरे ठाकुर साहब इसकी क्या जरूरत थी ,’
‘बस समझलो की ये मेरी ख्वाहिस है की मैं तुम्हे ये दु ‘
‘अच्छा ठीक है लेकिन खान साहब …’
‘अरे तुम फिक्र मत करो खान के फार्महाउस में ही मिलो मैं उससे बात कर लूंगा ‘
‘ओके तो कल 12 बजे ‘
‘ओके मेरी जान ‘
‘ठाकुर साहब आप फिर से चालू हो गए ‘
‘तो क्या बुरा कहा ,इतना भी हक नही है क्या,खान ही तुम्हे जान कहे ये तो अच्छी बात नही हमे भी तो कुछ हक होना चाहिए ‘
काजल ने बहुत सी स्माइल भेजी
‘ओके जान अब ठीक’
‘हाय तुम तो मार ही दोगी ‘
काजल ने फिर से स्माइल भेजी
‘ओके जानू अब मेरे पति को मेरी जरूरत है मैं आपसे कल मिलती हु ‘
‘कितना खुशनसीब है साला देव जो तुम उसके साथ रोज रहती हो ‘
मेरी गांड ही सुलग गई साला मेरा नाम भी जानता है..
‘बस मख्खन लगाओ आप चलो कल मिलते है ..’
‘बस इतना ही कुछ और नही’
‘ओके बाय जानू ,,लेकिन खान साहब को नही पता लगना चाहिये की ..’
वो बस इतना ही लिखी थी
‘खान की मा का भोसड़ा ‘
‘देखिए मेरे साथ ऐसी गंदी बात नही करना ‘
काजल ने बहुत सी गुस्से वाली स्माइल भेजी
‘ओह सॉरी मेरी जान असल में पोलिस वाला हु ना तो गली मुह में रहती है तुम बुरा मत मानना ,खान को मैं कुछ भी नही बताऊंगा बस इतना कहूंगा की काम के सिलसिले में तुमसे मिलना था ..”
“ओके ‘
‘बस ओके ‘
काजल ने बहुत से हँसते हुए स्माइल भेजे
“ओके मेरी जान ‘
सच में वो लिखते हुए काजल मुस्कुराई जरूर होगी क्योकि शिकार उसके जाल में फंस गया था ,मैं उस ठाकुर को नही जानता था लेकिन मुझे इतना तो पता चल गया था की वो कोई पुलिस वाला है…
क्या वो वही पुलिस वाला था जिसने काजल की मा के साथ बलात्कार किया था और खान का दोस्त था (जैसा की काजल ने बतलाया था )
मैं सोच में पड़ गया था उसकी प्रोफ़ाइल पिक्चर में भी उसकी शक्ल का पता नही लगा क्योकि उसने किसी धर्मात्मा की तरह एक धार्मिक की पंक्ति लगा के रही थी ,कैसे मादरचोद लोग होते है दुनिया में..
करना उन्हें है गलत काम लेकिन दिखाएंगे के वो भगवान के कितने बड़े भक्त है कितने अच्छे इंसान है ,इन्ही मादरचोदों के कारण दुनिया इस हाल में आ गई थी ,
मुझे उसके उस प्रोफ़ाइल पिक्चर को देखकर उससे और भी चिढ़ सी हो गई क्योकि वो एक पुलिस वाला था जिसका कर्तव्य था की वो समाज के लिए कुछ करता लेकिन नही वो पैसे और चुद के पीछे पड़ा हुआ था,इस मादरचोद को तो मैं पर्सनली मारूंगा ..मेरे दिमाग में ये ख्याल आया मैं आगे की बातचीत पड़ने लगा
‘umaaaaaaaa ‘
इसके साथ कुछ होठो के चिन्ह और किस के साथ दिल के निशान वाले स्माइल से उसने कई लाइन भर दी थी
‘आप फिर से शुरू हो गए मैंने कहा ना की मैं खान साहब की वफादार हु और सिर्फ और सिर्फ खान साहब के साथ ही मेरे संबंध है ...मैं शादी शुदा हु और किसी और मर्द के साथ सोती हु तो इसका मतलब ये नही की मैं रंडी हु “
अचानक ही काजल का तेवर अलग हो गया था मुझे समझ में आ रहा था की ये जो भी है वो खान का दोस्त है लेकिन उसकी नजर काजल पर है और काजल इसके सामने ये दिखाना चाहती है की वो खान की वफादार है लेकिन ये उसे पटाने के चक्कर में है ,मैं जानता था की काजल उससे पट ही जाएगी लेकिन पहले तो भरपूर नखरा चोदेगी क्योकि उसे अपनी इमेज अच्छी बनानी थी …
अखिकतर लडकिय यही ट्रिक अपनाती है ,वो पट तो जाएगी लेकिन फिर ही अपने को सती सावित्री जताने में कमी नही करेंगी ,चुड़वाएँगी तो कई लोगो से लेकिन फिर भी कोई नया लड़का मिल जाए तो पहले उससे मेहनत करवाएंगी ताकि उस लड़के को लगे की लड़की अच्छी है और किसी के साथ भी नही सो जाती..
मुझे काजल की इस बात पर थोड़ी हँसी आयी क्योकि कालेज के समय में मैं ऐसी लड़कियों से बहुत ही चिढ़ता था लेकिन आज मुझे पता चला की मेरा प्यार मेरी बीवी ही ऐसी है ..
खैर जो भी ये एक लड़की के लिए जरूरी है की जो लड़का उसके पीछे दुम हिलाता हुआ फिर रहा है वो उसके कंट्रोल में ही रहे और इसके लिए पहले अपनी इमेज अच्छी करनी भी बहुत ही जरूरी होती है ,तो काजल जो कर रही थी वो सही था आखिर ठाकुर से उसे भी कुछ काम करवाने होंगे..
काजल की इस बात से ठाकुर हड़बड़ाया जरूर होगा
“सॉरी अगर तुम्हे बुरा लगा होगा तो ,लेकिन क्या करू मैं तुमसे प्यार करने लगा हु ‘
ठाकुर साहब ने भी वही कहा जो की हर कमीना लड़का कहता है ,जब उसे किसी लड़की को चोदना हो तो वो प्यार के नाम का सहारा ही तो लेता है
‘लेकिन खान साहब से ये गद्दारी होगी ‘
काजल ने लेकिन लिखा था मतलब की तैयार थी ,ये भी हर वो लड़की करती है जिसे चुदवाना भी है लेकिंन नखरे करके
‘अरे मा चुदाये खान ‘
‘आप फिर से गली दे रहे है’
‘सॉरी जान सो सॉरी ‘
‘पहले आप ये आदत सुधारो मुझे गली बिल्कुल भी पसंद नही ‘
मुझे ये पढ़के हँसी आ गई क्योकि मैं आज ही काजल को मा बहन की गालियां देकर ही चोदा था ,हा चोदा ही तो था आज प्यार ही कहा किया था बस चोदा था ,अपना लंड उसकी चुद में घुसा कर पेला ही तो था ,पूरी ताकत से लेकिन बस इतना ही तो किया था ..
