मेरी बेटी 26 साल की है और बैंक में जॉब करती है। वो पढ़ाई में काफी तेज है और काफी होशियार भी है। एक बार वो अपने ऑफिस से आई और फिर सीधे ही अपने कमरे में चली गई और फिर कमरा अंदर से बंद कर लिया। फिर मैं जब उसके कमरे की तरफ गया तो मुझे अंदर से सिसकारियों की आवाजें सुनाई देने लगी। फिर मैंने खिड़की से देखने लगी तो मुझे अंदर से ऐसा नजारा देखने को मिला।
फिर मैंने इस बारे में अपनी बीवी को बताया और फिर उसे बेटी से बात करने के लिए कहा तो बीवी ने साफ़ मना क्र दिया और बोली के मुझे तो शर्म आती है आप ही बात क्र लो। मैंने उसे कहा कैसे बात करूं। तुम उसकी मां हो तुम्हे बात करनी चाहिए। फिर वो बोली के इस बारे में आप उसे अच्छे से समझा सकते हो। फिर मेरे काफी समझाने के बाद भी नहीं मानी तो फिर मैंने ही उससे बात करने की ठानी।
फिर शाम को मैं उसे बाहर आइस क्रीम खिलने ले गया। फिर जब हम आइस क्रीम खाकर घर आने लगे तो फिर मैं उससे बात करने लगा। मैंने उससे कहा के बेटी तुम पढ़ाई में काफी अच्छी थी और तुम्हे जॉब भी मिल गई है तो तुम अब अपनी आगे की जिंदगी के बारे में सोचो। वो मेरी बात काफी ध्यान से सुन रही थी। जैसे तुम पढ़ाई में टॉप करती थी वैसे तुम्हे अपनी शादी के बाद की जिंदगी में भी टॉप करना होगा। बेटी मेरी बात समझ रही थी। पर वो बोल कुछ नहीं रही थी। फिर मैंने उससे उसके बॉयफ्रेंड के बारे में पूछा तो वो शर्माने लगी। फिर वो बोली के अभी उसका कोई बॉयफ्रेंड नहीं है।
फिर मैंने उससे साफ साफ शब्दों में कह दिया के तुम्हे अब शादी क्र लेनी चाहिए। फिर ये सुनकर बेटी बोली के मुझे अभी शादी नहीं करनी है। मैं अभी तैयार नहीं हूँ। फिर मैंने उससे पूछा के तुम किस तरह तैयार नहीं हो जरा खुलकर बताओ। फिर वो नीची गर्दन करके चलने लगी और कुछ नहीं बोली। फिर मैंने उसे रोका और फिर उसकी कमर में हाथ डालकर उसे कहा के तुम मुझे अपना दोस्त समझो और जो भी बात है वो खुलकर बताओ। फिर बेटी ने कहा के मुझे शादी के बाद क्या करना है क्या नहीं ये समझ नहीं आ रहा। फिर मैं हंसकर बोला के बस इतनी सी बात। मैं तुम्हे सब कुछ बताऊंगा। तुम मुझसे बिना शर्माए मुझसे कुछ भी पूछ सकती हो। फिर इतने में घर आ गया तो फिर हम दोनों बेटी के कमरे में चले गए। तब तक मेरी बीवी सो चुकी थी। फिर कमरे में जाते ही मैंने बेटी को अपनी बाँहों में ले लिया और फिर उससे कहा के मैंने तुम्हे कल देख लिया था जो तुम क्र रही थी। ये सुनकर बेटी शर्माने लगी और मुस्कुराने लगी। फिर मैं उससे बोला के अब तो तुम मुझे सब कुछ बता सकती हो।
