फिर जब उसका भाई नीचे की तरफ हाथ बढ़ाने लगा तो उसने अपने भाई का हाथ पकड़ लिया और और वो बोल पड़ी तो तब अपनी बहन को वहाँ देखकर उसका भाई हैरान हो गया और उसे तब बुरा भी लगा लेकिन फिर सुमन थोड़ा गुस्सा होकर नीचे चली गई और उसका भाई बेचारा अपना सा मुँह लेकर रह गया। उसको डर था के सुमन कहीं इसके बारे मे सभी को ना बता दे। फिर अगले दिन सुबह सुमन का भाई तो उससे आँख भी नहीं मिला पा रहा था लेकिन सुमन हमेशा की तरह ही उससे बोल रही थी। जैसे के कुछ हुआ ही ना हो। फिर कुछ दिन बाद सुमन के भाई ने अकेले मे सुमन से माफी मांगी तो सुमन ने कहा के कोई बात नहीं जो भी हुआ गलती से हुआ इसमे आपकी क्या गलती। फिर ये कहकर सुमन अपने भाई के गले लग जाती है तो फिर सुमन का भाई सुमन की पीठ सहलाने लगता है। फिर तो सुमन अपने भाई के सामने खुलकर रहने लगती है और वो भी अपनी बहन के बदन के दर्शन करने लगता है वो भी बेशर्म होकर।
इस तरह उसका भाई तो उसके जाल मे फस चुका था। उधर सुमन का बाप रोज शाम को दारू पीता था तो फिर एक बार जब घर के सब लोग कहीं गए थे और घर पर सिर्फ वो दोनों ही थे तो फिर सुमन के दिमाग मे एक आइडिया आता है। सुमन शाम को अपनी मम्मी के कपड़े पहन लेती है और जब उसका बाप पूरा नशे मे डूब जाता है तो फिर वो उसके पास चली जाती है तो तब उसका बाप सुमन को अपनी बीवी ही समझने लगता है और वो उससे ऐसे ही बातें करने लगता है। सुमन भी तब अपने बाप से अपनी मां की तरह ही बातें करने लगती है और उसे डांटने लगती है। फिर सुमन जब अपने बाप को खाना देने जाती है तो फिर सुमन का बाप सुमन को अपनी गोद मे बैठाकर उसके बोबो को सहलाने लगता है। फिर सुमन कुछ देर तक तो मजा लेती है लेकिन फिर वो उठकर चली जाती है तो फिर उसका बाप खाना खाने लगता है। फिर सुमन ऊपर से अपना कुर्ता उतारकर ऊपर से पूरी नंगी ही घूमने लगती है तो फिर उसका बाप उसके बोबो को देखकर देखता ही रह जाता है और फिर सुमन को पकड़कर चारपाई पर ले जाता है और फिर उसे गोद मे बैठाकर उसके बोबो को दबाने लगता है और चूसने लगता है।
फिर सुमन का बाप सुमन की सलवार मे हाथ डालकर उसकी चुत भी सहलाने लगता है और तब सुमन भी गरम हो जाती है तो फिर वो अपनी सलवार का नाड़ा खोल देती है तो फिर उसका बाप उसकी सलवार खोल देता है। अब सुमन अपने बाप के सामने बिल्कुल नंगी थी। फिर सुमन का बाप सुमन के बदन को देखकर देखता ही रह जाता है और वो पागल हो जाता है और उधर सुमन भी काफी गरम हो जाती है तो फिर वो अपने बाप का लंड बाहर निकालकर उसे चूसने लगती है तो उसके बाप को काफी मजा आने लगता है। फिर सुमन का बाप सुमन को लेटाकर उसकी चुत चाटने लगता है। फिर सुमन का बाप अपना लंड अपनी बेटी की चुत मे डालकर उसकी चुदाई करने लगता है तो सुमन को मजा आने लगता है और उधर सुमन का बाप भी अपनी बेटी की नंगी जवानी को पाकर खुश हो जाता है। फिर कुछ देर बाद सुमन का बाप अपनी बेटी की चुत मे ही झड़ जाता है और फिर उसके ऊपर ही लेटकर सो जाता है। उधर सुमन को भी नींद आ जाती है। फिर सुबह सबसे पहले सुमन के बाप को ही जाग आती है तो फिर वो जब अपने साथ अपनी बेटी को नंगी सोई देखता है तो देखता ही रह जाता है। उसे कुछ याद नहीं होता है। लेकिन फिर जब अपनी बेटी को देखता है तो उसका लंड खड़ा हो जाता है और फिर वो अपनी बेटी के बदन को सहलाने लगता है।
फिर वो अपनी बेटी के ऊपर आकर उसके बदन को चूमने लगता है तो तब फिर सुमन को जाग जाती है और फिर वो भी अपने बाप का साथ देने लगती है। फिर सुमन का बाप सुमत की चुदाई करने लगता है और सुमन जोर जोर से सिसकारियाँ लेने लगती है और फिर थोड़ी देर बाद वो फिर से सुमन की चुत को अपने पानी से भर देता है। फिर सुमन नंगी ही उठकर घर का काम करने लगती है और चाय बनाती है। फिर सुमन अपने पापा को चाय देकर झाड़ू लगाने लगती है तो तब सुमन के लटकते हुए बोबो को देखकर सुमन का बाप फिर से गरम हो जाता है तो फिर वो सुमन को वहीं आँगन मे ही चोदने लगता है और फिर से सुमत की चुत मे अपना पानी छोड़ देता है। फिर चुदाई के बाद सुमन अपने बाप से गर्भनिरोधक टेबलेट और कोंडोम लाने के लिए कहती है तो फिर वो लेने चला जाता है। फिर सुमन घर का सब काम करके नहाकर फिर मेकअप वगैरह करके अच्छे से तैयार होती है तो फिर सुमन का बाप अपनी बेटी को देखते ही रह जाता है। फिर वो पूरे दिन सुमन की खूब चुदाई करता है। फिर तो जब तक सुमन के बाकी घर वाले नहीं आ जाते तब तक वो दोनों खूब चुदाई करते है।
फिर बाकी घरवालों के आने के बाद सुमन पहले अपनी मां के साथ घर के आँगन मे और उसका बाप घर के मैन गेट के पास सोता था तो फिर सुमन कोई बहाना बनाकर अपने बाप के साथ सोने लगती है तो फिर जब सो जाते तो फिर वो दोनों चुदाई करने लगते। उधर सुमन अपने भाई को भी अपने बोबे दिखाकर ललचा रही थी। पर उसका भाई पहल नहीं कर पा रहा था। उधर सुमन उसे इशारे पर इशारे कर रही थी लेकिन तब भी वो कुछ नहीं कर रहा था। उधर सुमन तो कपड़े बदलने के बहाने अपने भाई के सामने नंगी भी हो चुकी थी। फिर एक दिन दिन मे घर पर कोई नहीं था तो सुमन अपने बाप से घोड़ी बनकर चुदवा रही थी और तब सुमन का भाई घर पर आता है और वो सब देख लेता है लेकिन वो तब उन दोनों को कुछ नहीं कहता है। फिर जब वो इस बारे मे सुमन से बात करता है तो सुमन उससे कहती है के मैंने तुम्हें कितने इशारे किए लेकिन तुम कुछ समझ ही नहीं पाए। उधर सुमन का भाई भी सुमन को चोदना चाहता था तो फिर वो अपने बहन के नजदीक जाकर उसके बोबो को दबाने लगता है तो फिर सुमन कहती है के अभी नहीं रात को पापा के करने के बाद मैं तुम्हें बुला लूँगी। तो ये सुनकर वो खुश हो जाता है। फिर रात को सबके सोने के बाद सुमन का बाप सुमन की चुदाई करके सो जाता है लेकिन सुमन तब नंगी ही रहती है और फिर वो फोन करके अपने भाई को नीचे बुला लेती है तो फिर जब उसका भाई नीचे आता है तो फिर वो दोनों कमरे मे चले जाते है। तब सुमन का भाई अपनी बहन को नंगी देखकर देखता ही रह जाता है। फिर वो रात को कई बार सुमन की चुदाई करता है और फिर वापिस ऊपर जाकर सो जाता है।
इस तरह फिर तो दिन हो या रात जब भी मौका मिलता सुमन अपने भाई और बाप से चुद लेती। फिर एक दिन जब सुमन का भाई सुमन की चुदाई कर रहा था तो तब सुमन का बाप ये सब देख लेता है लेकिन तब वो कुछ नहीं बोलता है लेकिन रात को जब वो इसके बारे मे सुमन से पूछता है तो फिर सुमन उससे कह देती है के उसने हम दोनों को चुदाई करते देख लिया था तो मैं क्या करती। फिर ये सुनकर सुमन का बाप बेचारा क्या कहता। अब सुमन के भाई और बाप को सच्चाई पता चल चुकी थी तो अब सुमन किससे शर्म करती। फिर तो दिन और रात बारी बारी से सुमन अपने बाप और भाई से चुदवाने लगी। हालांकि तब दोनों बाप बेटों ने एक साथ सुमन की चुदाई नहीं की थी। घर पर सुमन की मम्मी और भाभी होने के कारण काफी सावधानी रखनी पड़ती थी और खुलकर चुदाई भी नहीं हो पाती थी तो फिर सुमन ने अपने बाप और भाई के साथ मिलकर एक प्लान बनाया और सुमन ने कुछ दिनों के लिए झूठमूठ का अपनी सहेली की शादी मे जाने का प्लान बनाया। सुमन का प्लान ये था की वो अपने भाई को साथ लेकर और घर मे सब को शादी का कहकर अपने खेत मे जाकर रहेगी और फिर उधर अपने बाप को भी बुला लेगी। इस तरह फिर सुमन और उसका भाई तैयार होकर घर से निकलकर अपने खेत की तरफ चले जाते है। खेत गाँव से दूर था और खेत मे एक पक्का मकान भी था। उधर सुमन का बाप भी घर पर कुछ बहाना लगाकर घर से चला जाता है और फिर वो भी उनके साथ मिल जाता है। फिर वो तीनों अपने खेत मे जाने लगते है।
तब अपने बाप भाई को अपने साथ देखकर सुमन गरम होने लगती है और उधर सुमन के बाप और भाई सुमन की चुत के पीछे पागल थे तो फिर उनकी आपस की सब शर्म भी दूर हो चुकी थी। फिर खेत मे पहुंचकर वो तीनों कमरे को साफ करते है और फिर वहाँ सुमन का भाई पहले ही गद्दे लाकर छोड़ देता है तो फिर वो उन्ही का बिस्तर बना लेते है। फिर वो तीनों कमरे मे घुसकर अंदर से कमरा बंद कर लेते है। फिर सुमन उनके सामने ही खड़ी होकर अपने कपड़े खोलने लगती है और फिर नंगी हो जाती है। सुमन को नंगी देखकर वो दोनों गरम हो जाते है। फिर सुमन उनके पास जाकर उनसे अपने बोबो को चुसवाने लगती है। उधर फिर सुमन उन दोनो के लंड चुस्ती है। फिर वो दोनों एक एक करके सुमन की चुदाई करने लगते है। फिर उस पूरे दिन और रात को वो तीनों मिलकर खूब चुदाई करते है। तब वो खाना वगैरह कुछ नहीं खाते है। तो फिर उन्हे भूख लग जाती है लेकिन वो घर पर भी नहीं जा सकते थे। तो फिर सुमन के मन मे एक आइडिया आता है और वो अन्नू को फोन करके सब कुछ बताती है तो फिर अन्नू उन तीनों के लिए खाना बना देती है और फिर सुमन का भाई हमारे घर से आकर खाना ले जाता है। इस तरह फिर कुछ दिन बाद जब सुमन का बाप का मन चुदाई से भर जाता है तो फिर वो घर चला जाता है लेकिन सुमन और सुमन का भाई कुछ दिन और खेत मे ही रहकर खूब चुदाई करते है। फिर वो दोनों भी घर चले जाते है।
फिर घर आने के बाद सुमन हमारे घर पर आती है तो वो हमे सब बताती है। सुमन की बात सुनकर फिर मैं और मेरा साला उसकी चुदाई करते है। इस तरह अब तो सुमन के मजे थे। जब सुमन की भाभी अपने पीहर चली जाती तो सुमन कभी छत पर जाकर अपने भाई के साथ सोती तो कभी अपने बाप के साथ। इस तरह वो तीनों चुदाई के खूब मजे लेते।
उधर खेतो मे फसल कटाई शुरू हो गई थी तो हमारे गाँव मे आसपास के गांवों मे भी बाहरी राज्यों से काफी मजदूर आते थे फसलों को काटने के लिए तो ऐसे ही 6 मजदूर हमारे खेत मे भी आए हुए थे तो फिर मेरा साला उन्हे दारू वगैरह पिलाता था लेकिन फिर उन्होंने एक दिन मेरे साले से कहा के अगर कोई औरत का इंतजाम हो जाए तो मजा ही आ जाए तो फिर मेरे साले ने तब तो उन्हे कह दिया के यहाँ औरत कहाँ मिलेगी। लेकिन फिर ये बात मेरे साले ने जब घर पर आकर बताई तो ये सुनकर अन्नू के दिमाग मे आइडिया आया। फिर वो बोली के औरतें है ना हम दोनों। तो ये सुनकर मेरी बीवी कहती है के उन पराए मर्दों से कौन चुदवाये अगर किसी को पता चल गया तो फिर अन्नू अपनी मम्मी से कहती है के मम्मी किसी को पता नहीं चलेगा और एक बार तुम चुदवाकर तो देखो। जब हम गोवा गए थे तो मैंने चुदवाया था ना तो मुझे बहुत मजा आया था। इस तरह फिर अन्नू अपनी मम्मी को मना लेती है। फिर अन्नू के दिमाग मे काफी आइडिया आते है और फिर वो उनसे चुदाई करने का एक परफेक्ट प्लान बनाती है। उधर अन्नू के कहने पर मेरा साला जाकर उन मजदूरों से कह देता है के दो औरतो का इंतजाम हो जाएगा तो ये सुनकर वो सब खुशी से उछल पड़े।