चोदना एक अजीब सा शब्द है जिसमे बस एक गुस्सा है ,एक फ्रस्ट्रेसन जो की निकल गया ,
लेकिन चुद कितना प्यारा लगता है बोलने में ,एक बार बोलिये चुद …
बड़ा ही cute सा शब्द है ,है ना
वही लंड बोलकर देखिए ..साला लगता है की अजीब सा है ,एक बार बोल कर देखो लंड ..
लौड़ा ,कितना अजीब है साला ,बोलने से ही अजीब लगता है बोलकर ही देख लो लंड या लौड़ा एक मर्दाना फिलिंग है उसमे लेकिन चुद ,बड़ा ही प्यारा लगता है ……….
है ना..,इस पर कमेंट करना की चुद बोलना प्यारा लगता है की नही ..
और एक कमेंट मुझे चाहिए ‘चोदना’ पर भी ,ये मादरचोद आखिर है क्या चोदना ऐसा लगता है जैसे की कोई मजदूरी करवा रहा है ,चोदना सोच कर देखो जरा...एक काम है ये ,चोदना ..??
जैसे कोई मजदूर मेहनत करता है वैसे ही लड़कियों के लिए लड़के मजदूरी करते है ,,उन्हें चोद कर ..
मैं फिर से पढ़ने लगा
‘सॉरी जान अब नही दूंगा .लेकिन तुम मैं तुमसे बहुत प्यार करता हु सच में मैं तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकता हु ‘
ठाकुर उत्तेजित हो गया था
‘कुछ भी करने की जरूरत नही है प्यार में कोई लेन देन नही होता ,बस प्यार होता है आप मुझे प्यार करो यंही मेरे लिए काफी है ‘
सच में मेरी बीवी हरामी थी .वो साली वही सब उस ठाकुर को बोल रही थी जो वो मुझे बोला करती है ,शायद ये सब उसने मुझसे ही सीखा था
‘लेकिन मुझे तुम्हे गिफ्ट तो देना है ‘
‘वो तो आपका हक है ‘
काजल ने उसे ग्रीन सिग्नल दे ही दिया
‘सच में ‘
‘कोई शक .12 बजे आप मिलिए .लेकिन खान साहब को बताए बेगैर ओके ‘
‘ओके मेरी जान .एक किस तो दो ‘
‘पागल हो गए हो आप ‘
‘तेरे प्यार में पागल हो गया हु जान ,मैंने और खान ने एक साथ कई लडकियो को किया है ,लेकिन तुम पहली हो जिसके लिए मुझे खान से झूट बोलना पड़ रहा है ,सच में वो तुम्हारे प्यार में ही है ‘
‘मुझे तो लगता है की वो तुमसे शादी भी कर लेगा ‘
‘नही मैं अपने पति को नही छोड़ सकती मैंने खान साहब को भी ये बता दिया है ..लेकिन मैं उन्हें धोखा भी तो नही दे सकती पता नही आपको जानू बोल रही हु आपसे उनसे पूछे बिना मिल भी रही हु ,उन्हें कैसा लगेगा ‘
‘अरे जो लगेगा देखा जाएगा ,लेकिन मेरे लिए तो तुम बहुत ही इम्पोर्टेन्ट बन चुकी हो मैं तो अपने बीवी से भी उतना प्यार नही करता जितना की तुमसे करता हु ,तुम मेरी जिंदगी हो काजल अगर तुम कहो तो मैं अपनी बीवी को तलाक देकर तुमसे शादी करने को भी राजी हु ‘
काजल ने कुछ देर तक कुछ जवाब ही नही दिया
‘इतना प्यार करते हो मुझसे ‘काजल का जवाब आया
‘हा ‘
काजल फिर थोड़े देर कुछ मेसेज नही की
‘कल आप मिलिए ,मुझे लगता है की आप मुझे खान साहब से ज्यादा प्यार करते है,मैं भी तो देखु की आप मुझसे कितना प्यार करते है ‘
काजल ने अपना दावा खेल दिया था
‘ओके जान …..सॉरी तुम्हे बुरा लगा हुआ हो तो ‘
ठाकुर इस बार सम्हाल कर बोल रहा था
‘उम्ममम्मम्माआआ लो किस भी दे दिया ,लेकिन लव यू तभी बोलूंगी जब लगेगा की आप सच में मुझसे प्यार करते हो ..मेरी जानू ‘
काजल ने उसे छेड़ा
‘हाय मेरी जान तुमसे लव यु सुनने के लिए तो अपनी जान भी दे दूंगा ‘
‘ऐसा फिर से मत बोलना ,आपकी जान जाने से पहले मेरी जान चले जाए ,आइंदा ऐसा नही बोलोगे ,,कल मिलती हु पति देव आ रहे है …’
इसके बाद काजल ने तो कोई मेसेज नही किया लेकिन ठाकुर जरूर कई आई लव यु ,और मैं तुम्हारे लिए सब कुछ करूँगा के मेसेज कर चुका था …
मैं सब पढ़ने के बाद हल्के से मुकुराय क्योकि मुझे पता था की कल मुझे क्या करना है ,,,
3 महीने बाद
इंस्पेक्टर ठाकुर के बंदूख कि नोक मेरे ही ओर थी ,
“बहुत खेल खेल लिया तुमने अब मेरी बारी है ,”
मैं बेखोफ खड़ा हुआ था,पास ही काजल स्तब्ध सी मुझे देख रही थी,
‘रुको ठाकुर ‘
वो चिल्लाई लेकिन तब तक ठाकुर की गोली चल गई ,काजल ने उसका हाथ उठा दिया था और मैं बचने के लिए थोड़ा दूर जा गिरा था,ठाकुर फिर से बौखला गया और मेरे ऊपर फिर से बंदूक तान दी इस बार उसका निशाना सही था लेकिन उसकी गोली चलती इससे पहले ही काजल बीच में आ गई ..