कल बेटी को नंगी देखकर मैं भी गर्म हो चूका था तो फिर मैंने बेटी की गाल पर किस किया और फिर उसे कमर से पकड़कर खुद से चिपका लिया। वो तब बिलकुल शांत थी और कुछ नहीं बोल रही थी। फिर मैंने उससे कहा के बेटा सेक्स कोई छुपाने की चीज नहीं है। इसके बारे में जितना हो सके उतना खुलकर बात करो और शादी के बाद अपने पति को बहुत खुश रखना। फिर इतना कहकर मैं अपने कमरे में चला गया। फिर कुछ देर बाद मुझे बेटी का मैसेज आया और उसने मुझसे पूछा के आप और मम्मी अभी भी सेक्स करते हो। फिर मैंने उससे कहा के हाँ। फिर मैंने बेटी को बीवी की एक नंगी फोटो भेजी जो की मैंने कुछ दिन पहले ही ली थी। वो फोटो देखकर बेटी मुस्कुराने लगी और फिर वो सो गई।
फिर अगले दिन मुझे बीवी ने पूछा के आपने बेटी से बात की थी क्या। फिर मैंने कहा के हाँ की थी। उसे चुदाई से डर लगता है इस कारण हमें उसे इस बारे में सब कुछ बताना होगा। ऐसा ना हो की कहीं शादी के बाद वो अपने पति को खुश ना रख पाए और उसकी जिंदगी खराब हो जाये। फिर बीवी भी मेरी बात से सहमत हो गई। फिर वो बोली के हमें क्या करना होगा। फिर मैं बोला के उसे हमें चुदाई के बारे में सब कुछ बताना और सीखाना होगा। ये सुनकर बीवी बोली के ये हम कैसे करेंगे। फिर मैं बोला के तुम देखती हो जाओ। पहले तो हम उसे घर पर थोड़े शार्ट कपड़े पहनाना शुरू करेंगे ताकि उसकी सब शर्म दूर हो जाये। फिर धीरे धीरे उसे चुदाई के बारे में बताएंगे। फिर मैं बीवी से बोला के हमे उसके सामने चुदाई भी करनी पड़ सकती है। ये सुनकर बीवी बोली के हे राम ये आप क्या कह रहे हो। फिर मैं बोला के हाँ वो भी तो देखें उसकी माँ चुदाई के कैसे मजे लेती है। ये सुनकर बीवी हंसने लगी और बोली के ये सब मुझसे ना हो पायेगा। फिर मैं बोला के तुम्हे तो मैं उसके सामने घोड़ी बनाकर चोदुंगा। फिर बीवी कुछ नहीं बोली और बस हंसती रही।
फिर उस दिन जब बेटी शाम को ऑफिस से आयी तो फिर वो अपने कमरे में चली गई। फिर मैं भी उसके पीछे पीछे चला गया। तब वो कपड़े बदल रही थी। जैसे ही मैंने कमरे का गेट खोला तो वो सामने नंगी खड़ी थी। फिर हम दोनों एक दूसरे को देखने लगे। उसने अपने आपको छुपाने की बिलकुल भी कोशिश नहीं की। फिर उसे नंगी देखकर मैं कमरे से बाहर गया फिर उसने कपड़े बदल लिए थे तो फिर सुने मुझे अंदर आने के लिए कहा। फिर मैंने उसका फोन लेकर उसके लिए ऑनलाइन कपड़े खरीदने लगा। वो भी मेरे साथ बैठ गई। मैं उसके लिए शार्ट और सेक्सी ड्रेस आर्डर क्र रहा था। फिर वो भी अपनी पसंद मुझे बताने लगी। फिर हमने 10 ड्रेस आर्डर क्र दी। फिर उनमे से कुछ एक ड्रेसेस तो कुछ देर में ही आ गई। फिर बेटी ने जब वो ड्रेस पहनी थी उसमे से उसके घुटनो के ऊपर तक पैर नंगे थे और बूब भी दीख रहे थे। उसे ऐसी ड्रेस में देखकर मैं और बीवी तो देखते ही रह गए। बेटी को ऐसी ड्रेस में पहले तो अजीब लग रहा था लेकिन फिर थोड़ी देर बाद वो कम्फर्ट हो गई।