फिर उधर अन्नू के कहे अनुसार मेरा साला खेत मे दो पुराने कमरे थे उनकी चारदीवारी तो थी पर छत नहीं थी तो और उनके बीच की दीवार आधी टूटी हुई थी तो फिर अन्नू के कहने पर मेरे साले ने उन कमरों के बीच की दीवार पूरी हटा दी और फिर वहाँ साफ सफाई भी करवा दी। उधर अन्नू अपने और अपनी मम्मी के लिए एक लाल रंग की ओढनी और एक एक लाल रंग की ब्रा लाती है और साथ मे कुछ ज्वैलरी भी लाती है जो की लगती सोने की है लेकिन होती नकली है। फिर रात की चुदाई का प्रोग्राम बनाते है तो फिर मेरा साला दिन मे ही उन कमरों मे गद्दे और कोंडोम और रंग बिरंगे फूल और रंग बिरंगी लाइट आदि सब सामान वो दिन मे ही खेत मे छोड़ कर आ जाता है और कमरे को पूरा तैयार कर देता है। फिर अन्नू के कहे अनुसार मेरा साला वहाँ अन्नू और मेरी बीवी की एक एक फोटो भी लगा देता है और फिर मेरा साला उन मजदूरों से कह देता है के आज रात ये दोनों औरते चुदवाने के लिए आएगी तो फिर वो सब तो उन फोटो को देखकर ही अपना लंड हिलाने लगते है।
उधर अन्नू और उसकी मम्मी दोपहर से ही तैयार होने लगती है। वो ऊपर ब्रा पहनती है और लाल ओढनी ओढ़ती है और नीचे से बिल्कुल नंगी ही रहती है और ज्वेलरी पहन लेती है और खूब सारा मेकअप भी करती है। पैरों मे हाई हील सैंडल और नाक मे नथ और मांग मे सिंदूर भी भर लेती है। तब वो दोनों इतनी सेक्सी लग रही थी के पूछो मत। उन दोनों को देखकर मैं कहता हूँ के आज तो उन मजदूरों की लॉटरी लगने वाली है। फिर जब रात हो जाती है तो फिर जाने से पहले मैं और साला एक बार उन दोनों की चुदाई करते है। फिर अन्नू खेत ट्रैक्टर ट्रॉली मे जाने के लिए कहती है तो मेरा साला ट्रॉली मे एक गद्दा लगा देता है और फिर उन पर वो दोनों मां बेटी बैठ जाती है और फिर मैं और मेरा साला उन पर फूलों की बारिश भी करते है। जिसे देखकर वो दोनों हंसने लगती है। फिर मैं और मेरा साला ट्रैक्टर पर बैठकर खेत जाने लगते है। हमारा घर गाँव से थोड़ा बाहर ही है तो फिर कुछ दूर जाते ही खेत शुरू हो जाते है और तब फिर मैं ट्रैक्टर के पीछे की लाइट ऑन ही रखता हूँ जो की सीधी उन दोनों मां बेटियों पर ही पड़ रही थी और वो दोनों की दोनों चमक रही थी। गढ़े होने की वजह से काफी झटके लग रहे थे जिससे उन दोनों के बोबे हिल रहे थे जो की काफी सेक्सी लग रहे थे। उधर मेरी बीवी तो पहली बार गैर मर्दों से चुदवाने वाली थी तो वो थोड़ी डर रही थी लेकिन उसकी चुत से लगातार पानी बह रहा था। इसका मतलब वो भी गरम हो रही थी।
फिर खेत मे पहुँचने के बाद मैं और मेरा साला उन दोनों मां बेटियों को ट्रॉली से उतारते है और फिर कमरे मे ले जाते है जहाँ वो मजदूर पहले से नंगे खड़े थे और जैसे ही वो दोनों मां बेटी उनके सामने जाती है तो वो तो उन्हे देखते ही रह जाते है। वो दोनों नीचे से नंगी थी तो उनकी चिकनी चुत साफ दिख रही थी। कमरा पूरा सजा हुआ था तो काफी अच्छा लग रहा था। फिर अन्नू उन मजदूर के पास जाकर उनसे कहती है के सबको हमारी चुदाई सिर्फ कोंडोम लगाकर ही करनी है अगर कोई बिना कोंडोम लगाए करेगा तो हम उसे भगा देंगे तो ये सुनकर वो मजदूर हाँ मे सिर हिला देते है। फिर अन्नू जाकर एक मजदूर से चिपक जाती है और उसका लंड हाथ मे लेकर हिलाने लगती है। अन्नू दूध सी गौरी थी और वो सब मजदूर कोयले से काले थे। फिर अन्नू उस मजदूर के हाथ को अपने बोबो पर रख लेती है तो फिर वो उसके बोबो को सहलाने लगता है। फिर एक मजदूर अन्नू के पीछे जाकर उसकी गौरी गाँड मे अपना काला लंड रगड़ने लगता है। तब अन्नू उनके बीच खड़ी कहती है के मैं सिर्फ चुत मरवाऊँगी अगर किसी ने गाँड मे डालने की कोशिश की तो मैं उसे मार डालूँगी। फिर अन्नू उस मजदूर से लिप किस करने लगती है। तब अन्नू को ऐसे देखकर तो हम सब देखते ही रह जाते है। उधर फिर मैं और मेरा साला भी नंगे होकर मेरी बीवी को लेकर उनके पास चले जाते है तो फिर वो मेरी बीवी के बदन को भी सहलाने लगते है तो पहले तो मेरी बीवी थोड़ी शरमाती है लेकिन फिर वो भी उनके लंड हिलाने लगती है।
तब मैं और मेरा साला तो साइड मे खड़े होकर उन्हे देखने लगते है और तब वो सब मजदूर उन दोनों मां बेटी के बदन को सहला रहे थे। फिर वो उन दोनों की ब्रा खोलकर उन दोनों को पूरी नंगी कर देते है और फिर तीन मजदूर उन दोनों मां बेटी के बदन को सहलाने लगते है। फिर दो मजदूर तो उनके दोनों बोबो को चूसने लगते है और एक उनकी चुत चाटने लगता है। अन्नू के सिखाए अनुसार मेरी बीवी भी जोर जोर से सिकसारियाँ लेकर पूरे मजे ले रही थी। फिर वो दोनों मां बेटी उन सबके लंड चुस्ती है जिससे कुछ तो झड़ जाते है। फिर जो बचते है वो कोंडोम पहनकर उन दोनों की चुदाई करने लगते है। वो खेत मे काम करने वाले मजदूर थे उनकी बॉडी तगड़ी थी वो अच्छे से उनकी चुदाई कर पा रहे थे। फिर जो झड़ जाता वो साइड हो जाता और फिर दूसरा आकर उनकी चुदाई करने लगता। इस तरह चुदाई का दौर चलता ही रहा। फिर मैं और मेरा साला भी शामिल हो गए। फिर हम चार चार के ग्रुप मे बँटकर उन दोनों की चुदाई करने लगे। उधर मेरी बीवी तो गाँड मरवाती थी तो फिर वो तो अपनी चुत और गाँड मे एक साथ लंड लेकर चुदने लगी। फिर जो भी झड़ने वाला होता वो अपना कोंडोम निकालकर अपना सब पानी उनके बदन पर डाल देता। उन मजदूरों ने उस रात अपने अंदर जितनी ताकत थी वो सब ताकत उन दोनों की मां बेटीओ की चुदाई करने मे झोंक दी। उधर वो दोनों मां बेटी भी उनके लंड को हिला हिला कर सारा पानी निकाल दिया।
फिर सुबह होने वाली थी तो फिर अन्नू और मेरी बीवी बिल्कुल नंगी ही ट्रॉली मे चढ़कर गद्दों पर बैठ जाती है। उन दोनों की ब्रा वो मजदूर ही रख लेते है। तब उन दोनों ने अपने ऊपर सिर्फ अपनी लाल ओढनी ले रखी थी और उनके बदन पर उन मजदूरों के लंड का पानी ही पानी लगा हुआ था। फिर जब हम खेत से चलते है तो थोड़ा थोड़ा दिन निकल जाता है और तब वो दोनों नंगी ट्रॉली मे बैठी हुई काफी सेक्सी लग रही थी। फिर हम घर पहुंचते है तो दिन पूरा निकल जाता है और फिर वो दोनों ट्रॉली से उतरकर सीधा नहाने चली जाती है और फिर एक दूसरे को रगड़ रगड़ कर नहाती है। वो दोनों थक गई थी लेकिन ज्यादा भी नहीं थकी थी। फिर जब अन्नू अपनी मम्मी से पूछती है के कैसा लगा आज तो फिर मेरी बीवी हँसकर कहती है के बहुत मजा आया। फिर घर का सब काम वगैरह करके और जल्दी ही खाना वगैरह बनाकर और खाकर वो दोनों सो जाती है।
उधर फिर मैं भी सो जाता हूँ और मेरा साला भी कुछ देर सॉकर फिर खेत चला जाता है। फिर दोपहर बाद जब वो खेत से आता है तो तब तक हम सब उठ जाते है तो फिर मेरा साला हम सबको आकर बताता है के वो सब मजदूर तो इन दोनों के दीवाने हो गए है और वो सब आज फिर से इन दोनों की चुदाई करना चाहते है। ये देखकर दोनों मां बेटी एक दूसरे की तरफ देखने मुस्कुराने लगती है और फिर जब अन्नू अपनी मम्मी से पूछती है के क्या ख्याल है मम्मी तो फिर मेरी बीवी भी मुस्कुराकर कहती है के चलो। तो फिर मेरा साला उन सबको ये बताकर आ जाता है। फिर मेरी बीवी अन्नू से पूछती है के हम आज क्या पहनकर जाएंगे तो फिर अन्नू कहती है के कुछ नहीं। आज हम बिल्कुल नंगी ही जाएंगी तो फिर वो दोनों घर का सब काम फटाफट कर लेती है और फिर तैयार होने लगती है। वो दोनों मेकअप वगैरह करके तैयार हो जाती है और फिर मेरा साला और मैं ट्रॉली मे गद्दा रखकर उसे फूलों से सजा देते है और फिर वो दोनों मां बेटी उस पर बैठ जाती है। फिर हम खेत जाने लगते है तो फिर वो दोनों एक दूसरे से लिप किस करने लगती है और काफी खुश होती है।
फिर जब हम खेत पहुंचते है तो तब वो सब मर्द आज बिल्कुल नंगे बाहर ही खड़े थे और फिर वो दोनों मां बेटी ट्रॉली से उतरकर खड़ी हो जाती है। फिर हम सब बातें करने लगते है। तब अन्नू और मेरी बीवी हंस हंस कर बाते कर रही थी तो वो दोनों उन सबको काफी अच्छी लग रही थी। फिर वो दोनों बारी बारी से सबके पास जाकर उनके गले लगती है और उनके लंड को सहलाती है और उनसे लिप किस भी करती है। तब वो सब भी उनके बोबो और बदन को सहलाते है। फिर वो दोनों बारी बारी से उन सबके लंड चूसने लगती है और वो सब झड़ जाते है तो फिर वो उनका पानी पी जाती है। फिर एक बार के लिए वो सब तो शांत हो जाते है तो फिर उधर मैं और मेरा साला उन दोनों मां बेटियों की चुदाई करने लगते है और फिर हम भी शांत हो जाते है। फिर वो मजदूर उन दोनों मां बेटियों को लेकर कमरे मे ले जाते है और फिर उन्हे अपने साथ सुलाकर उनके साथ सेक्सी बातें करने लगते है तो फिर उधर वो दोनों भी उनके साथ मजे से बात करने लगती है। क्योंकि कल सब चुदाई तो बहुत कर चुके थे। फिर बातें करते करते वो गरम हो जाते है तो फिर चुदाई करने लगते है और फिर चुदाई के बाद शांत हो जाते है तो फिर से वो बातें करने लगते है।
इस तरह सुबह तक यही प्रोग्राम चलता रहा। फिर सुबह जब वापिस आने का टाइम आता है तो फिर वो सब मजदूर उन दोनों मां बेटियों से रुकने के लिए कहते है तो फिर अन्नू रुकने के लिए मान जाती है। लेकिन इसमे काफी खतरा था। क्योंकि वो दोनों मां बेटी नंगी थी और दिन मे आसपास वाले खेत के लोग भी आ जाते है तो फिर इस बारे मे अन्नू उन सबसे बात करती है तो वो कहते है के हम आप दोनों के बारे मे किसी को नहीं बताएंगे तो फिर अन्नू और मेरी बीवी वहीं रह जाती है। फिर वो दोनों वापिस कमरे मे चली जाती है। फिर वो मजदूर चाय बनाकर उन दोनों मां बेटियों को पिलाते है और फिर चाय पीने के बाद फिर वो दोनों सबके सामने ही बैठकर हगने लगती है और फिर हगने के बाद वो मजदूर ही उन दोनों की गाँड धोते है। सुबह मौसम काफी अच्छा होता है तो फिर अन्नू और मेरी बीवी वहीं घूमने लगती है। तब बस उनके पास एक ओढनी थी और वो दोनों काफी सेक्सी लग रही थी। फिर वो सब मजदूर अन्नू और मेरी बीवी की एक एक एक बार चुदाई करके फिर खेत मे काम लग जाते है। तब खेत मे धूप काफी थी तो फिर वो दोनों उन सबके लिए पानी लेकर जाती है तो फिर सब पानी पीकर उन दोनों को वहीं पर घोड़ी बनाकर फिर से चुदाई करते है।