धाय धाय धाय
ऑटोमेटिक लोडिंग वाली बंदूक ने अपना काम कर दिया था ,लगातार तीन गोली सीधे जाकर काजल के सीने को चीरते हुए निकल गए मैं बौखला गया था ,जैसे कोई सुध ही ना बची हो ,वही ठाकुर भी स्तब्ध सा उसे देख रहा था वो तो मुझे मरना चाहता था ताकि काजल को पा सके लेकिन काजल ने ये गोलियां खाकर ये साबित कर दिया था की वो जिस्म से चाहे जिसकी भी हो लेकिन उसकी रूह सिर्फ मेरी है …..
मैं गुस्से से तिलमिलाया और पास ही पड़े एक पत्थर से ठाकुर पर वॉर कर दिया ,उसका सर जख्मी हो गया था ,मैं उसकी पत्थर से उसका सर फोड़ना शुरू कर दिया ,वो बेसुध हो गया था और मैं तो पहले से ही बेसुध था ,मैं चीख रहा था चिल्ला रहा था ,और पत्थर उसके सर पर मारे जा रहा था..
“नही देव मेरे पास आओ “काजल इस हालत में भी थोड़े होश में थी
मैं जल्दी से काजल के पास पहुचा ,मैंने उसे सीने से लपेट लिया था,मेरा पूरा कपड़ा खून के रंग से रंग चुका था ..
“आई लव यु देव ,हमेशा से तुम मेरे हीरो रहे हो हमेशा से मैंने सिर्फ और सिर्फ तुम्हे प्यार किया है “
काजल इतना ही बोलकर बेसुध हो गई ,मैं चीखा
“काजल ………..नही काजल तुम मुझे छोड़कर नही जा सकती काजल “
तभी
धाय ….
एक गोली मेरे पीठ में आकर धंस गई ,ठाकुर लेटे हुए था और उसके हाथो में बंदूक थी
मैं गुस्से से लाल हो चुका था और उसे जान से मार देना चाहता था .
मैंने पास ही पड़ा हुआ एक रॉड उठाया और उसके पैरो में घुसा दिया ,वो चीखा ही था की मैंने अपने पैरो से उसके मुह पर वॉर किया ,वो बेसुध हो गया मैं फिर से काजल के पास आया ,मैं रो रहा था मेरी काजल मुझे छोड़कर नही जा सकती थी ………
मैं होशं में आया तो मैंने अपने पास डॉ चुतिया को पाया ,
“काजल कहा है “
मेरा पहला सवाल यही था ..
“वो कोमा में है,गोलियां निकाल दी गई है लेकिन होश नही आया है ,खैरियत है की दिल को गोली नही लगी वरना”
मैं रोने लगा था
“ये सब मेरी ही गलती के कारण हुआ है डॉ ना मैं वो कदम उठता और ना ही ये हादसा होता “
डॉ मेरे पास आकर मेरे सर पर हाथ फेरा ..
“तुम्हारी गलती नही है देव अपने को दोष मत दो जो भी हुआ वो किस्मत का ही तो खेल था ,सब ठीक हो जाएगा “
“निशा कहा है ???”
मुझे अचानक ही निशा की याद आयी
“वो भी ठीक है और अभी जेल में है ,फिक्र मत करो वँहा हमारे लोग है उसे कोई तकलीफ नही होगी ,”
मैं थोड़ा शांत हुआ
“उसके खिलाफ कोई सबूत मिला ??”
मैंने फिर से कहा
“नही अभी तक तो नही ,सिर्फ पूर्वी की ही गवाही है उसके खिलाफ लेकिन उतना काफी नही है ,काजल के गवाही के बिना उसे जेल में ज्यादा दिनों तक नही रख पाएंगे उसके वकील भी बहुत ई स्ट्रांग है ,लेकिन अभी उसका छूटना ठीक नही होगा “
डॉ के चहरे में चिंता साफ झलक रही थी
“उसे बेल दिलवाओ डॉ वो मेरी बात सुनेगी ,मैं बहक गया था जो मैं उसकी बात नही सुना ,लेकिन इस हादसे से मुझे समझ आ चुका है की मुझे उसकी बातो को सिरियसली लेना चाहिए था “
“लेकिन उसके बाहर आने से काजल और पूर्वी दोनो के ही जान को खतरा है ??”
डॉ मेरी बातो से चकित दिख रहे थे ,
“मैं सम्हाल लूंगा ,मैं उसे अच्छे से समझता हूं आप उसे बाहर निकलवाये “
डॉ थोड़ी देर तक तो सोच में ही डूबा रहा लेकिन फिर वो बाहर चला गया ,मैं उठाकर उसके पीछे ही बाहर आया
“आप पागल हो गए हो क्या ये क्या कर रहे हो “
सामने पूर्वी और शबनम खड़ी थी
“मुझे काजल से मिलना है “
“अभी तुम आराम करो शाम को मिल लेना ,ऐसे भी उसे ज्यादा मिलने नही दिया जाता हम तम्हे स्ट्रेचर में ले जाएंगे “
शबनम की आंखों में भी पानी था और पूर्वी के भी ,मुझे शक था की कही काजल को कुछ हुआ तो नही है और ये लोग मुझसे झूट बोल रहे है ,मैंने शंका की नजर से दोनो को देखा ,
पूर्वी रोते हुए मेरे पास आयी और मुझसे लिपट गई ..
“भइया ये क्या हो गया “
“काजल ठीक तो है ना तुमलोग मुझसे कुछ छिपा तो नही रहे “
पास खड़े हुए डॉ के चहरे में मुस्कान गहरा गई
“छुपाने को बचा ही क्या है देव ,अभी आराम करो शाम को मिल लेना,फिक्र मत करो काजल हमे छोड़कर इतनी जल्दी नही जाने वाली “
डॉ के चहरे में दृढ़ता के भाव उभर गए जैसे उन्हें काजल पर बहुत ही ज्यादा यकीन हो ..
काजल मेरी काजल ,आंखे बंद किये ना जाने कीस दुनिया में खो गई थी ,उसे देखकर एक बार तो मूझे चक्कर ही आ गया,मैं वही था जो कुछ दिनों पहले उसे मारने का प्लान कर रहा था ,आज उसकी इस कुर्बानी ने मुझे फिर से याद दिलाया जो वो मुझे बोला करती थी ,
‘मैं तुम्हारी ही रहूंगी देव चाहे शरीर किसी और के पास ही क्यो ना रहे लेकिन रूह तलक बस तुम्हारी ही रहूंगी ‘
मेरी आंखे भीग गई थी और मैं सिसक रहा था ,मेरा हाथ अभी भी काजल के हाथो में था,वो ऑपरेशन थिएटर मुझे काटने को दौड़ रहा था ,
‘कितना पागल था तू देव जो अपनी जान की वफादारी पर उसके प्यार पर शक किया ‘
मेरे दिल से बार बार यही बात निकल रही थी मैं बैठा बैठा अतीत की यादों में खो गया था ,3 महीने पहले जब मैंने काजल की जासूसी का फैसला किया था शायद वो मेरे जीवन का सबसे बेकार फैसला था,काजल मुझे सब कुछ तो बताना ही चाहती थी ,वो तो ये भी चाहती थी की मैं उसे दूसरे के साथ देखकर भी एन्जॉय करू ..