फिर कुछ दिनों में बाकि की ड्रेस भी आ गई। फिर बेटी वो ड्रेस पहनकर अधनंगी सी हालत में घूमती रहती। बेटी अभी भी थोड़ी बहुत शर्मा रही थी। फिर एक दिन सुबह जब बीवी मंदिर गई तो मैंने बेटी को अपनी बाँहों में ले लिया और फिर उससे कहा के तुम दुनिया की सबसे खूबसूरत लड़की हो। तुम क्यों शर्मा रही हो। तुम अपने बदन को खुलकर लोगो को दिखाओ। बेटी को देखकर मैं थोड़ा गर्म हो चूका था और थोड़ा मुझे गुस्सा भी आ गया था। फिर मैंने बेटी को सिर के बालों से पकड़ा और फिर बेटी से कहने लगा के तुम लड़की हो तुम पर सारे मर्द मरते है। तुम अपने आप को किसी से कम मत समझो। मेरी बातें सुनकर बेटी कुछ नहीं बोली और सिर्फ मुझे सुनती रही। फिर मैंने बेटी की ड्रेस के एक स्ट्रैप को उसके कंधे से उतार दिया जिस कारण बेटी का एक बूब बहार निकल गया। फिर मैं उसे देखना लगा। तब मेरा लंड खड़ा हो चूका था। फिर मैंने बेटी को छोड़ दिया तो वो अपने कमरे में चली गई और फिर जाकर ऊँगली करने लगी। उसके पीछे पीछे जब मैं उसके कमरे की तरफ गया तो मैंने देखा के उसका कमरा खुला ही था और वो अंदर नंगी होकर ऊँगली क्र रही थी। फिर उसे नंगी देखकर मैं भी अपना लंड बहार निकालकर हिलाने लगा। तभी बीवी मंदिर से आ गई तो मैं अपने कमरे में चला गया।
फिर बेटी तो तैयार होकर ऑफिस चली गई। उसके जाते ही मैंने बीवी को पकड़ लिया और फिर बीवी की खूब चुदाई की। फिर मैं अपनी हरकत पर शर्मिंदा हुआ और फिर बेटी को मैसेज करके उसे सॉरी कहा। फिर बेटी ने कहा इट्स ओके पापा। आपको सॉरी कहने की कोई जरूरत नहीं है। आपको जो ठीक लगा आपने वैसे ही किया। फिर बेटी ने मुझसे पूछा के आप मेरे बॉयफ्रेंड बनोगे क्या तो फिर मैं बोला के क्यों नहीं। फिर बेटी बोली के तो ठीक है शाम को हम मिलेंगे तो हम एक दूसरे को गिफ्ट देंगे। आप मेरे लिए गिफ्ट तैयार रखना। फिर मैनें कहा के ठीक है। इस बात से मैं बहुत खुश हो गया और फिर मैंने बीवी को फिर से चोदा। फिर बीवी ने मुझे घर के काम में लगा लिया तो मैं वो गिफ्ट वाली बात भूल गया। फिर रात को खाना खाने के बाद मैं और बेटी बेटी के कमरे में चले गए। फिर कमरे में जाते ही बेटी ने मुझसे अपना गिफ्ट माँगा तो मैं थोड़ा घबरा गया क्योकि गिफ्ट तो मैं लाया ही नहीं था। फिर मैंने बेटी से कहा के मैं उसके लिए कोई गिफ्ट नहीं ला पाया। फिर बेटी बोली के आप मजाक मत करो। फिर मेरे पास आई और मेरी पॉकेट चेक करने लगी। मेरी पॉकेट में कंडोम पड़े थे जो की मैंने चुदाई के बाद अपनी पेंट में ही रख लिए थे। फिर बेटी के हाथ वो कंडोम का पैकेट लग गया तो फिर वो देखने लगी और फिर उसने समझा के मैं ये गिफ्ट उसके लिए लेकर आया हूँ। लेकिन फिर मैंने उसे बताया के आज मैंने बीवी के साथ सेक्स किया तो ये गलती से मेरे पॉकेट में रह गया।