वो मजदूर खुद ही खाना बनाते थे तो फिर उस दिन फिर अन्नू और मेरी बीवी उन सबके लिए खाना बनाती है। फिर दोपहर को वो सब 6 मजदूर उन दोनों मां बेटी के हाथ का खाना खाकर बहुत खुश होते है और उधर मैं और मेरा साला और वो दोनो मां बेटी भी खाना खाती है। फिर खाना खाने के बाद चुदाई का प्रोग्राम शुरू हो जाता है और वो सब 6 मजदूर और मैं और मेरा साला भी उन दोनों मां बेटी की चुदाई करते है। फिर चुदाई के बाद वो सब मजदूर तो फिर से खेत मे जाकर फसल काटने लग जाते है। तब उनके जाने के बाद अन्नू अपनी मम्मी से पूछती है के तुम्हें मजा आ रहा है या नहीं तो उधर मेरी बीवी ये सुनकर हंसने लगती है और कहती है के बहुत मजा आ रहा है। फिर अन्नू अपने मामा से पूछती है के ये सब मजदूर यहाँ कितने दिन रहने वाले है तो फिर मेरा साला उसे बताता है के जब तक हमारी फसल नहीं कट जाती है तब तक तो रहेंगे ही। शायद 15 से 20 दिन तो रहेंगे ही। अगर ये मजदूर किसी और का काम भी लेते है तो फिर और ज्यादा दिन भी रह सकते है। फिर अन्नू अपनी मम्मी की तरह देखते हुए मुसकुराते हुए कहती है के क्यों न हम इनके साथ खेत मे ही रहे और चुदाई के मजे ले तो ये सुनकर मेरी बीवी भी मुसकुराते हुए हाँ कर देती है और उधर फिर अन्नू मुझसे पूछती है तो फिर मैं उन दोनों से कहता हूँ के अगर तुम दोनो को मजा आ रहा है तो ठीक है फिर यहीं रहो। फिर ये सुनकर अन्नू काफी खुश हो जाती है।
फिर अन्नू अपने मामा से और ज्यादा कोंडोम लाने के लिए कहती है और रात को ठंड हो जाती है तो फिर घर से बिस्तर भी लाने के लिए कहती है। फिर वो सजने सँवरने के लिए मेकअप वगैरह का सामान भी मँगवा लेती है। तो फिर मेरा साला गाँव जाकर शाम तक ये सब चीजे लेकर आ जाता है। फिर शाम को अन्नू सभी मजदूरों को इसके बारे मे बताती है और वो कहती है के वो अब कुछ दिन तक उनके साथ ही रहेगी तो ये सुनकर वो सब काफी खुश हो जाते है। फिर वो दोनों मां बेटी सबके लिए खाना वगैरह बनाती है और फिर खाना खाने के बाद अन्नू और मेरी बीवी दोनों नहाकर मेकअप वगैरह करके तैयार हो जाती है तो सब उन्हे देखते ही रह जाते है और फिर हम सब मर्द उन दोनों कि चुदाई करने लगते है। तब हर मर्द ने कम से कम उन दोनों की 3 से 4 बार चुदाई की थी तो वो दोनों लगभग 25 से 30 बार चुदी और फिर हम सब सो जाते है। इसी तरह फिर अगले दिन सुबह उठते ही सब फिर से चुदाई करने लग जाते है और फिर चुदाई करने के बाद चाय पीकर वो सब खेत मे फसल काटने चले जाते और फिर अन्नू और मेरी बीवी उन सब को दिन मे कई बार पानी पिलाकर आती तो वो तब भी उन दोनों की चुदाई करते। फिर दोपहर को भी खाना खाने के बाद सब उनकी चुदाई करते। इस तरह उन दोनों की एक दिन मे कम से कम हम सभी मिलकर लगभग 50 बार तो चुदाई करते ही थे। उधर अन्नू और मेरी बीवी भी हम सबसे चुदकर काफी खुश रहती।
जब खेत मे फसल कट जाती है तो फिर सब मजदूर चले जाते है तो फिर हम भी घर आ जाते है। तब हम खेत मे 25 दिन तक रहते है और इन 25 दिनों मे वो 6 मजदूर और मैं और मेरा साला मिलकर अन्नू और मेरी बीवी की खूब चुदाई करते है। उधर अब मेरी बीवी भी खुल जाती है और उसकी सब शर्म पता नहीं कहाँ चली जाती है। तब मेरी बीवी गहरे गले के सूट सिल्वा लेती है और फिर वो ही पहनकर गाँव मे चली जाती है।
उधर फिर एक दिन अन्नू मुझसे शादी करने के लिए कहती है और कहती है के हमारे मजे तो शादी के बाद भी ऐसे ही चलते रहेगे तो क्यों न हम दोनों शादी ही कर ले और फिर एक दूसरे के साथ पति पत्नी की तरह रहे तो ये सुनकर मैं काफी खुश हो जाता हूँ और हम दोनों एक दूसरे से किस करने लगते है। उधर फिर ये बात अन्नू अपनी फ्रेंड सुमन को भी बता देती है तो वो भी काफी खुश होती है। फिर अन्नू और मैं मिलकर हमारी शादी की सब तैयारियां करने लगते है। फिर हम दोनों जयपुर ही शादी करने का प्लान बनाते है तो फिर मैं और अन्नू हमारे साथ मेरी बीवी, साले और सुमन को लेकर जयपुर चले जाते है। फिर कुछ दिन तक तो अन्नू सुमन के साथ मिलकर खूब शॉपिंग करती है। जयपुर आने के बाद अन्नू अपनी मम्मी को भी शॉर्ट ड्रेस मे रहने को कहती है और उधर फिर सुमन भी शॉर्ट ड्रेस पहनने लगती है। तब सुमन और मेरी बीवी को काफी मजा आता है। उधर फिर उस प्रिंसिपल को भी हम दोनों हमारी शादी के बारे मे बता देते है तो वो थोड़ा दुखी होता है लेकिन अन्नू उससे कहती है के हम दोनों शादी के बाद भी मजे करेंगे तो वो खुश हो जाता है। फिर अन्नू उससे अपनी मम्मी को मिलवाती है तो फिर मेरी बीवी को देखकर वो देखता ही रह जाता है और फिर वो उससे बातें करने लगता है तो फिर बात चुदाई तक पहुँच जाती है और फिर वो दोनों चुदाई कर लेते है। फिर तो वो मेरी बीवी को अपने साथ अपने घर लेकर चले जाता है जहाँ वो दोनों खूब चुदाई करते है। तब मेरी बीवी भी काफी खुश होती है।
उधर मैं और मेरा साला मिलकर अन्नू और सुमन की खूब चुदाई करते है। फिर शॉपिंग वगैरह करने के बाद मैं शादी के लिए हॉल, पंडित वगैरह का इंतजाम कर देता हूँ और शादी के लिए मैं और अन्नू जयपुर मे हमारे जानने वाले जिनमे कुछ कपल थे जिनके साथ मिलकर हम दोनों चुदाई कर चुके थे और कुछ कपल के साथ हमारी बातचीत चल रही थी तो हम उन्हे भी बुला लेते है। उधर मैं अपने स्कूल के सब स्टाफ भी बुला लेता हूँ जिनमे सब मर्द ही थे। इस तरह देखते ही देखते मेहमानों की लिस्ट तो 50-60 लोगों तक चली जाती है। उधर पहले हमे लग रहा था के हम किसे बुलाए। इस तरह फिर शादी वाले दिन अन्नू तो सुबह ही ब्यूटीपार्लर चली जाती है और उधर हम बाकी सब बाकी तैयारियों मे लग जाते है। शादी शाम को थी तो फिर शाम होते ही सब आ जाते है। तब पूरा शादी का माहौल लग रहा था। फिर उधर जब अन्नू तैयार होकर आती है तो तब सब उसे देखते ही रह जाते है। अन्नू ने तब लाल रंग का लहंगा पहन रखा था और उसमे से उसके बोबे आधे से ज्यादा दिख रहे थे और वो तब काफी सेक्सी लग रही थी। उधर सुमन और मेरी बीवी ने भी बिकीनी वाली साड़ी पहनी थी तो वो दोनों बहुत सेक्सी लग रही थी।
फिर मेरा साला अन्नू को लाकर मेरे साथ फेरो पर बैठा देता है तो तब मैं और अन्नू एक दूसरे को देखकर मुस्कुराने लगते है। तब हम दोनों को बिल्कुल भी यकीन नहीं हो रहा था के हम दोनों की शादी हो रही है। फिर पंडित उधर हमारी शादी के मंत्र पढ़ने लगता है और फिर मैं अन्नू के साथ फेरे लेकर उसके गले मे मंगलसूत्र डाल देता हूँ और उसकी मांग को सिंदूर से भर देता हूँ। फिर हम दोनों बाकी सब मेहमानों से मिलने लगते है। तब अन्नू को देखकर मेरा मन को अन्नू को चोदने का हो रहा था। फिर सबसे मिलने के बाद मैं और अन्नू अपना फोटो शूट भी करवाते है। हम दोनों अपनी शादी की फोटो और विडिओ भी बनवाते है। तब अन्नू और मैं काफी सेक्सी पोज मे फोटो शूट करवाते है। फिर मैं और अन्नू खूब डांस करते है और सुबह होने लगती है तो फिर हम सब घर आ जाते है। घर आते आते सुबह हो जाती है तो फिर अन्नू के घर मे प्रवेश करने से पहले ढोल वाले खूब ढोल बजाते है तब मेरा साला, मेरी बीवी और सुमन खूब नाचते है। मैं और अन्नू भी नाचते है। तब आसपड़ोस के लोग भी अन्नू को देखते ही रह जाते है। फिर मेरी बीवी हम दोनों को गृह प्रवेश करवाती है और फिर मैं और मेरा साला शादी का सब काम निपटाने मे लग जाते है। सबकी पेमेंट वगैरह करने के बाद मैं कमरे मे जाता हूँ तो देखता हूँ के अन्नू नहाकर नंगी ही सोई हुई थी और फिर मैं भी नहाकर सो जाता हूँ। उधर बाकी सब भी सो जाते है।
फिर हम सब शाम को उठते है तो फिर मेरी बीवी हमे लेकर मंदिर चली जाती है। मंदिर से आते आते रात हो जाती है तो फिर हम सब बाहर ही खाना खा लेते है और फिर घर आ जाते है। तब प्रिंसिपल भी आ जाता है तो फिर सुमन सुहागरात के लिए कमरा तैयार कर देती है और उधर अन्नू सुहागरात के लिए एक सेक्सी सी बिकीनी पहन लेती है और फिर वो ऐसे ही सबके सामने घूमने लगती है तो उसे देखकर हम सब गरम हो जाते है। फिर मैं अन्नू को लेकर कमरे मे चले जाता हूँ और उधर प्रिंसिपल और मेरा साला भी मेरी बीवी और सुमन को लेकर कमरों मे चले जाते है। फिर मैं अन्नू की बिकीनी खोलकर उसके पूरे बदन को चूमता हूँ और फिर उसे घोड़ी बनाकर उसकी गाँड मे तेल लगाकर अपना लंड पेल देता हूँ। उसे पहले दर्द होता है लेकिन फिर मजा आने लगता है तो फिर मैं पूरी रात उसकी सिर्फ गाँड की चुदाई ही करता हूँ। उधर प्रिंसिपल और मेरा साला भी मेरी बीवी और सुमन की चुदाई कर रहे थे। फिर सुबह जब अन्नू नंगी ही सबके सामने लंगड़ाकर चल रही थी तो सब उसे देखकर हंसने लगते है। फिर कुछ दिन के बाद जब अन्नू की गाँड नॉर्मल हो जाती है तो फिर सबसे पहले मैं और मेरा साला मिलकर उसकी चुदाई करते है और वो प्रिंसिपल से भी चुदवाती है।
मैं और अन्नू शादी करके बहुत खुश होते है। उधर सुमन, मेरी बीवी और मेरा साला कुछ दिन जयपुर मे रहकर जयपुर घूमते है और फिर वो वापिस चले जाते है। उधर प्रिंसिपल मेरे और अन्नू के लिए थायलैंड का हनीमून प्लान बना देता है तो अन्नू और मैं काफी खुश होते है। फिर मैं और अन्नू थायलैंड घूमने चले जाते है। वहाँ पर हम दोनों खूब मजे करते है। मैं और अन्नू तब पटाया नाम की जगह पर एक रिज़ॉर्ट मे ठहरे थे। थायलैंड वैसे तो अय्याशी करने के लिए मशहूर जगह थी लेकिन वहाँ खुल्लम खुल्ला करना गैर कानूनी थी लेकिन उस पर पूरी तरह रोक भी नहीं थी। अन्नू अब कई मर्दों से चुद चुकी थी और हम गोवा मे भी काफी मस्ती कर चुके थे तो फिर वहाँ जाते ही अन्नू एकदम नंगी होकर कमरे से बाहर निकलती है। तब अन्नू ने गले मे मंगलसूत्र और मांग मे सिंदूर और पैरों मे हाई हील सैंडल और आँखों पर गॉगल लगा रखे थे और हाथों मे लाल रंग के चुड़े पहन रखे थे और वो तब काफी ज्यादा सेक्सी लग रही थी। तब उस रिज़ॉर्ट मे कई इंडियंस भी थे तो वो अन्नू को ऐसे देखकर देखते ही रह गए थे। फिर जैसे ही हम दोनों रिज़ॉर्ट मे घूमने लगे तो फिर एक उस रिज़ॉर्ट के स्टाफ वाले ने अन्नू से आकर कपड़े पहनने के लिए कहने लगता है तो फिर अन्नू भी उससे इंग्लिश मे बातें करने लगती है। वो दोनों काफी देर तक ऐसे ही बातें करते रहते है।
तब सब लोग हमे ही देखने लग जाते है लेकिन तब अन्नू बिल्कुल भी नहीं शर्मा रही थी और मैं भी अन्नू को ऐसे सबके सामने नंगी देखकर गरम हो गया था। फिर वो स्टाफ वाला हमे मैनेजर के पास चलने के लिए कहता है तो फिर हम दोनों मैनेजर के पास उसके केबिन मे चले जाते है। मैनेजर तब एक अफ्रीकन था और उसकी बॉडी भी अच्छी थी। फिर वो अन्नू को देखकर देखता ही रह जाता है और फिर अन्नू उसे सब बात बताती है। तब वो कहता है के वैसे तो यहाँ ये सब नहीं चलता है पर यहाँ सब मौज मस्ती ही करने आते है तो आप नंगी रह सकती है। फिर ये सुनकर अन्नू बहुत खुश होती है और फिर वो जाकर उसके गले लग जाती है और फिर कुछ देर तक उससे चिपकी रहती है। उधर वो अफ्रीकी गरम हो चुका था और उसका लंड खड़ा हो चुका था। फिर अन्नू नीचे हाथ करके उसके लंड को ऊपर से ही सहलाने लगती है और फिर उस अफ्रीकी को देखकर मुस्कुराने लगती है तो फिर वो अफ्रीकी सब समझ जाता है। फिर अन्नू मेरे सामने ही थोड़ी झुक कर खड़ी हो जाती है तो फिर वो अफ्रीकी मैनेजर अन्नू की गांड पर हाथ फेरने लगता है और फिर वो अपना लंड बाहर निकाल लेता है। उसका लंबा मोटा काला लंड देखकर मैं और अन्नू तो देखते ही रह जाते है तो फिर वो अफ्रीकी पीछे से अन्नू की चुदाई करने लगता है।