हा एक पति के लिए ये कितना कठिन था ये मैं और वो दोनो ही जानते थे लेकिन वो भी अपने जिद में थी और मैं भी …
वो दिन जब मैं हरिया से फोन कर उसके फार्महाउस में आने की बात कही मैंने उसे एक जॉब का आफर दिया था ,मुझे पता था की काजल और ठाकुर वही मिलने वाले है ,ठाकुर उसे कोई गिफ्ट देने वाला था पता नही वो क्या था,
हरिया को भी ये बात पता थी की 12 बजे के करीब खान का दोस्त इंस्पेक्टर ठाकुर वँहा आने वाला था,उसने इसी बात के कारण मुझे मना कर दिया लेकिन मैं उससे इतममिन से बात करना चाहता था…
मैं फॉर्महाउस में था ..
“सर जी आप मेरी बात नही समझ रहे है वो बड़े ही खतरनाक लोग है ‘
उसकी बात सुनकर मैं मुस्कुरा उठा
“अच्छा ये बताओ क्या यही लड़की उनके साथ आती है “मैंने उसे काजल का फ़ोटो दिखाया वो चौक गया
“इस रांड का फ़ोटो आपके पास कैसे “
रांड मेरे दिल में एक जलन सी उठी मेरे ही सामने साला मेरी ही बीवी को रांड बोल रहा था
“बस जानता हु ,तुम्हे जॉब चाहिए ना “
वो घबरा गया था
“मेरी लाश पर मैं जॉब का क्या करूँगा आप कौन हो ,और आप मुझसे क्या करवाना चाहते हो ,सर जी मुझे तो लगा था की आप एक शरीफ इंसान हो इसलिए आपकी मदद करने की सोची लेकिन आप की नियत तो मुझे साफ नही लग रही है ..वो लोग मुझे और मेरे पूरे परिवार को मार देंगे ..”
वो बहुत ही डरा हुआ लग रहा था ,हो भी क्यो ना उसे खान और ठाकुर के बारे में कुछ तो पता ही रहा होगा
“एक चीज का ईमानदारी से जवाब देना,क्या खान और ठाकर तुम्हारी बीवी पर गंदी नजर नही डालते “
वो सन्न रह गया .उन्होने तो कई बार उसे पैसे भी ऑफर किये थे लेकिन वो शरीफ महिला थी ..
उसका सर झुक गया
“क्या तुम्हारा खून नही खोलता ,क्या पैसे की इतनी अहमयत है की तुम अपना ईमान भी बेच दोगो “
मेरी बाते उसके सीने में तीर सी चुभने लगी थी
“मैं कर भी क्या सकता हु,और वो लोग ज्यादा झेड़ते नही ,मैं अंजू (हरिया की बीवी ) को उनके पास भेजता भी नही “
“अगर किसी दिन भगवान ना करे की वो लोग दारू के नशे में हो और अपनी तलब का शिकार अंजू को बना ले तो क्या करोगे “
वो दंग सा मुह फाड़े मुझे देख रहा था उसे भी पता था की ये भी हो सकता है और वो कुछ भी नही कर पायेगा
“ऐसा कैसे हो सकता है अभी तक तो ऐसा नही हुआ “
“नही हुआ या तुम्हे पता नही है ,हो सकता है की उन्होंने अंजू के साथ जबरदस्ती की कोशिस की हो लेकिन अंजू ने अपनी मजबूरी के कारण तुम्हे कुछ भी नही बतलाया हो ….”
कुछ देर के लिए शांति छा गई थी ,उसकी नजर जमीन को देख रही थी और वो कई सोचो में गुम था,मैं उसकी मजबूरी समझता था वो ये नॉकरी छोड़कर नही जा सकता था ,क्योकि बाहर के दुनिया इससे भी खतरनाक थी …
“तुमने ही तो मुझे बतलाया था ना की उन्होंने अंजू को ऑफर किया था ,लेकिन अंजू ने मना कर दिया था ...ये बात क्या अंजू ने तुम्हे तुरंत ही बता दी थी …”
वो चुप था
“ये बात भी तो उसने तब ही बताई जब तुमने उसे उनके पास गिलास ले जाने को कहा था ,है ना “
हरिया ने मुझे पहले ही सब कुछ बता दिया था और मैं जानता था की वो अपने परिवार से बहुत ही प्यार करता है ..
उसने हा में सर हिलाया
“देखो हरिया तुम्हारी और मेरी कंडीसन एक ही है ,जैसे तुम उन लोगो से डरे हुए हो वैसे ही मैं भी डरा हूं ,जैसे तुम मजबूर हो वैसे ही मैं भी मजबूर हु ,क्यो ना इन लोगो को ही खत्म कर दिया जाए “
वो चौक कर मुझे देखने लगा
“खत्म करने का मतलब मारने से नही है ,आर्थिक रूप से खत्म करने की बात है,उनका पावर खत्म किया जा सकता है ,”
वो समझ नही पा रहा था की वो क्या करे
“और इसमें तुम्हारा भी फायदा होगा “
उसने मुझे ध्यान से देखा
“कैसा रहेगा अगर ये फॉर्महाउस ही तुम्हारा हो जाए ,”
वो फिर से चौका
“मैं ये कर सकता हु तुम्हे बस मेरी थोड़ी सी मदद करनी होगी ,तुम्हे और तुम्हारे परिवार को कुछ भी नही होगा इसकी मैं गारेंटी ले सकता हु क्योकि उन्हें कभी पता ही नही चलेगा ,और मैं अगर पकड़ा भी गया तो डरो नही मैं तुम्हारा नाम नही लूंगा ,वो मेरा कुछ भी नही बिगड़ सकते डोंट वरी ,तुम अपने और अपने परिवार के लिए ये करो मेरा साथ दो ,मुझे यंहा आने जाने दो ,तुम्हारी पत्नी ,तुम्हरे पिता और तुम्हारे बेटे को भी इसके बारे में नही पता चलेगा ,तुम फिक्र मत करो ,”
फॉर्महाउस बहुत ही बड़ा था और सच में यंहा अगर कोई लाश भी लाके गाड़ दे तो किसी को पता नही चलेगा …
उसने हा में सर हिलाया उसकी सहमति का मतलब था की अब ये फॉर्महाउस मेरा ही था ...मैं यंहा जब चाहे आकर जो चाहे कर सकता था ...मैं खुसी से उसे देखा और पहली पगार के रूप में 2 हजार का एक नोट उसकी ओर बढ़ाया ..