फिर बेटी ने मुझे वो कंडोम का पैकेट वापिस दे दिया। फिर मैंने उसे वापिस पेंट की पॉकेट में रख लिया। फिर मैंने बेटी से पूछा के वो मेरे लिए क्या गिफ्ट लेकर आई है। फिर वो मेरे पास आई और फिर बोली के अब आप मेरे बॉयफ्रेंड हो तो जो आप कहोगे वो मैं करने के लिए तैयार हूँ। फिर मैंने उसे खुद से चिपका लिया और बोला के मैं अपनी गर्लफ्रेंड को कुछ भी करने के लिए कह सकता हूँ। फिर बेटी बोली के तो कहिये ना क्या करना है। फिर मैंने बेटी से कहा के मैं तुम्हारी मम्मी को देखकर आता हूँ फिर बताता हूँ के क्या करना है। फिर मैं कमरे से बाहर गया तो देखा के बीवी पहले तो टीवी देख रही थी और फिर वो सोने चली गई। फिर मैंने सब लाइट वगैरह बंद की और फिर बीवी से बोला के मैं आज बेटी के कमरे मैं सोऊंगा। फिर वो बोली के ठीक है। फिर मैं वापिस बेटी के कमरे में आ गया। तब बेटी लेटी थी तो मैं भी जाकर उसके पास लेट गया।
मैं अपनी जवान बेटी के साथ चिपक क्र लेटा हुआ था। फिर बेटी ने पूछा के बताओ मुझे क्या करना है। अब मैं बेटी को क्या कहूँ मेरे समझ में नहीं आ रहा था। फिर बेटी हंसकर बोली के क्या सोचने लगे आप। मैं अब आपकी गर्लफ्रेंड हूँ तो आप मुझे आप एक बॉयफ्रेंड की नजर से देखिये। बेटी के ये बात सुनकर मैंने सोचा के जब बेटी खुद ही कुछ भी करने के लिए तैयार हूँ तो फिर मैं क्यों शर्मा रहा हूँ। फिर मैंने बेटी से उसकी सारी ब्रा पैंटी मंगवाई। फिर बेटी ने अपनी सारी ब्रा पैंटी लाकर मेरे सामने रख दी। फिर उनमे से मैंने एक ब्रा पैंटी सेलेक्ट करी और बेटी को पहन क्र आने के लिए कहा तो फिर बेटी ब्रा पैंटी लेकर चेंज करने चली गई। फिर मैंने भी अपने सब कपड़े खोल दिए और सिवाय अंडरवियर के। फिर जब बेटी ब्रा पैंटी में आई तो मैं तो देखता ही रह गया। फिर वो मेरे पास आकर बेड पर बैठ गई। वो तब थोड़ी शर्मा रही थी। फिर मैंने उसे अपनी बाँहों में ले लिया जिस कारन उसके बोबे मेरी छाती से लगने लगे। फिर मैं उसकी पीठ सहलाने लगा तो मेरे हाथ से उसकी ब्रा का हुक टूट गया। जिससे ब्रा ढीली हो गई और उसके बोबे आधे से ज्यादा दिखने लगे। फिर उसने पीछे हाथ करके हुक लगाने की कोशिश की। लेकिन हुक तो टूट चूका था तो वो लगाती क्या।
फिर कुछ देर कोशिश करने के बाद उसने अपने हाथ आगे क्र लिए और ब्रा को वैसे ही रहने दिया। मैं उसकी पीठ सहलाते सहलाते हाथ निचे ले गया और फिर दोनों हाथो से उसकी गांड सहलाने लगा। बेटी धीरे धीरे गर्म होने लगी तो फिर वो आँखें बंद करके मजे लेने लगी। फिर उसकी ब्रा उसके कंधो से उतर गई और उसके दोनों नंगे बूब मेरी छाती को छूने लगे तो फिर मैंने उसकी ब्रा को पूरा ही निकाल दिया। फिर उसके