उस मैनेजर का ऑफिस ऐसी जगह पर था के जहाँ पर उन्हे कोई भी देख सकता था और तब रिज़ॉर्ट का स्टाफ और कुछ लोग उन्हे देख रहे थे। फिर जब अफ्रीकी झड़ने वाला होता है तो फिर वो कुछ पानी तो अन्नू की चुत मे ही छोड़ देता है और फिर वो लंड बाहर निकाल लेता है तो फिर अन्नू उसका लंड मुँह मे लेकर चूसने लग जाती है और फिर उसका सारा पानी पी जाती है। फिर वो अफ्रीकी मैनेजर हमें अपने ऑफिस से बाहर तक छोड़ने आता है तो तब अन्नू और वो अफ्रीकी एक दूसरे से चिपके हुए थे और दोनों ने एक दूसरे की कमर मे हाथ डाल रखा था और फिर अन्नू उससे लिप किस भी करती है और फिर मैं और अन्नू वहाँ से आने लगते है। तब उस रिज़ॉर्ट के पूरे स्टाफ को और साथ मे रिज़ॉर्ट मे रहने वाले अन्य गेस्ट को भी अन्नू के बारे मे सब पता चल जाता है के वो कैसी है।
अन्नू तब बहुत ज्यादा सेक्सी लग रही थी तो तब हर कोई मर्द उसकी खूबसूरती मे ही डूब गया था। फिर मैं और अन्नू पूरा रिज़ॉर्ट घुमते है और फिर एक जगह जो की बहुत खूबसूरत थी वहाँ हम चुदाई करने लगते है तो कोई हमे नहीं रोकता है और बस हमारी चुदाई देखते रहते है। तब वहाँ सिर्फ कपल ही थे कोई फैमिली वगैरह नहीं थी तो कोई रोकने वाला नहीं था। फिर इसके बाद तो कई कपल ने हमसे सवैपिंग के लिए पूछा तो हमने हाँ कर दी और फिर हमने कई कपल के साथ सवैपिंग करके चुदाई की। जिसमे हमे बहुत मजा आया। वो रिज़ॉर्ट ज्यादा बड़ा नहीं था और वहाँ रहने वाले भी कम ही थे तो हम सब एक दूसरे को जानने लग गए थे। फिर वो अफ्रीकी मैनेजर हमारे कमरे मे आने लगा तो फिर हम दोनों मिलकर अन्नू की खूब चुदाई करते। इसके अलावा अन्नू उसके ऑफिस मे जाकर भी उससे चुदाई करवा लेती थी। उधर एक दिन सुबह सुबह अन्नू का मूड बना हुआ था और तब चाय देने दो वेटर आए तो फिर अन्नू उन्हे खींचकर बिस्तर मे ले जाती है और फिर उन दोनों को नंगा करके उनसे चुदाई करने लगती है। तब उनसे चुदाई करके अन्नू को और उन वेटरों को भी बहुत मजा आता है। फिर अन्नू मेकअप वगैरह करके कमरे से बाहर निकलती है तो फिर एक कपल हमारे पास आता है तो फिर वो अन्नू को अपने साथ लेकर चला जाता है। उधर उसकी पार्टनर को लेकर मैं अपने कमरे मे आ जाता हूँ।
फिर जब मैं उसकी चुदाई करके अपने कमरे से बाहर आता हूँ तो देखता हूँ के एक कमरे के बाहर कई मर्द खड़े थे और जब मैं वहाँ जाकर देखता हूँ के वहाँ वो सभी मर्द अन्नू के लिए खड़े थे और वो सब बारी बारी से अन्नू की चुदाई कर रहे थे और उस दिन उस रिज़ॉर्ट के लगभग सभी मर्दों ने अन्नू की चुदाई कर लि थी। फिर शाम को वो सभी मर्द अन्नू के लिए एक पार्टी रखते है और उसमे वो अन्नू की सुंदरता और उसकी चुदाई की काफी तारीफ करते है। तब वहाँ वो मैनेजर भी होता है और अन्नू की वजह से उसके रिज़ॉर्ट के सभी लोग खुश थे ये देखकर वो भी खुश होता है और फिर वो अन्नू को एक नेकलेस गिफ्ट मे देता है। फिर तो अन्नू और मैं और ज्यादा खुलकर मस्ती करने लगते है। अन्नू मेरे लंड पर बैठ जाती और फिर हम चुदाई करने लगते है। तब देखने वाले हमे देखकर गरम हो जाते और जिसे अन्नू की चुदाई करनी होती वो हमारे पास आ जाता। फिर अन्नू या तो उसके सामने सरेआम चुदाई करती या कमरे मे जाकर। उधर अन्नू बारी बारी से उस रिज़ॉर्ट के स्टाफ के मर्दों के साथ भी चुदाई कर रही थी और तब उस रिज़ॉर्ट मे लगभग 10 से 12 वेटर थे और करीब 30 से 40 कपल थे और तब उस रिज़ॉर्ट मे लगभग सभी मर्द अन्नू की चुदाई कर चुके थे।
ये सब कुछ 4 से 5 दिनों मे हुआ था और अगले दिन हम वापिस जाने वाले थे तो उस दिन शाम को उस रिज़ॉर्ट का मालिक आया। तब अन्नू नंगी खड़ी होकर सब मर्दों के साथ बातें कर रही थी तो ये देखकर वो देखता ही रह गया और फिर उस अफ्रीकी मैनेजर ने अपने मालिक को सब बात बताई तो फिर उस मालिक ने भी अन्नू से मिलने की इच्छा जताई तो फिर वो मैनेजर आकर हम दोनों को बुलाकर ले गया। तब वो मालिक अन्नू से बाते करने लगा। अन्नू को देखकर फिर वो बोला के तुम कुछ अलग हो। तुम्हारी बात कुछ अलग ही है। फिर उसने अन्नू से पूछा के तुम कोई कॉल गर्ल हो क्या तो फिर अन्नू ने कहा के नहीं मैं सिर्फ एक लड़की हूँ और अपने पति के साथ यहाँ हनीमून मनाने आई हूँ। ये सब उसने इंग्लिश मे बोला। तो फिर उस रिज़ॉर्ट के मालिक ने हमे अपने साथ चलने के लिए कहा तो फिर अन्नू ने कहा के हमारी कल की फ्लाइट है तो फिर वो बोला के कोई बात नहीं मैं तुम्हारी कुछ दिन बाद की टिकट बुक करवा दूंगा तो फिर अन्नू बोली के ठीक है। फिर वो रिज़ॉर्ट का मालिक अन्नू का हाथ पकड़कर उसे सबके सामने ही ले जाने लगता है और तब मैं और उस रिज़ॉर्ट के मालिक के साथ कुछ बॉडीगार्ड साथ थे तो हम सब उनके साथ ही चल रहे होते है।
फिर वो मालिक अन्नू को अपने साथ कार मे बैठाता है और फिर वो मालिक अन्नू के साथ पिछली सीट पर बैठ जाता है और मैं आगे की सीट पर। फिर कार चलें लगती है। फिर अन्नू मालिक के साथ चिपक कर कुछ सेल्फ़ी लेती है तो तब वो मालिक अन्नू को नजदीक से देखकर गरम हो जाता है और फिर वो दोनों लिप किस करने लगते है तो फिर तब मालिक अन्नू से कहता है के तुम्हारा पति बुरा तो नहीं मानेगा तो फिर अन्नू कहती है के नहीं। हम दोनों खुलकर मजे लेने मे विश्वास रखते है। फिर वो हमे एक जगह पर ले जाता है जहाँ का नजारा इतना खूबसूरत होता है के पूछो मत। तब अन्नू कार से निकलकर इधर उधर घूमकर वो नजारा देखकर काफी खुश होती है। तब वो नंगी ही होती है। फिर वो उस मालिक के गले लग जाती है और फिर पहले उसके साथ सेल्फ़ी लेती है और फिर वो मेरे साथ भी कुछ सेल्फ़ी लेती है।
फिर वो मालिक अन्नू को अपनी बाहों मे लेकर उसके बदन को सहलाने लगता है तो अन्नू भी उसका साथ देने लगती है। फिर हम वापिस कार मे बैठकर चलने लगते है। इस बार अन्नू उस मालिक के साथ चिपक कर बैठ जाती है और फिर वो मालिक पहले तो अन्नू के बोबो को सहलाता है और फिर अन्नू की चुत पर भी हाथ फेरता है। फिर हम एक और जगह पर चले जाते है। वो पोर्ट था और वहाँ पर काफी बोट खड़ी थी और लोग सामान उतार और चढ़ा रहे थे और फिर वो अन्नू से कहता है के मुझे यहाँ कुछ काम है तो फिर अन्नू उससे पूछती है के क्या वो यहाँ घूम सकती है तो फिर वो कहता है के हाँ अगर तुम्हें एतराज ना हो तो। फिर थोड़ी देर बाद कार रुकती है तो फिर वो तो अपने कुछ गार्ड्स के साथ कहीं और चला जाता है और फिर अन्नू और मैं बाकी के गार्ड्स के साथ वहाँ घूमने लगते है। वहाँ काफी लोग थे और सिर्फ मर्द ही मर्द थे और उन सबके बीच अन्नू बिल्कुल नंगी थी। फिर हम वहाँ इधर उधर घूमने लगते है। तब अन्नू तो बिल्कुल बिंदास होकर घूम रही थी और बाकी लोग हमे सिर्फ देख ही रहे थे। हमारे साथ बॉडीगार्ड जो थे तो किसी की हमारे पास आने की हिम्मत नहीं थी।
वहाँ मैं अन्नू की काफी फोटो लेता हूँ। तब मैं गरम हो जाता हूँ तो फिर अन्नू को एक कोने मे ले जाकर उन बॉडीगार्ड के सामाने ही मैं अन्नू की चुदाई करने लगता हूँ। फिर चुदाई के बाद मैं उसकी गाँड मे झड़ जाता हूँ। इसके बाद हम फिर से घूमने लगते है। फिर कुछ देर बाद वहाँ उस रिज़ॉर्ट का मालिक आ जाता है और फिर वो अन्नू से पूछता है के क्या तुमने कभी बोट की सवारी की है तो फिर अन्नू कहती है के नहीं तो फिर वो हमे अपनी बोट पर लेकर चला जाता है और फिर हमे समुन्द्र मे घुमाने लगता है। फिर वो बोट का स्टिरिंग अन्नू के हाथ मे दे देता है तो फिर अन्नू बोट चलाने लगती है और वो तब काफी खुश हो जाती है। तब वो मालिक अन्नू के पीछे ही खड़ा होता है तो फिर वो अन्नू से लिप किस करने लगता है। फिर बोट की डेक पर खड़े होकर अन्नू मेरे पास अपनी कुछ फोटो खिंचवाती है और फिर हम दोनों लिप किस करते है। फिर इसके बाद वो हमे अपने घर या यूं कहे की अपने फार्म हाउस लेकर चला जाता है जो की बहुत ही खूबसूरत होता है। फिर वो ही नहाने के लिए कहता है तो फिर अन्नू तो नंगी थी ही और फिर मैं भी नंगा हो जाता हूँ और फिर वो खुद भी नंगा होकर हमारे साथ बाथ टब मे आ जाता है। जहाँ हम तीनों काफी देर तक मस्ती से नहाते है और खूब मजे करते है।
फिर हम तीनों इसके बाद शॉवर लेते है तो तब वो मालिक अन्नू के बदन को सहलाने लगता है और वो दोनों गरम हो जाते है तो फिर वो अन्नू को बेडरूम मे लेकर चला जाता है और फिर उसके बदन को चूमने लगता है और फिर वो दोनों मेरे सामने ही चुदाई करने लगते है। उधर फिर मैं भी उनके साथ शामिल होकर अन्नू की चुत और गाँड एक साथ मारने लगते है। जिसमे हम तीनों को काफी मजा आता है। फिर चुदाई के बाद हम तीनों नंगे ही खाना खाने हाल मे चले जाते है। फिर खाना खाने के बाद मैं तो दूसरे कमरे मे जाकर सो जाता हूँ और उधर अन्नू उस मालिक के साथ चुदाई करने लगती है। तब रात हो चुकी थी। फिर अगले दिन सुबह जब मैं उठकर कमरे से बाहर आता हूँ तो देखता हूँ के घर मे कोई नहीं है और फिर मैं जैसे ही घर से बाहर आता हूँ तो देखता हूँ के अन्नू उस मालिक की गोद मे बैठी थी और वो दोनों बातें कर रहे थे। तब उसका लंड अन्नू की गाँड मे था। इसका मुझे बाद मे पता चला था। फिर उसने इंग्लिश मे अन्नू से पूछा के वो क्या करना चाहती है तो फिर अन्नू कुछ सोचकर उससे कह देती है के वो नंगी रहकर ही सब जगह घूमना चाहती है तो फिर वो अन्नू से कहता है के ठीक है मुझे कुछ लोगों के साथ डील करनी है तो मैं तुम्हें अपने साथ ले तो जाऊंगा पर तुम्हें नंगी देखकर अगर उनका मन चुदाई का किया तो फिर क्या करोगी तो फिर अन्नू बोली के तो मैं उनसे चुदवा लूँगी तो ये सुनकर उस मालिक को हंसी आ जाती है।
फिर हम सब तैयार होकर उसके साथ एक मीटिंग मे चले जाते है। तब अन्नू नंगी ही थी और उसने बस कानों मे झुमके पहने थे और मेकअप वगैरह किया था बस। मीटिंग एक होटल मे होनी थी तो फिर हम होटल के पीछे के गेट से होटल मे जाते है और फिर हम सब कार से उतरकर होटल मे जाने लगते है। तब अन्नू को नंगी देखकर होटल का स्टाफ देखता ही रह जाता है लेकिन वो कहता कुछ नहीं है। फिर जैसे ही मीटिंग शुरू होती है तो तब अन्नू नंगी ही एक ब्रीफकेस लेकर सबके सामने हँसते हुए चली जाती है और फिर ब्रीफकेस खोलकर रख देती है और वहीं खड़ी होकर मसुकुरने लगती है। तब वहाँ मीटिंग मे करीब 7 लोग थे तो सब अन्नू को देखते ही रह जाते है। तब उस मीटिंग मे सब डील को फाइनल कर देते है और डील फाइनल करने की खुशी मे सब अन्नू की चुदाई करना चाहते थे तो सब लोग अन्नू को लेकर बेडरूम मे चले जाते है और फिर सब अपनी पैंट खोलकर अन्नू की चुदाई करने लगते है। चुदाई के बाद अन्नू हंसकर सबको विदा करती है। तब सबको ऐसे मीटिंग करने का आइडिया काफी पसंद आया था।