“नही साहब ये सब नही चाहिए ,बस जो आपने कहा वो हो जाए तो मेरी जिंदगी सफल हो जाए “
पहली बार मैंने हरिया के आंखों में लालच देखा था ,मैं उस साधारण से भोले इंसान को लालची नही बनाना चाहता था लेकिन क्या करू मेरी भी तो मजबूरी थी ….
12 बज चुके थे और ठाकुर पहले से ही आ चुका था वो बेचैनी से इधर उधर घूम रहा था वो पहले से ही 3-4 पैक दारू के पी चुका था,उसने आते ही सोफे में एक बड़ा सा गिफ्ट के रैपर में पैक कोई समान रखा था ,पता नही वो काजल को क्या देने वाला था,वो घड़ी देखता तो कभी मोबाइल …
ठाकुर को देखते ही मुझे समझ आ गया था की आखिर काजल इसमें इतना इंटरेस्ट क्यो ले रही है ये वही इंस्पेक्टर था जिसने मुझे और काजल को अजीम से मिलवाया था ,तो वो खान का दोस्त भी है और साथ ही काजल के चाहने वालो में से एक भी ,वो अभी जेल का जेलर था और अजीम से संपर्क बनाने में काजल का सबसे बड़ा हथियार ...
मैंने हरिया से बंगले की पूरी डिटेल ले ली थी ,मुझे पता था की वो कौन सा कमरा यूज़ करते है ,और कहा से उन्हें देखा जा सकता है ,कैसे उनकी बाते सुनी जा सकती है,मैंने कुछ माइक्रोफोन वँहा लगा दिए थे ताकि मुझे कम से कम आवाज तो सुनाई दी ,देखने का भी जुगाड़ हो गया था..
वक्त ऐसे लग रहा था की बहुत ही धीमी गति से बढ़ रहा है वही मेरी और ठाकुर की दिल की धड़कने जरूर बढ़ी हुई थी …
आखिर वो समय आ ही गया जब काजल आयी ,आज उसने काले रंग की साड़ी पहने हुई थी ,उसे देखकर एक बार मेरा दिल जोरो से धड़का कहा मेरी नाजुक सी कोमल सी काजल और कहा ये काला भैसा ..
उसके मादकता से कोई भी मर्द दीवाना हो जाए तो ये भी कम ही था,
मैं नजर गड़ाए हुए उन दोनो को देखता रहा ..
उसे देखकर ठाकुर का मुह खुला का खुला ही रह गया ,काजल मुस्कुराते हुए आयी और सीधे ठाकुर के गले से लग गई ,
“ओह ठाकुर साहब आपको ज्यादा इंतजार तो नही करना पड़ा “
ठाकुर ने पहले तो अपना थूक गटका ...उसे मानो यकीन ही नही हो रहा था की इतनी सुंदर लड़की भी दुनिया में होती है ,
काजल का हर एक अंग उसकी साड़ी से झांक रहा था ,वो दूध सी गोरी और मसलता से भरपूर थी ,मुझे तो कभी कभी अपनी ही किस्मत पर यकीन नही होता था की ऐसी लड़की जिसे पाने को दुनिया दीवानी हुई घूमती है मेरे बिस्तर में रोज ही रहती है ..
उस काली साड़ी में से उसका यौवन और भी निखर कर आ रहा था ,
वो आकर सीधे ठाकुर के गले से लग गई ,उसके तने हुए स्तन ठाकुर के चौड़े सीने में गड़े,वो एक भैस जैसा ही दिख रहा था और काजल के उज्ज्वल जिस्म के आगे तो उसका कालापन और भी ज्यादा खिल रहा था ,
ठाकुर तो मानो स्वर्ग में ही था,और इसे देखकर मेरी झांटे सुलग रही थी ,
मादरचोद साला ...मेरे मुह से अनायास ही निकल गया
लेकिन ठाकुर भी उसके सौन्दर्य को देखकर डर रहा था,क्योकि जितना लालच हो उतना खोने का डर भी तो होता है,
वो कोई भी कदम जल्दबाजी में नही बढ़ाना चाहता था ,
“तुम्हारे लिए तो जिंदगी भर इंतजार कर सकता हु “
उसने बड़े ही रोमांटिक अंदाज से कहा ,काजल मुस्कुरा उठी
“सो स्वीट “ठाकुर का चहरा खिल गया हो भी क्यो ना ,साला मादरचोद …
काजल अंदर आयी और सोफे में बैठ गई
“वाओ ठाकुर जी अपने मेरे लिए गिफ्ट लिया है ,वाओ “
वो ऐसी चहकी जैसे कोई बच्ची हो
“हा जान सिर्फ तुम्हारे लिए लेकिन मैं चाहता हु की तुम मेरे लिए इसे पहनो “
काजल ने शरारत भरे नजरो से उसे देखा ,अच्छा तो ये साला ठरकी मेरे जान के लिए कोई कपड़ा लाया है ..
“ठाकुर साहब आप जानते हो ना खान साहब को पता लगेगा तो …”
काजल ने ऐसे कहा जैसे की वो तो राजी है लेकिन खान का डर है
“तुम फिक्र क्यो रही हो वैसे भी तुम उसकी बीवी तो हो नही और मैं भी उसका हर काम इसीलिए करता हु क्योकि तुम कहती हो वरना मैं खान के उल्टे सीधे काम करता क्या “
अच्छा तो वो काम के बदले मेरी पत्नी की लेना चाहता था ...साला मादरचोद ..
मैं मन ही मन उसे गालियां तो दे रहा था लेकिन मैं भी उत्तेजित हो रहा था की आखिर उसने ऐसे कौन से कपड़े लाये है जिसे वो काजल को पर्सनली पहना कर देखना चाहता था ..
काजल उसकी बात सुनकर मुकुराई
“वो तो ठिक है लेकिन फिर भी मैं हु तो खान साहब की ही गुलाम ..”
काजल का चहरा मुरझा गया ,अब वो सच में मुसझाया था या वो एक्टिंग कर रही थी वो कहना कठिन था ..