बूब के दोनों निप्पल को अपनी उंगलियों से मसलने लगा। जिससे उसे दर्द के साथ साथ मजा भी आने लगा। मैं काफी देर तक ऐसे करता रहा। फिर उसने एक हाथ अपनी पैंटी में डाला और फिर अपनी चुत को सहलाने लगी। मेरा लंड भी अब फुल खड़ा हो चूका था। फिर मैं बेटी से कहना लगा के तुम बहुत सेक्सी हो। फिर मैं उसके बदन को सहलाने लगा। जिससे की वो और भी ज्यादा गर्म होने लगी। मैं चाहता तो उस रात उसे चोद सकता था लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया। फिर वो लेट गई और अपनी पैंटी को घुटनो तक करके मेरे सामने सरेआम अपनी चूत में ऊँगली करने लगी। फिर कुछ देर बाद वो झड़ गई तो फिर वो शांत हो गई। मैं तब उसके सामने ही घुटनो के बल खड़ा था और अंडरवियर के ऊपर से ही अपने लंड को सहला रहा था।
फिर उसने मुझे ऐसे देखा तो वो शर्माने लगी। फिर मैं धीरे धीरे अपनी अंडरवियर को निचे करने लगा तो फिर वो भी देखने लगी। फिर मैंने अंडरवियर को घुटनो तक निचे क्र दिया और मेरा लंड उसके सामने पूरा खड़ा सलामी ठोक रहा था। बेटी मेरे लैंड को देखती ही रह गई। उसने शायद रियल में लंड पहली बार देखा था। फिर मैं अपने खड़े लंड को अपने हाथ से आगे पीछे करके हिलाने लगा तो बेटी ये देखक्र थोड़ा डर गई। फिर मैंने उससे लंड को छूकर देखने के लिए कहा तो फिर उसने हाथ मेरे लंड की तरफ बढ़ाने लगी। उसके हाथ तब कांप रहे थे। फिर उसने अपने हाथो से मेरे लंड को पकड़ लिया और फिर छूकर देखने लगी। मैं तब फुल गर्म था तो फिर मैंने उसे लंड को हिलाने के लिए कहा तो फिर वो हिलाने लगी। मेरी बेटी अपने हाथों से मेरे लंड को हिला रही थी ये देखकर ही मेरा तो पानी निकलने के लिए तैयार हो गया।
फिर थोड़ी देर हिलाने के बाद मेरे लंड से पानी निकलने लगा जो की बेटी के बोबो और मुंह पर गिरने लगा। लेकिन तब भी बेटी मेरा लंड हिलाती रही। फिर जब मेरा लंड पूरा झड़ गया तो फिर मैंने पास पड़ी उसकी ब्रा लेकर उसके बोबो और चेहरे पर लगे मेरे पानी को पोंछ दिया और फिर मैं लेट गया। अब बेटी को लंड पकड़ने मैं मजा आने लगा था तो उसने फिर से मेरे लंड को पकड़ लिया और सहलाने लगी। फिर मैं उसकी तरफ करवट लेकर उसके बोबो के बिच अपना मुंह डालकर लेट गया तो फिर बेटी भी मेरे सिर को पकड़कर अपनी चूँचियों में घुसाने लगी। बेटी ने अपनी पैंटी उतार दी थी तो फिर मैं उसकी नंगी गांड को सहलाने लगा और फिर हम ऐसे ही सो गए।