फिर इससे वो मालिक भी काफी खुश हो जाता है तो फिर वो अन्नू और मुझे लेकर एक दूसरी जगह पर चला जाता है। वो मीटिंग किसी के घर में थी और वहाँ तब काफी लोग थे। तो वो सब अन्नू को देखकर देखते ही रह जाते है। फिर वहाँ भी मीटिंग होने के बाद अन्नू सामने वाली पार्टी से चुदवाती है। फिर वहाँ से हम एक दूसरी जगह चले जाते है। वो मीटिंग हमारी सड़क पर हुई थी। वहाँ आस पास कोई नहीं था तो फिर मीटिंग होने के बाद सामने वाली पार्टी मे 2 लोग और उनके साथ 4 बॉडीगार्ड थे। फिर उन दो लोगों से चुदने के बाद उनके बॉडीगार्डस ने भी अन्नू की चुदाई की। उन बॉडीगार्ड्स के बड़े बड़े लंड लेकर अन्नू को मजा भी आया और साथ मे दर्द भी हुआ थोड़ा। अन्नू तो उनके सामने छोटी बच्ची लग रही थी। फिर उसके बाद हमे एक और पार्टी से मिलना था लेकिन अन्नू को फ्रेश होना था तो फिर हम एक छोटे से रेस्टोरेंट मे गए। फिर अन्नू कार से उतरकर वाशरूम मे चली गई और फिर वहाँ जाकर अपने चेहरे और बदन को साफ किया और फिर से मेकअप किया और जब वो वाशरूम से बाहर निकली तो हर कोई उसे देखता ही रह गया। फिर उसने हमारे साथ नंगी ही बैठकर कॉफी पी और नाश्ता किया।
फिर इसके बाद हम पेट्रोल पंप पर रुकते है तो वहाँ पर अन्नू गाड़ी से उतरकर गाड़ी मे पेट्रोल भरने लगती है। तब सब लोग उसे देखने लग जाते है। इस तरह फिर शाम हो जाती है और फिर हम शाम को एक और मीटिंग करते है तो वहाँ पर भी अन्नू करीब 4 से 5 लोगों से चुदाई करवाती है। इस तरह उस दिन अन्नू को बहुत मजा आता है। उधर उस रिज़ॉर्ट के मालिक को भी काफी फायदा होता है। फिर शाम को हम फार्म हाउस आ जाते है तो फिर मैं और रिसॉर्ट का मालिक अन्नू से चिपक कर उससे मस्ती करने लगते है और फिर उसकी चुदाई भी करते है। फिर एक आदमी का उस मालिक के पास फोन आता है और फिर वो उससे कहता है के वो अन्नू को लेकर अपनी कंपनी के लिए उसका फोटोशूट करवाना चाहता है तो फिर जब वो मालिक अन्नू से इस बारे मे पूछता है तो फिर वो इसके लिए हाँ कर देती है। फिर रात को खाना वगैरह खाने के बाद मैं, अन्नू और वो मालिक फिर से चुदाई करने लग जाते है।
सुबह अन्नू को लेने के लिए एक कार आ जाती है तो फिर अन्नू अच्छे से तैयार होकर बिल्कुल नंगी ही आ जाती है। फिर अन्नू मुझे भी साथ चलने के लिए कहती है तो फिर मैं भी उसके साथ चलने के लिए तैयार हो जाता हूँ। जो गाड़ी अन्नू को लेने के लिए आई थी वो सिर्फ टू सीटर थी तो फिर अन्नू मेरी गोद मे बैठ जाती है और उस गाड़ी की छत खुलती थी तो फिर रास्ते मे अन्नू खड़ी हो गई और फिर मजे लेने लगी। तब दूसरे देश मे मेरी बेटी मेरी गोद मे बिल्कुल नंगी बैठी थी और वो भी खुलेआम तो ये सोचकर ही मेरा तो लंड एक दम टाइट हो जाता है। फिर रास्ते मे सब आने जाने वाले हमे ही देख रहे थे। जब हम जा रहे थे तो रास्ते मे पुलिस खड़ी थी तो फिर वो हमारी गाड़ी रुकवा लेती है और फिर हम गाड़ी से उतरकर सड़क पर खड़े हो जाते है और तब वो कार का ड्राइवर पुलिस से बात करने लगता है और तब अन्नू सड़क पर सबके सामने बिल्कुल नंगी खड़ी थी। फिर वो पुलिस वाले हमें जाने जाते है क्योंकि जिस आदमी ने अन्नू को फोटोशूट के लिए बुलवाया था उसकी पहुँच काफी ऊपर तक थी तो फिर हम कार मे बैठकर वहाँ से चले जाते है।
फिर हम वहाँ चले जाते है जहाँ फोटो शूट होना था तो वहाँ फोटोशूट करने के लिए करीब 5 से 6 लोगों की टीम थी और उसमे 2 लड़कियाँ थी जो की बिकीनी पहने थी। फिर अन्नू का फ़ोटोशूट शुरु हो जाता है तो फिर वो पहले तो अन्नू को शॉर्ट ड्रेस और बिकीनी पहनाकर उसका फोटो शूट करवाते है और फिर उसे नंगी करके उसका फोटोशूट करने लगते है तो तब वहाँ सब गरम हो जाते है। उधर अन्नू भी गरम हो जाती है तो फिर वो उन फोटोग्राफर से चुदवाने लग जाती है तो फिर वो सब मर्द मिलकर अन्नू की चुदाई करने लगते है। तब मैं भी अन्नू की चुदाई करता हूँ। फिर चुदाई के बाद फिर से फोटोशूट शुरू हो जाता है। अन्नू पोज़् बनाने मे माहिर थी तो उसका फोटोशूट जल्दी जल्दी हो जाता है और फिर हम उस आदमी के ऑफिस चले जाते है जिसने अन्नू को बुलवाया था तो जब अन्नू उसके ऑफिस मे जाती है तो तब उसे देखते ही रह जाते है। उधर वो आदमी भी अन्नू के फोटो शूट के फोटो देखकर गरम हो जाता है और फिर वो पहले तो अन्नू से लिप किस करने लगता है और फिर उसकी चुदाई करने लगता है। तब केबिन मे वो आदमी उसके दो बॉडीगार्ड और वो सब फोटो ग्राफर थे जिसमे दो लड़कियां भी थी तो वो दोनों बाहर चली जाती है और हम सब मर्द ही वहाँ रह जाते है जो की हम 8 होते है तो फिर हम सब अन्नू की चुदाई करने लगते है। तब अन्नू हम सबसे चुदवाती है। फिर चुदवाने के बाद अन्नू अपनी चुत वगैरह साफ करके आ जाती है। फिर वो आदमी अन्नू को फोटोशूट के पैसे भी दे देता है और फिर उनका आदमी हमे रिसॉर्ट के मालिक के फार्महाउस पर छोड़कर चला जाता है।
फिर उस रिज़ॉर्ट के मालिक को भी कहीं जाना था तो फिर वो भी अन्नू को जो अन्नू ने डील करवाई थी उसमे से कुछ कमीशन देता है और फिर हम दोनों को वापिस उसी रिज़ॉर्ट मे पहुँचा देता है जहाँ हम पहले थे। फिर रिज़ॉर्ट मे जाने के बाद वो अफ्रीकन मैनेजर अन्नू की चुदाई करता है और फिर हम दूसरे कपल के साथ सवैपिंग करने लगते है। तब अन्नू तो नंगी ही होती है तो फिर अन्नू तो बाकी मर्दों से रिज़ॉर्ट मे कहीं भी चुदवाने लग जाती। तब अन्नू के साथ 8 से 10 मर्द उसके साथ ही रहते और तब अन्नू उनसे कहीं भी चुदना शुरू हो जाती। फिर वहाँ कुछ दिन ऐसे ही मस्ती करने के बाद हम वापिस आने लगते है तो तब अन्नू एयरपोर्ट तक भी नंगी ही आती है और एयरपोर्ट से थोड़ी दूर ही कपड़े पहनती है। फिर एयरपोर्ट मे जाकर हम जब अन्नू को मिले पैसों को इंडियन रुपयों मे कन्वर्ट करवाते है तो वो लगभग 15 लाख रुपये बनते है तो ये देखकर अन्नू और मेरे चेहरे पर एक मुस्कान आ जाती है और फिर हम दोनों वापिस जयपुर आ जाते है।
आने के बाद प्रिंसिपल और कुछ और कपल के साथ हम चुदाई के मजे लेते है और फिर अपने घर चले जाते है। जब हम घर जाते है तो तब वहाँ मेरा बेटा भी होता है जो की अब 13 साल का हो चुका था। फिर मेरी बीवी हम दोनों का स्वागत करती है और मेरी बीवी अन्नू का ऐसे स्वागत कर रही थी जैसे कोई नई नवेली दुल्हन का करता है। तब अन्नू की फ्रेंड सुमन भी आई हुई थी। फिर अन्नू पहले तो सुमन को ये बताती है कैसे उन दोनों माँ बेटी ने उन मजदूरों से चुदवाकर मजे लिए तो ये सुनकर ही अन्नू का बुरा हाल हो जाता है और फिर अन्नू उसे हमारी हनीमून के बारे मे बताती है तो तब तो सुमन बहुत ज्यादा गरम हो जाती है और फिर पहले तो वो और अन्नू एक दूसरे के साथ मस्ती करती है और फिर मैं और मेरा साला उसकी चुदाई करते है। उधर फिर सुमन अन्नू को बताती है के उसकी भाभी के बच्चा होने वाला है तो वो अपने गाँव चली गई है और उधर उसकी माँ चारधाम की यात्रा पर चली गई है तो अब वो घर पर अपने भाई और पापा से मजे से चुदवाती है। उधर उसने एक बॉयफ्रेंड भी बना लिया है जो की उसके भाई का दोस्त है और उसके बारे मे उसके बाप और भाई को भी पता है। तो अब वो उन तीनों से मस्ती से चुदवाती है।
उधर मेरे बेटे के सामने ही अन्नू मेरी बीवी बनकर और मेरी बीवी मेरे साले की बीवी बनकर रहने लगती है। हालांकि तब मेरे बेटे को तब इसका ज्यादा पता नहीं था तो उसे कुछ अजीब नहीं लगता है। तब मेरी बेटी तो अपने भाई के सामने शॉर्ट्स मे रहती और मेरी बीवी सुट सलवार मे ही रहती। फिर जब कुछ दिन के बाद मेरा बेटा मेरे रिश्तेदार के पास वापिस चला गया तो फिर हम चारों फिर से खुलकर मस्ती करने लगते है। मेरी बेटी घर पर मंगलसूत्र और मांग मे सिंदूर भरकर ही रखती। तब वो मुझे काफी सेक्सी लगती थी तो तब मैं उसकी खूब चुदाई करता। उधर हमे पता चलता है के मेरी बीवी मेरे साले से प्रेग्नेंट हो जाती है तो फिर इसका पता चलने पर हम सब खुश भी होते है और थोड़ी चिंता भी करते है। तब अन्नू तो अपनी मम्मी से बच्चा रखने के लिए कहती है लेकिन तब मेरी बीवी अन्नू से कहती है के बच्चे पैदा करने की उम्र तेरी है मेरी नहीं। फिर मैं और अन्नू मेरी बीवी को लेकर अस्पताल चले जाते है। तब अन्नू ने गले मे मंगसूत्र पहना था और मांग मे सिंदूर भी भर रखा था। उधर मेरी बीवी भी सज धजकर तैयार थी। हम एक लैडी डॉक्टर के पास जाते है और उसके साथ बातचीत मे अन्नू मुझे अपना पति बताती है और फिर अपनी मम्मी के बारे मे बताती है तो वो ये सुनकर मेरी बीवी की तरह देखती ही रह जाती है। क्योंकि मेरी बीवी की उम्र ज्यादा हो चुकी थी और इस उम्र मे प्रेग्नेंट होने के चांस थोड़े कम होते है।
फिर वो डॉक्टर हमे बच्चा गिराने की सब बाते समझाती है और फिर हम मेरी बीवी का बच्चा गिरवा देते है। जिसके बाद फिर से हम चुदाई के मजे लेने लगते है। अब हमारी जिंदगी मे सिर्फ एक ही चीज रह गई थी और वो थी चुदाई। चुदाई के अलावा हमे और कोई ख्याल ही नहीं आता था। हम बस खाते पीते और चुदाई करते। मेरी बेटी का शरीर थोड़ा भर गया था और उधर मेरी बीवी का वजन कम हो गया था तो वो दोनों अब माँ बेटी कम बल्कि बहने ज्यादा लगती थी। लेकिन फिर अन्नू ने अपने खाने पीन पर कंट्रोल किया और फिर उसने अपना वजन कम कर लिया जिससे उसकी कमर काफी हद तक पतली हो गई पर उसके बोबो और गाँड का साइज़ वैसा ही रहा जिससे वो काफी ज्यादा सेक्सी लगती थी। अगर उसे कोई एक बार नंगी देख ले तो वो पूरी जिंदगी उसे भूल ही ना पाए। उधर अन्नू को देखकर मेरी बीवी ने भी अपना कुछ वजन कम कर लिया जिससे वो भी काफी सेक्सी लगने लगी थी। मेरी बीवी और बेटी कई लंडों से चुद चुकी थी तो अब उन्हे इसकी आदत हो गई थी। पहले जहाँ मेरी बीवी शरमाती थी तो वो भी अब खुलेआम और मर्दों से चुदाई करने की बाते करने लगी थी। लेकिन तब हमे कोई आइडिया नहीं सूझ रहा था जिससे की दोनों माँ बेटी और मर्दों के साथ मजे कर सके और वो भी किसी को बिना पता चले।