“अरे तुम ऐसा क्यो सोचती हो मैं हु ना ,तुम्हे गुलाम से मालिकिन बना दूंगा “
ठाकुर उसके पास जाकर बैठ चुका था और काजल भी उसके कंधे में अपना सर ठिका चुकी थी ,मैं जले हुए दिल से ये सब देख रहा था की कैसे मेरी बीवी उस अधेड़ से काले और बदसूरत आदमी को अपने हुस्न के जाल में फंसा रही थी ,वो कितना आगे जा सकती है ये सोचकर ही मैं रोमांचित हो जा रहा था ,मैं सांसे रोके हुए देख रहा था …
“हम्म्म्म लेकिन आप तो ठहरे खान साहब के दोस्त आप मेरी मदद क्यो करेंगे आपको तो बस मेरी जवानी ही चाहिये …”
काजल ने अब भी उदास सा मुह ही बनाया था
ठाकुर ने मौका देख कर उसके कंधे पर अपना हाथ फिरना शुरू कर दिया था,साला मादरचोद ..
काजल उसके और भी करीब आ गई और उससे लिपट ही गई
“अरे मेरी जान तुम्हे किसने कह दिया की मैं उसका दोस्त हु ,वो साला मुझसे अभी तक कई गैरकानूनी काम करवाता रहा बदले में मुझे क्या मिला ????ये नॉकरी???
कितनी सेलरी मिलती होगी मुझे और ऊपरी कमाई भी कुछ नही ,जब भी उसके मतलब का काम होता है साला मुझे वही ट्रांसफर करवा देता है ,लेकिन अब मेरे पास तुम हो और तुम ही उसके किस्मत की चाबी हो क्यो ना हम दोनो ही मिलकर उसके गांड में लात मारे और मेरे पावर और तुम्हारी काबिलियत के बदौलत हम दोनो ही उसके सर पर पैर रखकर निकल जाए “
काजल के चहरे में फिर से मुस्कान खिल गई,लेकिन उसने खुद को सम्हाल लिया
“ये आप क्या कह रहे है आप तो उनके दोस्त है ना “
ठाकुर के चहरे मे मुसकान और भी गाढ़ी हो गई
“तुम्हे क्या लगता है तुम जो अजीम के साथ कर रही हो खान को बिना बताए वो मुझे नही मालूम ...मैं जानता हु की तुम्हारी नजर खान के जयजात पर है लेकिन तुम उसे अकेले तो नही हड़प सकती तुम्हे मेरी जरूरत तो होगी ही ,”
अब काजल के चहरे में मुस्कान साफ साफ दिखाई देने लगी
“मैं जानती थी की तुम बहुत ही होशियार हो इसीलिये तो मैंने तुम्हे चुना “
दोनो ने ही एक दूसरे को मुस्कुरा कर देखा ,वो आप से तुम में उतर चुकी थी
“और मैं भी जानता था की तुम बहुत चालाक हो इसलिए तो तुम्हे यंहा बुलाने की हिमाकत कर गया “
दोनो यह खिलखिला कर हंसे
“तो एक जाम हो जाए “
ठाकुर उठकर दो ग्लास में शराब भर लाया था,अब खान का पुराना राजदार काजल का दोस्त बन चुका था और अब काजल को अपनी अदाओं से उसे अपना दीवाना बनाना था ..
वो जाम अपने हाथो में लेकर उसके जाम से टकराई
“ये जाम हमारी दोस्ती के नाम “काजल कुटिलता से मुस्कुराई
“और साथ ही खान की बर्बादी के नाम “
ठाकुर भी मुस्कुरा रहा था ,दोनो ही एक ही सांस में पूरा पैक पी गए और एक दूसरे को देखने लगे ,मेरे दिल में बस एक ही बात आ रही थी …..साला मादरचोद ..
मैं इसके सिवाय और सोच भी क्या सकता था ,
उसने अपना हाथ काजल के कमर पर रख दिया
“अब तो आप हमारी दोस्त बन चुकी है तो ये गिफ्ट स्वीकार करे और साथ ही हमारी शर्त भी “
“क्या शर्त “
“यही की इसे हम अपने हाथो से आपको पहनना चाहते है “
काजल खिलखिलाई और मेरा गांड सुलग गया..
“अच्छा देखे तो जनाब हमारे लिए क्या लाये है “
काजल ने गिफ्ट को खोला
“यू नॉटी ...इसे पहनना चाहते है आप ,हम तो आपको बड़ा ही शरीफ समझ रहे थे और आप तो “
काजल गुस्सा तो नही थी लेकिन बड़े ही मादक अंदाज में और मादकता भरे हुए शिकायत के अंदाज में ठाकुर को देख रही थी …
“तुम्हारे जैसी हसीना को देखकर कोई मर्द कब तक शरीफ रहेगा ,और ये तो मेरा सपना था की मैं तुम्हे ये अपने हाथो से पहनाऊँ …”ठाकुर ने बड़े ही शायराना अंदाज में कहा और साथ ही ऐसे कहा जैसे काजल से रिक्वेस्ट कर रहा हो ..
मैंने नजरे गड़ाई की आखिर वो गिफ्ट था क्या ,मुझे काले रंग का ही कुछ दिखाई दिया ,
काजल ने उसे उठाया ,
“इसे पहनने का सपना देख रहे थे जनाब “वो मुस्कुराई लेकिन मेरा सब कुछ जल गया
‘साला मादरचोद ‘मैं फिर से बुदबुदाया
काजल के हाथो में काले रंग की एक झीनी सी पतली पेंटी थी ,शायद एक ब्रा अभी भी गिफ्ट के पैकेट में रखा था ..
दोनो ही एक दूसरे को देख कर मुस्कुरा रहे थे लेकिन मेरी हालत बहुत ही गंभीर थी ………..