फिर सुबह जब मैं उठा तो देखा के बेटी मेरे खड़े लंड को सहला रही थी। फिर मैंने उसके सिर को पकड़ा और फिर उसके सिर को अपने लंड की तरफ ले जाने लगा। वो समझ गई थी की के मैं क्या चाहता हूँ। फिर उसने मेरा थोड़ा सा लंड अपने मुंह में लिया तो फिर उसने एक बार तो मुंह हटा लिया लेकिन फिर मैंने जबरदस्ती अपने आधे लंड को उसके मुंह में डाल दिया। फिर वो मेरे लंड को चूसने लगी। फिर वो मेरे पुरे लंड को अपने मुंह में लेकर चूसने लगी। तभी अचानक बीवी ने दरवाजा खटखटाया और हमें उठने के लिए कहा । बीवी की आवाज सुनकर मै और बेटी थोड़ा घबरा गए। फिर मैंने बेटी से कहा के वो कह दे हम आ रहे है थोड़ी देर में। फिर बेटी ने ऐसे ही कहा। फिर बीवी चली गई तो बेटी फिर से मेरा लंड चूसने लगी और फिर मैं झड़ने लगा तो उसने मेरा लंड अपने मुंह से बाहर निकाल लिया और फिर मेरे लंड से निकलते हुए पानी को देखने लगी। मेरे लंड से पानी निकलकर वहीं बिस्तर पर गिर रहा था और बेटी एकटक मेरे लंड को ही देखे जा रही थी।
फिर मैं पूरा झड़ गया तो फिर बेटी मेरी साइड में आकर लेट गई और फिर हम एक दूसरे की तरफ देखकर मुस्कुराने लगे। फिर मैंने अपना एक हाथ बेटी की चिकनी चुत पर रखा तो बेटी गर्म होने लगी। फिर बेटी बोली के प्लीज पापा अभी नहीं मम्मी बुला रही है अभी। शाम को चाहे आप कुछ भी कर लेना। फिर मैंने भी बेटी की बात मान ली और लेकिन फिर मैं उठा और फिर बेटी की चुत पर किस करने लगा। जिससे बेटी को गुदगुदी होने लगी तो वो हंसने लगी। लेकिन मैं किस करता रहा। फिर 10 - 15 किस करने के बाद मैं अपने कपड़े पहनकर कमरे से बाहर आ गया और फिर कुछ देर बाद बेटी भी बाहर आ गई। फिर हम दोनों ने चाय पी और फिर बीवी मंदिर चली गई तो बीवी के जाने के बाद मैंने बेटी को पकड़ लिया और फिर हम बातें करने लगे।
फिर बेटी बोली के अगर मम्मी को पता चल गया तो। फिर मैं बोला के हम मम्मी को भी इसमें शामिल कर लेते है। फिर तो मैं मम्मी सामने तुम्हारे बदन की खूब सेवा करूंगा। ये सुनकर बेटी थोड़ा शर्माने लगी। फिर बेटी बोली के मम्मी इस सब के लिए मान जाएगी। फिर मैं बोला के ये तुम मुझ पर छोड़ दो। फिर इसके बाद घर में वो ही होता जो की मैं कहता। इधर मैंने बेटी से कहा के वो घर पर शार्ट कपड़े पहनना शुरू कर दे। उधर मैंने बीवी से कहा के हमारी बेटी बहुत भोली है। उसे पढ़ाई के अलावा कुछ पता ही नहीं है। फिर बीवी बोली के तो फिर हम क्या करें। फिर मैंने बीवी से बेटी के सामने चुदवाने के लिए कहा। मैंने बीवी को कहा के ये हमारी बेटी की जिंदगी के लिए बहुत जरूरी है। फिर बीवी मेरी बात मान गई।
अगले दिन संडे था तो फिर दोपहर के टाइम मैं बीवी की चुदाई करने लगा और वो भी कमरे के गेट खोलकर। उधर मैंने बेटी को भी बोल दिया था के वो छुपकर हमें देखें। मैंने बीवी को जोर जोर से सिसकारियां लेने के लिए कहा ताकि बेटी तुम्हारी सिसकारियों की आवाज सुनकर हमें देखने के लिए आ जाये। लेकिन बीवी को क्या पता था के बेटी पहले ही आ गई है। फिर मैं बीवी को घोड़ी बनाकर चुदाई करने लगा करने लगा। बीवी