फिर एक दिन हम सब खेत मे चुदाई कर रहे थे और फिर अचानक अन्नू के मन मे ख्याल आया है के क्यों न मैं और मम्मी खेत मे एक झोंपड़ी डालकर रहे और फिर जब गाँव मे जब सब मर्दों को हमारे बारे मे पता चलेगा तो वो हमारे पास आने लगेंगे और हमसे चुदाई करने लगेंगे। इससे किसी को हमारे बारे मे पता नहीं लगेगा। मम्मी तो घूँघट करके रखती है तो मम्मी को तो किसी मर्द ने मुश्किल से ही देखा होगा और ये मेकअप वगैरह करके रखेगी तो कोई नहीं मम्मी को पहचान पाएगा और रही मेरी बात तो मैं तो फिलहाल जयपुर मे पढ़ रही हूँ तो कोई मुझ पर तो शक ऐसे ही नहीं करेगा। मैं भी मकेअप वगैरह करके रखूंगी तो भला कौन ही पहचानेगा और वैसे भी सबको सिर्फ हमारी चुत और गाँड से ही मतलब होगा। अन्नू की ये सब बाते सुनकर हम सब गरम हो जाते है और फिर हम सब चुदाई करने लगते है। हम सब अन्नू की बात से सहमत थे तो फिर हम सब खेतों मे थोड़ा और आगे जाने लगते है तो वहाँ हमे संयोग से एक पुराना घर मिल जाता है जो की काफी सालों से बंद ही पड़ा था और वो सरकारी जमीन मे था तो उस जमीन पर कोई खेती वगैरह नहीं करता था। वो घर वैसे तो खंडहर था लेकिन उसमे साफ सफाई के बाद उसमे रहा जा सकता था। वो जगह बिल्कुल परफेक्ट थी तो फिर हम लोग उस घर की साफ सफाई करने लगते है। फिर हम उस घर को रहने लायक बना लेते है।
हालांकि वो घर अभी भी ज्यादा साफ नहीं हुआ था तो फिर अन्नू ने कहा हम गाँव वालों से ही साफ करवा लेंगे। अब अन्नू और मेरी बीवी काफी खुश थी। फिर अगले दिन हम शहर चले जाते है और शहर से अन्नू और मेरी बीवी अपने लिए नए कपड़े, सजने सँवरने का सामान और भी काफी कुछ सामान ले लेती है और फिर वो सब सामान हम उस घर मे छोड़ देते है। फिर घर से आटा वगैरह और कुछ खाने पीने का सामान लेकर भी हम उस घर मे छोड़ आते है और वहाँ पानी की भी व्यवस्था कर देते है। वहाँ लाइट नहीं थी तो फिलहाल हम लालटेन से काम चला लेते है। फिर अन्नू और मेरी बीवी उस घर मे रहना शुरू कर देती है और फिर कुछ दिन तक मैं और मेरा साला भी उनके साथ रहते है और हम खूब चुदाई करते है। वहाँ चुदाई करके हम सबको काफी मजा आता है और हम सभी काफी उत्सुक होते है। फिर कुछ दिन बाद मेरा साला हमारे खेत के कुछ पड़ोसियों को उन दोनों के बारे मे बताता है के वो दोनों औरते पता नहीं कहाँ से आई है और वो दोनों बहुत खूबसूरत है और चुदाई भी करवाती है। तो ये सुनकर वो सब वहाँ जाने के लिए तैयार हो जाते है तो फिर मेरे साले के साथ पहले 5 लोग जाते है। तब वो सब उन दोनों माँ बेटी को देखते ही रह जाते है क्योंकि तब उन्होंने ऐसे ही कपड़े पहन रखे थे जिसमे से उनके बोबे, उनकी कमर दिख रही थी। फिर पहले तो मेरी बीवी और अन्नू उनसे उस घर के आँगन मे मिट्टी पड़ी थी उसे सही करने के लिए कहती है और फिर एक दो और काम करवाती है।
फिर तब अन्नू और मेरी बीवी उनके सामने ऊपर सिर्फ ब्रा पहनकर चली जाती है तो वो सब उन्हे देखते ही रह जाते है। फिर वो दोनों उन्हे इशारे से अपने पीछे आने के लिए कहती है तो तब मेरे साले समेत वो 6 लोग थे तो तब 3 लोग तो मेरी बीवी वाले कमरे मे चले जाते है और 3 लोग अन्नू वाले कमरे मे चले जाते है। तब फिर मेरी बीवी और अन्नू मुसकुराती हुई उनके सामने अपने कपड़े खोलने लगती है। तब वो दोनों भी गरम हो चुकी थी और उनकी चुत ने पानी छोड़ दिया था। जब वो दोनों नंगी हो जाती थी तो फिर वो सब उनकी चुदाई करने लगते है। वो दोपहर को उनकी चुदाई करने लगते है और शाम तक चुदाई करते है। वो सब उन दोनों की चुदाई करके बहुत खुश हो जाते है और फिर वो जब जाते है तो मेरी बीवी और अन्नू दोनों नंगी ही कमरे से बाहर निकलकर आ जाती है तो सब उन दोनों को नंगी देखकर देखते ही रह जाते है। इतना ही नहीं फिर वो सब जाकर ये बात अपने अपने खास दोस्तों को बताते है और फिर रात को 5-6 मर्द और आ जाते है। फिर मेरी बीवी और अन्नू उनसे भी खूब चुदवाती है। इस तरह फिर तो ये बात कुछ दिनों मे हमारे पूरे गाँव के मर्दों मे फैल जाती है तो फिर वो सब मौका देखकर वहाँ जाने लगते है। तब मेरी बीवी और बेटी उनसे फ्री मे चुदाई करवाती है और साथ मे उस घर का थोड़ा बहुत काम करवा लेती है। फिर मेरी बीवी मुझसे कहती है के मैंने तो हमारे गाँव को शरीफ मान रखा था पर यहाँ तो सब मामला ही उल्टा है।
जवान से लेकर बूढ़ों तक सब मर्द उन दोनों के माँ बेटी के पास जा रहे थे। अन्नू का एक स्कूल टीचर था जो की बचपन मे उसे पढ़ाता था तो फिर वो भी वहाँ चला जाता है और तब उससे चुदते टाइम अन्नू को काफी मजा आता है। उधर हमारे गाँव का सरपंच भी मेरी बीवी को चोद लेता है। तब सरपंच से चुदते टाइम मेरी बीवी को भी मजा आ रहा था। इतना ही नहीं गाँव का पंडित भी उन दोनों को चोदने चले जाता है। हालांकि मेरी बीवी और बेटी तो गाँव वालों को जानती थी पर वो उन्हे पहचान पाते थे तो वो दोनों खूब मजे ले रही थी। इतना ही नहीं छोटी उम्र के लड़के जिनका की अभी लंड खड़ा होना शुरू ही हुआ था वो भी उन दोनों को चोदने चले जाते और वो दोनों भी उनसे चुदवाकर काफी खुश होती। गाँव के ही कुछ मर्द जो की मेरी बीवी और बेटी के गुलाम बन गए थे तो फिर वो वो ही काम करते जो की वो दोनों कहती। हालांकि मेरी बीवी और बेटी चुदाई के पैसे नहीं लेती लेकिन फिर भी कुछ लोग उन्हे सोने की चैन और पैसे देकर चले जाते थे। सब गाँव वालों के बीच मैं भी मेरी बीवी और बेटी को चोदने चला जाता तो तब मेरी बीवी और बेटी काफी गरम हो जाती और मैं भी काफी गरम हो जाता था।
मेरी बेटी और बीवी तो कमरे मे नंगी ही रहती और उनके लिए खाना भी गाँव मे से कोई न कोई लेकर आ जाता। गाँव का जो मर्द उन दोनों माँ बेटी की अच्छे से चुदाई करता तो वो दोनों उससे कई बार चुदवाती और ज्यादा टाइम फिर उसके साथ ही बिताती। हमारा गाँव ज्यादा बड़ा नहीं था तो कुछ ही टाइम मे वो दोनों गाँव के हर मर्द से चुद चुकी थी। लेकिन फिर भी सब उन दोनों को फिर से चोदने की फिराक मे ही रहते। सब उनके कायल हो चुके थे। फिर एक दिन गाँव के ही लगभग 20 से 30 मर्द उस घर पर थे तो तब मेरी बीवी और बेटी कमरे से बाहर निकलकर नंगी ही सबके सामने घूमने लगती है। तब वहाँ मैं भी होता हूँ तो उन दोनों को नंगी देखकर मैं बहुत ज्यादा गरम हो जाता हूँ। फिर वो दोनों घर से बाहर निकलकर घर के आसपास घूमने लगती है और सब उन्हे देखकर देखते ही रह जाते है। तब सबके लंड खड़े हो चुके थे तो फिर अन्नू सबसे नंगा होने के लिए कहती है तो सब नंगे हो जाते है। फिर मेरी बीवी और अन्नू आँगन मे ही सबसे चुदवाने लगती है। तब वो दोनों एक साथ पाँच पाँच मर्दों के साथ मजे ले रही थी। तब वो दो मर्दों के लंड अपनी चुत और गाँड मे, एक मुँह में और दो मर्दों के लंड अपने हाथों से सहला रही थी। जब भी कोई झड़ जाता तो फिर उसकी जगह दूसरा मर्द आ जाता। उन दोनों माँ बेटी को इस तरह से चुदवाते देख तो सब देखते ही रह जाते है।
सुबह, दोपहर, शाम और रात यानि हर वक्त उन दोनों माँ बेटी को कोई न कोई चोद रहा होता। अन्नू अब उस घर मे चुद चुद कर बोर हो चुकी थी तो फिर उसके दिमाग मे एक आइडिया आता है। गाँव का ही के लड़का था जो की लंबा था और उसकी बॉडी अच्छी थी। तो अन्नू उससे काफी बार चुदवा चुकी थी तो फिर अन्नू उसे अपने कुछ दोस्तों के साथ रात को बुलाती है तो फिर वो लड़का अपने चार पाँच दोस्तों को लेकर आ जाता है तो फिर अन्नू उसके साथ तैयार होकर गाँव मे घूमने निकल जाती और वो भी बिल्कुल नंगी। तब ये देखकर वो सब लड़के खुश हो जाते है। फिर अन्नू के कहने पर वो सब लड़के भी नंगे हो जाते है और फिर वो गाँव मे घूमने लगते है। वो गाँव की गलियों मे नंगे घूमने लगते है और फिर घूमते घूमते वो गाँव के मंदिर पर चले जाते है। तब मंदिर का पुजारी सोया हुआ था लेकिन वो अन्नू को चोद चुका था तो फिर अन्नू मंदिर मे ही बने उसके कमरे मे चली जाती है तो फिर पुजारी अन्नू को नंगी देखकर देखता ही रह जाता है और फिर वो उसकी चुदाई करने लगता है। चुदाई के बाद अन्नू पुजारी के साथ कमरे से बाहर आती है तो तब पुजारी अन्नू के साथ उन नंगे लड़कों को देखकर हैरान हो जाता है। हालांकि तब वो मंदिर मे होते है तो भी वो लड़के गरम हो जाते है और अन्नू की चुदाई करने लगते है और फिर पुजारी फिर से अन्नू की चुदाई करता है। फिर अन्नू बाकी लड़कों के साथ मंदिर मे घूमती है और वो वहाँ खूब चुदाई भी करते है।
फिर मंदिर के बाद वो सब गाँव मे घूमने लगते है। हालांकि अन्नू गाँव के मर्दों से चुद चुकी थी तो उसे तब बिल्कुल भी डर नहीं लग रहा था। फिर वो सब लड़के फिर से गरम हो जाते है तो फिर अन्नू गाँव के बीचोंबीच घोड़ी बन जाती है और फिर वहाँ सब अन्नू की चुदाई करने लगते है। गाँव के कुछ लोग अपने घरों के बाहर बने चबूतरों पर सोते है तो फिर उनमे से कुछ लोगों को जाग आ जाती है तो जब वो अन्नू को लड़कों के साथ नंगी देखते है तो देखते ही रह जाते है। हालांकि वो भी अन्नू की चुदाई कर चुके होते है। तो फिर वो भी अन्नू के बदन को सहलाने लगते है और फिर अन्नू की चुदाई शुरू कर देते है। तब अन्नू करीब 5 से 7 मर्दों से चुदवाती है। फिर इसके बाद अन्नू उन मर्दों के पास जाती है जो के फिलहाल अकेले रह रहे थे। जिसमे टीचर जिसने बचपन मे अन्नू को पढ़ाया था उसके पास जाती है और उसके साथ चुदाई के मजे लेती है। इसके अलावा वो एक डॉक्टर और भी कई लोगों के पास जाती है। तब फिर अन्नू गाँव के सरपंच के घर जाती है तो वो अन्नू को देखकर देखता ही रह जाता है और फिर गाँव के और भी कई लोगों को पता चल जाता है तो फिर वो सब अन्नू के साथ गाँव की चौपाल मे चले जाते है और फिर वहाँ खुलेआम ही अन्नू की चुदाई करने लगते है। तब चुदाई करते करते सुबह हो जाती है तो फिर अन्नू वापिस चली जाती है और फिर वो इस सबके बारे मे अपनी मम्मी को बताती है तो फिर ये सुनकर मेरी बीवी का मन भी ऐसा ही कुछ करने का करता है। तो फिर अन्नू अपनी मम्मी को घाघरा चोली पहनने को कहती है और थोड़ा घूँघट निकाले रखने के लिए कहती है तो फिर मेरी बीवी वैसा ही करती है।
तब मैं और मेरा साला भी वहीं होते है तो फिर अन्नू अपनी मम्मी को ऐसे उन लड़कों के साथ गाँव मे भेज देती है। तब मेरी बीवी को देखकर उन लड़कों का लंड खड़ा हो जाता है तो फिर वो रास्ते मे ही मेरी बीवी को घोड़ी बनाकर उसकी चुदाई करने लगते है। फिर चुदाई के बाद वो लड़का मेरी बीवी को अपने घर लेकर जाने लगता है तो तब रास्ते मे सब मर्द मेरी बीवी को देखकर पहचान लेते है के ये वो ही औरत है जो उनसे चुदवाती है। तब चोली मे से मेरे बीवी के बोबो के उभार काफी सेक्सी लग रहे थे। फिर उस लड़के के घर जाने के बाद उस लड़के के घर पर सिर्फ उसकी बूढ़ी माँ ही होती है जो कहती है के अरे तू किसे भगा लाया। फिर वो लड़का अपनी माँ की बात अनसुनी कर देता है और फिर अपने दोस्तों के साथ मेरी बीवी की फिर से चुदाई करने लगता है। तब गाँव के बाकी मर्दों को भी इसका पता चल जाता है तो फिर एक आदमी उस लड़के के घर जाकर उससे कुछ देर के लिए मेरी बीवी को उन्हे देने के लिए कहता है तो फिर मेरी बीवी कपड़े पहनकर तैयार हो जाती है और फिर उस आदमी के साथ जाने से पहले मेरी बीवी उस लड़के के घर खाना भी खा लेती है। फिर वो आदमी मेरी बीवी को किसी के घर लेकर चला जाता है और वहाँ पहले से ही 5 से 6 मर्द होते है तो फिर वो मेरी बीवी की चुदाई करने लगते है।