काजल ………
वो ऐसे विहेब कर रही थी जैसे ठाकुर उसका प्रेमी हो ,
और ठाकुर …
साला उसे देखकर तो उसे मार ही देने का मन कर रहा था ,
काजल और वो दोनो ही सोफे में बैठे हुए हँस रहे थे,
“आपको नही लगता की ये थोड़ी छोटी है “
काजल ने उस पेंटी के बारे में पूछा ,जिसके जवाब में ठाकुर ने उसके साड़ी से झांकते और मानो फाड़ के बाहर आने को बेकरार वक्षो को हल्के से मसल दिया
“आउच कितने बदमाश हो आप “
काजल मचली जरूर लेकिन उसके होठो में मुस्कुराहट बढ़ गई थी ,
“अभी तो बदमाशी और भी ज्यादा करने का मन कर रहा है जानेमन लेकिन तुम ...कुछ करने ही नही दे रही “
काजल खिलखिला कर हँस पड़ी ,
“मुझे इसे तुम्हे पहनाना है “
ठाकुर मचल रहा था
“इतनी भी क्या जल्दी है “
काजल अदा से खड़ी हुई और हल्का म्यूजिक लगा कर उसके सामने आ खड़ी हुई,वो म्यूजिक के रिदम में अपने कमर को हल्के हल्के हिला रही थी और उसकी आंखे सीधे ठाकुर की आंखों से मिली हुई थी ,वो अदा से हिल रही थी ,साड़ी से झांकती हुई उसकी नंगी कमर चमक रही थी और उसकी नाभि के गहराई साफ साफ दिखने लगी थी ,
ठाकुर की आंखे उसकी कमर में ही अटक चुकी थी ,वो सांप सी उसे लहरा रही थी ,
ठाकुर की सांसे मानो अटक गई जब काजल उसके और भी पास आ खड़ी हुई ,उसकी कमर अब ठाकुर के सर के पास ही थी ,शायद उसकी सांसे अब काजल के पेट को छू रही होगी,
ठाकुर ने अपना सर थोड़ा आगे कर उसे चूमने की कोशिस की पर काजल खिलखिलाकर उससे दूर हो गई ,
ठाकुर ने बुरा सा मुह बनाया तो काजल फिर से उसके पास पहुच गई और इस बार वो उसके सर पर हाथ रखकर उसे अपनी ओर खिंचा,
ठाकुर का मुह सीधे काजल के नंगे पेट से जा टकराया ,वो पहले तो अपनी नाक उसके नाभी में रगड़ने लगा फिर अपनी जीभ निकाल कर उसे चाटने की कोशिस करने लगा ,
“आह “काजल ने एक मादक सिसकारी ली उसे जोरो से अपने ओर खिंच लिया
अब ठाकुर का मुह पूरा का पूरा ही उसके पेट में धंस गया था काजल की पकड़ इतनी थी की ठाकुर सांसे भी नही ले पा रहा था ना ही वो अपने चहरे को ही हिला पा रहा था …
वो बौखला गया था और काजल की गिरफ्त से छूटने की कोशिस करने लगा ,काजल जोरो से हँसी और उसे दूर कर थोड़ी दूर हो गई…
हल्का हल्का सेक्सोफोन का म्यूजिक सच में बहुत ही मधुर था और साथ ही बहुत ही रोमांटिक भी ,काजल फिर से उसकी आंखों में अपनी आंखे गड़ाकर हिलाने लगी और इस उसने अपने बाल भी खोल लिए जिससे उसके घने और लंबे बाल उसके कंधे और छातियों पर भी बिखर गए थे ,वो अपने बालो से मादक अंदाज में सहलाने लगी साथ ही उसे ऊपर किया ,वो उससे खेलने लगी उसकी कमर अब भी म्यूजिक के साथ साथ ही चल रही थी ,
ठाकुर उसे देखकर ऐसे बावरा गया था मानो किसी गरीब को खजाना ही मिल गया हो ..
वो आंखे फाडे हुए काजल की अदाएं देख रहा था ,जैसे पलक झपकना और सांस लेना भी भूल गया हो ..
काजल फिर से उसके पास आयी और अपने पल्लू हो गिरा दिया ,
उसके ब्लाउज से भी उसके स्तनों की सुडौलता और भराव साफ साफ झलक रहे थे ,ठाकुर के आंखों में हवस जाग गई थी वो उसे ललचाई निगाहों से देख रहा था ,काजल ने उसके करीब आकर फिर से उसके चहरे को पकड़ लिया ,वो भी किसी खिलौने की तरह उसकी आज्ञा का पालन करने लगा था ,काजल उसे अपने सीने के पास लायी लेकिन गड़ाया नही वो उसे ऊपर से ही महसूस कर रही थी ,ठाकुर के आनन्द की सीमा क्या थी ये उसकी आंखे बता रही थी उसकी आंखे बंद हो चुकी थी ,वो खुद से कुछ भी नही कर रहा था सब कुछ काजल ही कर रही थी ,
वो अपनी नाक उसके स्तनों में रगड़ने लगा,काजल की भी आंखे बंद हो गई मानो किसी परम् सुख का अनुभव कर रही हो ,ये कोई एक्टिंग थी या हकीकत इसका अनुमान लगाना भी मेरे लिए कठिन हो गया था,वो मेरे साथ भी ऐसा ही करती थी ,,
वो आंखे बंद कर उसके नाक की रगड़ को महसूस कर रही थी ,और आनन्द में सिसकियां ले रही थी …
वो थोड़ा और जोर लगाती है इस बार वो झुककर अपने वक्षो की घाटी में उसके सर को घुसा देती है ,इसे देखकर तो मेरा भी लिंग अकड़ गया था ,क्योकि काजल की गोरी गोरी और बड़ी सी उस खाई में ठाकुर का काजला सा मुह बड़े ही अजीब तरीके से मुझे भी उत्तेजित कर रहा था ,
वो अपनी जीभ निकाल कर उसे चाटना चाहता था लेकिन मैं गलत था वो तो उसे खाने पर उतारू हो चुका था ,ठाकुर के दांत काजल के नंगे स्थल पर जा रहे थे वो ब्लाउज को भीगा रहा था और साथ ही साथ दांतो से हल्के हल्के से काट भी रहा था,उसकी जीभ भी आकर अपना थूक काजल के वक्षो में छोड़ रही थी…
काजल मचल रही थी और उसे और भी जोरो से अपने ऊपर दबा रही थी वही ठाकुर अपनी आंखे बंद किये हुए उस जन्नत का मजा ले रहा था जिसका हक सिर्फ मुझे मिलना था ,
मैं जलन और गुस्से से तो भर रहा था लेकिन साथ ही साथ एक उत्तेजना भी मुझमें घुलती जा रही थी ,
ठाकुर खड़े होने की कोशिस करता है लेकिन काजल उसे खड़ा होने ही नही देती और हंसकर फिर से दूर चली जाती है,
उसकी आंखे ठाकुर की आंखों से मिली दोनो के ही होठो में मुस्कुराहट थी ,एक अजीब सी मुस्कुराहट,ठाकुर ने आंखों ही आंखों में काजल से पास आने का इशारा किया लेकिन काजल ने आंखों ही आंखों में ठाकुर को ना का इशारा किया ,ठाकुर हल्के से मुस्कुराया और खड़ा हो गया ,मैंने देखा की उसके पेंट से ही उसका तनाव साफ साफ दिख रहा था ,उसने अपनी शर्ट उतार फेंकी और अपनी बनियान भी ,वो थोड़ा पेटू जरूर था लेकिन लगता था की उसने अपनी जवानी में बहुत कसरत भी कि हो क्योकि उसके मसल्स बहुत ही बड़े दिख रहे थे ,वो किसी कुश्ती के पहलवान की तरह लग था ,उसका काल बदन भी कमरे के रोशनी में चमकने लगा ,
काजल ने उसके शरीर को ललचाई निगाहों से निहारा और उसके आंखों को मादकता से देखने लगी,ठाकुर भी अपने जिस्म की नुमाइश करने लगा और अपने पेंट की ओर इशारा किया जिसमे उसका लिंग अकड़ रहा था ,काजल ने मुह थोड़ा खुला ,पता नही वो सच में खुला था या उसने खुद ही इसे खोला था ,लेकिन वो ऐसा करने से ठाकुर को और भी मोहित कर गई वो स्त्रियों वाली सब अदाओं को जानती थी जिसे एक मर्द हमेशा ही पसंद करता है ,,,
काजल की इस हरकत से ठाकुर थोड़ा हंसा और उसके पास जाने लगा काजल उससे दूर जाने लगी वो उसे पकड़ने को झपटा ,काजल हट गई वो थोड़ा लड़खड़ाया और कमीनी सी मुस्कान के साथ उसकी ओर बढ़ने लगा ,थोड़ा रुक कर उसने अपनी पेंट भी निकाल कर हवा में उछाल दी ,उसके अंडरवियर से उसका लिंग सच में बहुत ही बड़ा और खतरनाक लग रहा था ,उसका काला बदन चमक उठा था,वो बहुत ही उत्तेजित था और काजल को कहा जाने वाली निगाहों से देख रहा था ,काजल कभी उसके बदन को देखती तो कभी उसके अकड़े हुए लिंग को ,काजल के होठो में अब भी मादक मुस्कान थी वो उसे घूर रही थी और ठाकुर भी तड़फता हुआ उसकी ओर बढ़ रहा था ,
जैसे जैसे ठाकुर उसकी ओर बढ़ता वो पीछे होती जाती ..
वो फिर से झपटा इस बार उसका हाथ ठाकुर के पकड़ में आ गया था
“आउच छोड़िए ना “
काजल ने मचलते हुए कहा जिससे ठाकुर हँस पड़ा और उसे अपनी ओर खिंच कर अपने से मिला लिया
ठाकुर ने उसे बहुत ही जोरो से जकड़ रखा था ऐसे की कोई हवा भी दोनो के बीच से पास ना हो पाए ,
काजल के वक्ष उसकी बालो से भरी चौड़ी छातियों में धंस गई थी वही ठाकुर का लिंग अब काजल के जांघो के बीच रगड़ रहा था ,काजल इससे और भी मचल रही थी लेकिन ठाकुर उसे कोई भी मौका नही देने वाला था ,उसने अपने होठो को काजल के गले और कंधों पर चलाना शुरू कर दिया
“आह नही ना आह “
वो छूटने का प्रयास करने लगी थी लेकिन मैं भी जानता था की वो छूटना नही चाहती थी वो और भी उसमें गड़ी जा रही थी ,और भी मचल रही थी
“आह नही ना... आह रुको ना ..थोड़ा सब्र तो करो आह ओह “
काजल की इन आवाजो से ठाकुर के साथ साथ मैं भी पागल हो रहा था ,वो और भी जोरो से उसे चूमता और अपने कमर को उसके कमर से टकराता ,भला हो उस साड़ी का जिसे मेरी बीवी ने पहन रखा था वरना उसका लिंग अभी काजल के अंदर ही होता वो 90 डिग्री में उठा हुआ था और सीधे ही काजल के जांघो में रगड़ रहा था,
काजल को भी इसका आभास जरूर हो रहा होगा ,वो भी गर्म होने लगी थी उसका विरोध कम हो रहा था और वो बस आहे ले रही थी वो अब भी छोड़िए ना कह रही थी लेकिन बहुत ही कमजोर स्वर में,वो उत्तेजित थी और शायद गीली भी ……..
ठाकुर ने उसकी कमर को पकड़ कर और भी जोरो से अपनी ओर खिंच लिया साथ ही अपनी कमर को भी उसके कमर से टकराया
“आह “एक जोर की आवाज काजल के मुह से निकली
दोनो की ही आंखे मिली और काजल ने उसे हल्के से मुक्के से मारा ,ठाकुर ने काजल को किसी गुड़िये की तरह ही उठा लिया और उसे सीधे सोफे में जा फेका और उसके ऊपर छा गया ,उसके भारी शरीर ने मेरी कोमल सी जान के नाजुक शरीर को ऊपर पूरी तरह से ढंक लिया था,वो उसे मसल रहा था और अब उसका हाथ काजल के ब्लाउज तक पहुच चुका था वो से मसल रहा था और उसे उतारने की कोशिस भी कर रहा था ,उसने उसे काजल के कंधे से नीचे गिरा ही दिया लेकिन वो अब भी काजल के बांहो में फंसे थे , वो उसके नंगे कंधे को चूमने लगा और उसे अपनी लार से भिगाने लगा,काजल मादक सिसकियां ले रही थी ,
वो काजल की घाटी तक अपनी जीभ ले जा रहा था लेकिन अब भी ब्रा की वजह से वो पूरी तरह से दिखाई नही दे रही थी ,लेकिन उसकी ब्रा जरूर दिखने लगी थी ,वो जितना हो सके उसे चूम रहा था और उसने अपने दांत भी काजल के कंधे पर गड़ा दिए ,
इधर मैं उत्तेजना के शिखर पर पहुच गया था मैंने कब अपना लिंग अपने हाथो में ले लिया था मुझे भी नही पता लगा मैं जोरो से हिलाने लगा और जैसे ही ठाकुर ने अपने दांत गड़ाए मैं भी झाड़ा और दीवार में ही अपने को खाली कर दिया ,मेरी सांसे भी उखड़ी हुई थी ,क्या हुआ और क्या हो रहा है इसकी समझ मुझे अभी आई थी ,मैं पागल हो चुका था मैं क्या कर रहा था ,
ठाकुर ने काजल की साड़ी खोलने के लिए हाथ बढ़ाया लेकिन काजल ने हाथ पकड़ लिया
“यंहा नही बेडरूम में चलिए “
ठाकुर ने उसे किसी बच्चे की तरह उठाया साथ ही वो ब्रा पेंटी भी उठा ली जिसे वो काजल के लिए लाया था ,वो बेडरूम की ओर जाने लगा ,मैं वही बैठ चुका था मैं दहाड़ कर रोना चाह रहा था ,मुझे लग रहा था की जो मैंने किया था वो गलत है ,मैं वँहा एक पल भी नही रुकना चाहता था मैं वँहा से भागा,..............
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