फिर उनकी चुदाई के बाद एक दूसरा मर्द मेरी बीवी को लेकर किसी और के घर चला जाता है और फिर वहाँ भी कई मर्द इकट्ठे हुए होते है तो फिर वो भी मेरी बीवी की चुदाई करते है। तब फिर मुझे भी गाँव का एक आदमी फोन करता है तो मैं मेरे साले को लेकर वहाँ चला जाता हूँ तो मैं देखता हूँ के मेरी बीवी वहाँ थी। फिर मैं जब सबके सामने मेरी बीवी की चुदाई करता हूँ तो मैं बहुत ज्यादा गरम हो जाता हूँ और उधर मेरा साला भी अपनी बहन की चुदाई करता है तो भी काफी गरम हो जाता है। फिर मेरी बीवी को आगे भी ले जाने के लिए तैयार थे और तब दोपहर का टाइम हो चुका था तो तब फिर वो आदमी जल्दी से मेरी बीवी को अपने साथ ले जाता है और वो तब मेरी बीवी को चोली पहनने का टाइम भी नहीं देता है और कहता है के यही पास ही मे तो जाना है तो चोली की क्या जरूरत है तो फिर मेरी बीवी बिना चोली के ही उसके साथ चली जाती है और तब मैं और मेरा साला उसे देखते ही रह जाते है। तब मेरी बीवी ऊपर से पूरी नंगी उसके साथ जा रही थी। फिर मेरी बीवी की चोली लेकर मैं और मेरा साला उनके पीछे चले जाते है। फिर वो आदमी मेरी बीवी को लेकर एक दूसरे घर मे चला जाता है और वहाँ 8 से 10 आदमी होते है और फिर वो मेरी बीवी की चुदाई करना शुरू कर देते है। तब मेरी बीवी भी उनसे मजे लेकर चुद रही थी और मैं और मेरा साला ये सब देख रहे थे। फिर उनकी चुदाई खत्म होती है तब एक दूसरा आदमी मेरी बीवी को अपने साथ लेकर जाने लगता है।
तब वो मेरी बीवी से कहता है के हमे पास ही जाना है तो कपड़े मन पहनना। फिर वो आदमी मेरे हाथ से चोली और मेरी बीवी का घाघरा लेकर चलने लगता है और फिर मेरी बीवी अपनी ओढनी का घूँघट करके उसके पीछे पीछे चलने लगती है। तब गली मे कई मर्द और भी थे और उनके सामने मेरी बीवी बिल्कुल नंगी थी। फिर वो आदमी मेरी बीवी को लेकर मंदिर मे चला जाता है और फिर वहाँ पुजारी और उसके अलावा कुछ लोग और थे और फिर वो वहाँ मेरी बीवी की चुदाई करना शुरू कर देते है। इस तरह फिर शाम हो जाती है तो फिर मेरी बीवी वापिस जाने के लिए कहती है तो फिर कुछ देर बाद वहाँ मैं चला जाता हूँ तो फिर वो सब आदमी मुझे मेरी बीवी को छोड़कर आने का कह देते है तो फिर मैं अपनी बीवी को अपनी बाइक पर बैठाकर उसे पहले अपने घर ले जाता हूँ। उस दिन मेरी बीवी काफी ज्यादा खुश होती है। उधर मैं भी खुश होता हूँ क्योंकि गाँव मे किसी ने भी अन्नू और मेरी बीवी को नहीं पहचाना। अब मेरी बीवी खुल चुकी थी तो फिर जब मैं उसे उस खेत वाले घर मे छोड़ने के लिए जाने लगता हूँ तो फिर वो मेरे साथ नंगी होकर बैठ जाती है। तब तक अंधेरा हो चुका था। तब मैंने ये बिल्कुल नहीं सोचा था के एक दिन मैं अपनी बीवी को ऐसे नंगी अपने पीछे बाइक पर बैठाकर गाँव मे घुमाऊँगा।
फिर जब हम उस खेत वाले घर मे पहुंचते है तो तब फिर वहाँ मेरे साले और अन्नू के अलावा कोई नहीं था तो फिर तब मेरी बीवी अन्नू को सब बात बताती है तो अन्नू काफी खुश होती है। हालांकि गाँव के मर्द मजे तो लेना चाहते थे लेकिन अपनी बीवियों से छुपकर और ये हमारे लिए अच्छा था। कुछ मर्द जिनकी बीवी नहीं थी तो फिर वो तो खुलकर मजे ले सकते थे और उनके साथ अन्नू और मेरी बीवी भी खुलकर मजे कर सकती थी। तब मुझे तो बिल्कुल यकीन नहीं हुआ के मेरी बीवी और बेटी गाँव के अधिकांश मर्दों से चुदवा चुकी है। हालांकि पहले ये किसी भी तरह से संभव नहीं लग रहा था। लेकिन अब ये हो चुका था तो हम सबको बहुत मजा आ रहा था। गाँव के सब मर्द मेरी बीवी और बेटी के दीवाने हो चुके थे और उन्हे बस चुदाई के लिए वो ही चाहिए थी। उधर अन्नू और हममे से किसी ने भी सुमन जो की अन्नू की फ्रेंड थी उसे कुछ नहीं बताया था। लेकिन सुमन के बाप और भाई तक ये खबर पहुँच चुकी थी और फिर उन्होंने सुमन को भी इसके बारे मे बता दिया के गाँव के बाहर खेतों मे दो औरते आई है जो की गाँव के सब मर्दों से चुदवाती है। फिर अन्नू ने के प्लान बनाया और उसने मुझे गाँव के कुछ मर्दों को हमारे घर पर बुलाने के लिए कहा तो फिर मैंने अपने कुछ दोस्तों को घर पर बुला लिया। मैंने अपने दोस्तों से कहा के मेरे घर पर कोई नहीं है और वो दो औरतें आने वाली है तो वो लोग तो खुशी खुशी हमारे घर आ गए। उधर फिर अन्नू ने अपनी फ्रेंड सुमन को भी बुला लिया और उधर अन्नू और मेरी बीवी तैयार होकर मेरे और मेरे साले के साथ हमारे गाँव वाले घर आने लगी।
तब उन दोनों ने ऊपर सिर्फ ब्रा पहन रखी थी और नीचे सलवार पहनी थी और मेकअप वगैरह कर रखा था। तब सब ट्रैक्टर पर आ रहे थे और वो दोनों हमारे साथ ट्रैक्टर पर ही बैठी थी और आने जाने वाले सब लोग हमे देख रहे थे। फिर हम सब सबसे पहले घर पहुँच जाते है और फिर मेरे बुलाए गाँव के मर्द आ जाते है तो फिर वो तो उन दोनों माँ बेटी को देखकर देखते ही रह जाते है और फिर वो उन्हे अपनी बाहों मे लेकर उनसे मजे लेने लगते है। उधर थोड़ी देर बाद सुमन आ जाती है तो फिर मैं सुमन को ले जाकर एक कमरे मे छुपा देता हूँ और वहाँ से वो आँगन मे जो कुछ भी हो रहा था वो सब कुछ देख सकती थी तो फिर कुछ देर देखने के बाद वो मेरी बीवी और अन्नू को पहचान जाती है और उन दोनों को गाँव के मर्दों के साथ देखकर वो तो देखती ही रह जाती है। फिर मैं जब सुमन को बताता हूँ के ये दोनों ही वो औरते जिन्हे गाँव के मर्द चोद रहे है तो ये सुनकर तो सुमन के पैरों तले जमीन खिसक जाती है और वो ये सुनकर बहुत हैरान हो जाती है। उधर आँगन मे मर्दों ने उन दोनों माँ बेटी की ब्रा उतार दी थी और वो सब उनके बोबो को चूस रहे थे। तब वहाँ करीब 8 से 10 मर्द थे। फिर कुछ देर बाद ही वो मर्द जब उन दोनों माँ बेटी की सलवार का नाड़ा खोलते है तो वो दोनों पूरी नंगी हो जाती है क्योंकि उन्होंने नीचे कुछ नहीं पहना था। फिर मेरी बीवी और बेटी उन मर्दों के कपड़े खोलने लगती है और फिर कुछ देर बाद वो सब मर्द नंगे हो जाते है और उन सबके लंड एकदम खड़े थे।
फिर मेरी बीवी और बेटी उनके लंड चूसने और हिलाने लगती है। तब ये देखकर तो सुमन बहुत ज्यादा गरम हो जाती है और वो अपनी चुत सहलाने लगती है और उधर मैं भी अपना लंड बाहर निकालकर हिलाने लगता हूँ। फिर असली चुदाई का खेल शुरू होता है और वो सब मर्द उन दोनों माँ बेटी की चुदाई करने लगते है और जो भी झड़ने वाला होता है तो वो दोनों माँ बेटी उनका पानी या तो पी लेती या अपनी गाँड मे डलवा लेती। फिर ये देखकर तो सुमन और मैं गरम हो गए तो फिर हम दोनों चुदाई करने लगे। फिर हमारी चुदाई खत्म होने के बाद भी उन सबकी चुदाई चल रही थी और मेरी बीवी और बेटी उन सबसे मजे से चुद रही थी। उधर मैं और सुमन उन सबको ही देख रहे थे। मेरा साला भी सबके साथ मिलकर उन दोनों माँ बेटी कि चुदाई कर रहा था। फिर लगभग 5 से 6 घंटे बाद वो सब मर्द थक जाते है। एक एक मर्द ने करीब 3 से 4 बार उन दोनों माँ बेटी की चुदाई की थी तो फिर वो जाने लगते है तो फिर वो जाते जाते मेरी बीवी और बेटी को घर से बाहर नंगी ही ले जाते है और उनके साथ बातें करने लगते है। तब मेरी बीवी और बेटी अपने ही घर के बाहर बिल्कुल नंगी खड़ी थी और आने जाने वाले लोग देख रहे थे। फिर सबके जाने के बाद वो अंदर आ जाती है तो फिर सुमन और मैं कमरे से बाहर निकलते है। हम दोनों नंगे ही होते है तो फिर वो उन दोनों माँ बेटी की हालत देखती ही रह जाती है। क्योंकि वो दोनों उन सबके पानी से भीगी हुई थी और काफी सेक्सी लग रही थी।
फिर अन्नू ने सुमन को सब कुछ बताया और फिर हम सब बैठकर बातें करने लगे। फिर सब कुछ सुनकर सुमन अन्नू से बोली के तू तो अब मेरे से भी आगे निकल गई। फिर हम सब काफी देर तक बातें करते है। फिर सुमन कहती है के तुम दोनों को गाँव मे किसी ने नहीं पहचाना है और शायद पहचानेगा भी नहीं। अब तो आप दोनों बस खुलकर मजे करते रहो। अब मैं भी अपने भाई के दोस्तों को पटाकर उनसे मजे लूँगी। उधर फिर अन्नू और मेरी बीवी तो नहाने चली जाती है और उधर मैं और मेरा साला सुमन को चोदने लगते है। तब तक शाम हो जाती है तो फिर सुमन अपने घर चल जाती है। उधर अन्नू और मेरी बीवी नहाकर फिर से तैयार होने लगती है। वो दोनों पूरे दिन चुदवाकर भी नहीं थकी थी। उधर लोगों को पता चल चुका था के वो दोंनो मेरे घर पर है तो फिर लोग एक एक करके हमारे घर पर आने लगते है। अब रात हो चुकी थी और ऊपर से अब मेरी बीवी और बेटी लगभग सभी से चुदवा चुकी थी तो फिर अब शर्म वाली तो कोई बात ही नहीं रह गई थी। तो मेरी बीवी और अन्नू नंगी ही तैयार होकर कुछ ज्वैलरी वगैरह पहन लेती है और वो अपनी नाक मे नथ पहन लेती है और मांग मे सिंदूर और गले मे मंगलसूत्र भी पहन लेती है और सिर पर एक लाल रंग की ओढनी ले लेती है। तब वो दोनों पूरी दुल्हन की तरह लग रही थी।
फिर हमारे घर पर करीब 10 से 20 गाँव के मर्द आ जाते है और फिर वो दोनों माँ बेटी जब उन सबके सामने जाती है तो वो सब उन्हे देखकर तो देखते ही रह जाते है। तब रात हो चुकी थी। फिर वो सब आपस मे बातें करने लगते है के कौंन किसे कहाँ ले जाकर चोदेगा। उन सबके सामने दो दुल्हने तैयार खड़ी थी और दूसरी तरफ सब गाँव के मर्द थे। फिर वहाँ गाँव का सरपंच भी होता है तो फिर वो अन्नू को अपने साथ ले जाकर अपने घर के पिछवाड़े मे चोदने के लिए कहता है तो फिर उसके साथ आधे मर्द हो जाते है और उधर दूसरा मर्द जो की राजपूत था तो फिर वो मेरी बीवी अपने साथ ले जाने के लिए कहता है तो बाकी के आधे मर्द उसके साथ हो जाते है। फिर सरपंच अन्नू को अपने साथ चलने के लिए कहता है तो फिर वो सरपंच के साथ जाने लगती है और कुछ मर्द उसके साथ हो जाते है और वो सबके बीच चल रही थी और मैं भी उनके साथ चल देता हूँ और उधर मेरी बीवी राजपूत और बाकी मर्दों के साथ जाने लगती है और उनके साथ मेरा साला चला जाता है। अन्नू और मेरी बीवी को देखकर गाँव के बाकी मर्द उनके साथ चलने लगे थे। उधर अन्नू और मेरी बीवी गाँव की गलियों और गाँव के मर्दों के बीच बिल्कुल नंगी चल रही थी। आज उन दोनों की गाँव के सब मर्दों के साथ सुहागरात थी।
फिर सरपंच के घर पहुंचने तक हमारे साथ लगभग 40 से 50 मर्द हो चुके थे और उधर वो राजपूत मेरी बीवी को लेकर गाँव के पंचायत घर मे चले जाते है क्योंकि और कोई जगह नहीं मिली थी। फिर सरपंच के घर पहुँचने के बाद एक बिस्तर लगा दिया जाता है और उस पर अन्नू जाकर बैठ जाती है। फिर सबसे पहले सरपंच अन्नू के पास जाकर उसके बदन को सहलाने लगता है और फिर वो उसकी चुदाई करने लगता है। टाइम कम था और चोदने वाले ज्यादा था तो सब ये फैसला करते है के सब अन्नू की चुत और गाँड मे बस 10 बार ही अपना लंड अंदर बाहर करेंगे। तो फिर सब ऐसा ही करने लगते है। सरपंच के घर पर तब काफी लोग इकट्ठा हो चुके थे शायद 70-80 से ज्यादा ही थे। उधर पंचायत घर मे भी मेरी बीवी को चोदने वालों की लाइन लगी हुई थी। फिर अन्नू घोड़ी बन जाती है तो सब उसकी चुदाई करने लगते है। इस तरह फिर रात भर मे गाँव के लगभग सभी मर्द उन दोनों माँ बेटियों की खूब चुदाई करते है। फिर सुबह हो जाती है तो फिर सरपंच मुझे अन्नू को अपने घर ले जाने के लिए कहता है तो फिर मैं सरपंच की बाइक लेकर अन्नू को बैठाकर उसे घर ले जाता हूँ। तब अन्नू मेरे साथ नंगी ही बैठी थी और वो तब काफी खुश थी। उधर वो राजपूत मेरी बीवी को 3-4 मर्दों के साथ मेरे घर छोड़ने आ जाता है। तब मेरी बीवी और बेटी एक दूसरे को देखकर मुसकुराती है और फिर वो दोनों नहाने चली जाती है और तब फिर वो राजपूत और बाकी मर्द चले जाते है। रात की चुदाई के बाद सभी मर्द भी थक चुके थे उधर मेरी बीवी और बेटी आपस मे रात की चुदाई की बातें करती है और फिर वो दोनों सो जाती है।
फिर वो दोनों पूरे दिन आराम करती है और फिर शाम को उठकर फिर से तैयार होने लगती है। फिर मैं अन्नू से पूछता हूँ के आज क्या धमाल करने वाली हो तो फिर अन्नू हंसकर कहती है के अभी कुछ सोचा नहीं है। फिर वो दोनों माँ बेटी तैयार होने लगती है और फिर गाँव के मर्द हमारे घर आने लगते है। अब गाँव के मर्द तो दोनों माँ बेटी की चुत और गाँड के दीवाने हो चुके थे तो वो खुद को रोक नहीं पा रहे थे। फिर करीब 30 से 40 मर्द हमारे घर आ जाते है और फिर उधर दोनों माँ बेटी भी तैयार होकर उनके सामने चली जाती है। तब वो दोनों नंगी ही होती है और उन्होंने मेकअप वगैरह कर रखा होता है तो वो दोनों काफी सेक्सी लग रही होती है। फिर मेरी बीवी और बेटी मुझे उस खेत वाले घर पर चलने के लिए कहती है तो फिर मैं उन दोनों को ट्रैक्टर पर बैठाकर वहाँ ले जाने लगता हूँ और ट्रैक्टर के पीछे ट्रॉली मे सब मर्द चढ़ जाते है। ट्रैक्टर पर मेरे साथ मेरी बीवी और बेटी नंगी बैठी थी और पीछे ट्रॉली मे सभी मर्द थे तो ये देखकर मैं गरम हो जाता हूँ। फिर उस खेत वाले घर पहुंचकर मेरी बीवी और अन्नू सबसे चुदवाने लगती है और फिर गाँव के और भी मर्द आ जाते है। इस तरह फिर मेरी बीवी और बेटी दोनों दिन रात नंगी रहकर सबसे चुदाई करवाने लगती है।
कुछ पैसे वाले मर्द थे जो की उन्हे अकेले मे चोदना चाहते थे तो फिर वो उन दोनों को अपने साथ लेकर चले जाते और फिर उनकी चुदाई करके उन्हे वापिस छोड़ जाते। मेरी बीवी अब पूरी तरह खुल चुकी थी तो उसे अब किसी की शर्म और डर नहीं था तो वो सेक्सी ड्रेस पहनकर जाती तो गाँव की औरते उसे देखकर देखती ही रह जाती थी। गाँव छोटा था तो गाँव का हर मर्द उन दोनों माँ बेटी को कई बार चोद चुका था लेकिन फिर भी उन दोनों को चोदने वालों की कमी नहीं थी। फिर हमारे गाँव मे एक बीमारी आ गई जिसमे गाँव के हर घर के लोगों मे से कोई न कोई बीमार हो गया और इससे सब घबरा गए। गाँव के लोग अंध विश्वासी होते है तो फिर वो पंडित से रूठे हुए देवी देवता को मनाने के लिए कहते है तो फिर पंडित कहता है के मैं कुछ सोचता हूँ। फिर ये बात पंडित मेरी बेटी अन्नू को बताता है तो फिर वो दोनों काफी देर तक बातें करते है। हमारे गाँव मे देवी का बहुत बड़ा मंदिर था और उसकी बहुत मान्यता थी। फिर पंडित कहता है के किसी विशेष शुभ लग्न मे जन्मी औरते यदि घर घर जाकर देवी के पवित्र पानी से छींटे लगाएगी तो सब ठीक हो जाएगा।
फिर अन्नू पंडित से पूछती है के अगर वो औरतें नंगी होकर ये काम करें तो ये सुनकर पंडित भी खुश हो जाता है और वो गरम होने लगता है। फिर अन्नू पंडित से कहती है के वो सब गाँव वालों से कह दे के हम दोनों नंगी होकर ये काम करेंगी तो तभी इस बीमारी से छुटकारा मिलेगा तो इस बात के लिए पंडित मान गया। फिर पंडित गाँव के लोगों को मंदिर पर इकट्ठा कर लेता है और फिर वहाँ मेरी बीवी और बेटी को भी बुलाता है। तब मेरी बीवी और बेटी ने लहंगा चोली पहन रखा था जिसमे वो सेक्सी लग रही थी। वहाँ गाँव की औरतें भी थी। फिर पंडित सब गाँव वालों से कहता है के ये दोनों औरतें शुभ लग्न मे जन्मी है और ये औरते निवस्त्र होकर जब पूरे गाँव मे देवी माँ के जल से छींटे लगाएगी तो ये बीमारी ठीक हो जाएगी तो फिर ये सुनकर सभी खुश हो गए और इसके लिए मान गए। तब अन्नू और मेरी बीवी काफी खुश हो जाती है।
फिर पंडित यज्ञ वगैरह करना शुरू कर देता है और उधर गाँव की कुछ औरतें मेरी बीवी और बेटी को नंगी करके गाँव के तालाब मे नहलाने ले जाती है। गाँव का तालाब गाँव के दूसरी तरफ था तो वो दोनों तब सब गाँव वालों के सामने नंगी होकर जाती है तो सब मर्दों के लंड खड़े हो जाते है। तब मेरी बीवी और बेटी एक दूसरे की तरफ मुस्कुरा रही थी। फिर तालाब मे नहलाकर वो औरतें उन दोनों माँ बेटी को फिर मंदिर लेकर चली जाती है और फिर वहाँ मैं और मेरा साला मौका देखकर उन दोनों की चुदाई कर लेते है। फिर वो दोनों जाकर यज्ञ मे बैठ जाती है जहाँ पंडित पूजा करते हुए उनके बोबो और चुत पर तिलक करता है। फिर उन दोनों को फूलों की माला पहना देता है। फिर वो मंत्र पढ़ने लगता है। फिर पंडित सबसे कहता है के इन दोनों औरतो मे अब देवी का वास हो चुका है और ये दोनों अब एक एक करके सबके घर जाएगी और देवी के पवित्र जल के छींटे लगाएगी। अगर कोई चाहता है के उसके घर देवी का वास हमेशा रहे तो उस घर के मुखिया को इन्हे अपनी बीवी बनाकर इनके साथ सुहागरात मनानी होगी ताकि देवी आपके घर की रक्षा कर सके। ये सुनकर तो गाँव के सब मर्द खुश हो गए। उधर मेरी बीवी और बेटी भी खुश हो जाती है। फिर पंडित कहता है के जब तक ये पूजा चलेगी और ये दोनों गाँव के हर घर नहीं चली जाती तब तक सब अपने घरों मे ही रहेगे और देवी की साधना करेंगे और अगर कोई बाहर निकलता है तो इससे देवी रुष्ट हो जाएगी। इन दोनों औरतो के दर्शन भी तभी करने है जब ये आपके घर जाएगी अगर कोई इनके दर्शन तब कर लेता है जब ये दोनों घर से बाहर हो तो उस से भी देवी रुष्ट हो जाएगी।
इस तरह फिर ये सुनकर सब अपने अपने घर चले जाते है और सब मेरी बीवी और बेटी का उनके घर आने का इंतजार करने लगते है। उधर तब मंदिर मे मैं, पंडित और गाँव के कुछ ही मर्द होते है। उधर फिर हम सब मेरी बीवी और बेटी को घोड़ी बनाकर वहीं चुदाई करते है और फिर मेरी बीवी और बेटी अलग अलग होकर सबके घर जाने लगती है। तब गाँव मे सब तरफ सन्नाटा होता है और उधर मेरी बीवी और बेटी गाँव मे नंगी घूम घूम कर सबके घर जा रही थी। वो दोनों एक एक करके सबके घर जाती और सब पर पवित्र जल के छींटे लगाती और फिर सबको आशीर्वाद देती और फिर उस घर का मुखिया उनकी मांग मे सिंदूर भरता और गले मे मंगलसूत्र पहनाता और फिर उन्हे कमरे मे ले जाकर उनकी खूब चुदाई करता। उधर गाँव की औरते उन्हे देवी मानकर उनके पैर छूती और उनके लिए तरह तरह के पकवान बनाती। फिर मेरी और बीवी बेटी तो घर के सभ मर्दों से चुदवाने लगी जो भी उन्हे चोद सकता और खूब मजे लेती। इसमे वैसे तो कितना भी टाइम लग सकता था लेकिन अगर मेरी बीवी और बेटी को मजा आता तो वो उस घर के मर्दों से फिर से चुदवाती और तो और उधर उस घर की औरते भी उन्हे ज्यादा से ज्यादा अपने घर रुकने के लिए कहती। इस कारण अगर किसी घर मे मर्द ज्यादा होते तो उन्हे ज्यादा टाइम लगता नहीं तो वो कुछ घंटों के बाद दूसरे घर चली जाती। हमारा गाँव ज्यादा बड़ा नहीं था और घर भी ठीक ठाक थे तो भी उन्हे काफी टाइम लग रहा था।
इसे संयोग कहे या कुछ और पता नहीं लेकिन जैसे जैसे मेरी बीवी और बेटी जिनके जिनके घर जा रही थी उनके घर बीमारी ठीक हो रही थी। ये देखकर तो गाँव के सब लोग बहुत खुश हो गए थे और वो फिर जमकर मेरी बीवी और बेटी की सेवा करने लगे और उन्हे देवी का रूप ही मानने लगे। उधर मेरी बीवी और बेटी भी जमकर मजे कर रही थी। फिर सबके घर जाने मे उन दोनों माँ बेटी को करीब 10 से 15 दिन लग चुके थे। इन दिनों मे वो दोनों माँ बेटी सबके घर जाकर भरपूर मजे ले चुकी थी। इतना ही नहीं फिर पंडित ने कहा के इन दोनों को अब ऐसे ही नहीं छोड़ सकते है। इन्हे इनकी मर्जी के अनुसार किसी न किसी के घर रहना होगा तो फिर वहाँ खड़े गाँव के मर्दों के साथ साथ गाँव की औरतें भी उन्हे अपने साथ अपने घर ले जाने के लिए कहने लगी। ये देखकर तो हम सब देखते ही रह गए। फिर पूजा के बाद मेरी बीवी और बेटी अपनी मर्जी से एक एक घर मे जाकर रहने लगी। तब वो उस घर मे नंगी रहती और बस कमरे मे ही रहती और वो गले मे मंगलसूत्र पहने और मांग मे सिंदूर भरकर रहती और पूरी बन ठनकर रहती और उस घर के मर्दों से खूब चुदाई करवाती। इस तरह फिर उन्हे कोई दूसरा अपने घर ले जाता और फिर वहाँ भी वो ऐसे ही रहती। इसके अलावा वो दोनों सुबह और शाम मंदिर आती और फिर मंदिर मे भी वो गाँव के मर्दों से खूब चुदवाती।
इस तरह फिर वो दोनों अच्छे से जिंदगी जीने लगी। गाँव की महिलायें मेरी बीवी और बेटी की खूब सेवा करती और वो उनकी सेवा करना पुण्य का काम समझती थी। गाँव की महिलायें उन दोनों माँ बेटी की मालिश करती उन्हे नहलाती और उनके लिए तरह तरह के भोजन बनाती और उन्हे खिलाती। उधर मेरी बेटी और बीवी भी अपने शरीर का अच्छे से ख्याल रखती। वो खूब खाती और जब उस घर के मर्द उनकी चुदाई करते तो उनकी एक्सरर्साइज़ वैसे भी हो जाती। जिस कारण वो दोनों थोड़े ही दिनों मे पहले से भी ज्यादा सेक्सी लगने लगी थी। अच्छे खानपान के कारण उन दोनों का बदन मजबूत हो गया था। अब चाहे अगर सभी गाँव के मर्द एक साथ उनकी चुदाई करे और कुछ दिनों तक लगातार चुदाई करते रहे तब भी शायद वो दोनों उनसे चुदवाती करे। यहाँ तक की सर्दियों के दिनों मे भी वो दोनों कुछ हद तक नंगी रह लेती थी और उन दोनों को नंगी देखकर गाँव वालों को गर्मी लगने लगती थी...
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