का मुंह दूसरी तरफ था तो बेटी कमरे के गेट पर खड़ी होकर हमें देखने लगी और साथ में ऊँगली करने लगी। बीवी की चुदाई करते करते मैंने बेटी की तरफ देखा तो वो देखकर हंसने लगी। उस दिन मैंने बीवी को लगातार 2 घंटे तक किसी रंडी की तरफ चोदा। बीवी को भी इसमें काफी मजा आया था और बेटी ने भी हमें देखकर खूब मजे लिए। फिर उस दिन के बाद बीवी भी थोड़ा खुल गई। फिर मेरे कहने पर बेटी घर पर सिर्फ ब्रा पैंटी में रहने लगी। बेटी को ब्रा पैंटी में देखकर बीवी ने भी उसे कुछ नहीं कहा।
फिर मैंने बीवी से कहा के बेटी तुम्हे चुदाई के बारे में कुछ भी पूछे तो तुम उसका जवाब दे देना। उधर मैंने बेटी से कहा के वो अपनी मम्मी से चुदाई के बारे में पूछे। मैं बेटी की चूत पर रोज रात को अपना लंड रगड़ता था लेकिन कभी अंदर नहीं डाला था। बेटी मुझे अंदर डालने के लिए कहती लेकिन मैं नहीं डालता। वो मेरा लंड लेने के लिए तड़प रही थी। फिर मैंने उससे कहा था के मैं तुम्हारी चुत में लंड तुम्हारी मम्मी के सामने ही डालूंगा। फिर ये सुनकर बेटी बोली के मतलब कभी नहीं डालोगे। फिर मैं बोला के जरूर डालूंगा और वो भी कुछ दिनों के अंदर। बेटी ने मेरे कहे अनुसार बीवी से चुदाई की बातें करने लगी और बीवी भी उसे खुलकर बताने लगी। फिर एक दिन चुदाई की बातें करते करते बेटी गर्म हो गई तो फिर वो बीवी के सामने ही ऊँगली करने लगी। बेटी को ऊँगली करते देख बीवी ने भी उसे कुछ नहीं कहा। फिर बीवी ने मुझे इसके बारे में बताया तो फिर मैंने कहा के वो बेटी से बॉयफ्रेंड बनाने के लिए कह दे। फिर बीवी ने ऐसे ही किया। उधर मैंने बेटी से कहा के अगर मम्मी तुमसे बॉयफ्रेंड बनाने के लिए कहे तो तुम कह देना के तुम्हे किसी भी पर विश्वास नहीं है और तुम्हे चुदाई करने से डर लगता है।
फिर बेटी ने ऐसे ही बीवी से कहा तो बीवी ये सुनकर बहुत डर गई। क्योंकि शादी के बाद अगर बेटी ने अपने पति को चोदने नहीं दिया तो क्या होगा। फिर बीवी ने मुझे ये सब बताया और मुझे कोई रास्ता निकालने के लिए कहा। फिर मैं बोला के मैं कुछ करता हूँ। उधर मैंने बेटी से कहकर बीवी को भी घर पर सिर्फ ब्रा पैंटी में रहने के लिए कहा तो फिर बीवी मान गई तो फिर वो दोनों मां बेटी घर पर सिर्फ ब्रा पैंटी में ही रहने लगी। उन दोनों को ऐसे देखकर मैं बहुत गर्म हो जाता तो फिर मैं बेटी के सामने ही बीवी को कमरे में ले जाकर चोदने लग जाता और फिर बेटी भी छुप छुप कर हमें देखती। बीवी ने भी कई बार बेटी को हमें चुदाई करते हुए देखा था। फिर चुदाई करते हुए मैंने बीवी से कहा के क्यों न हम बेटी को पास बैठाकर चुदाई करें। फिर उसके मन में जो भी डर होगा वो निकल जायेगा। अब बेटी बच्ची तो रही नहीं उसे सब पता है तो उसके समाने चुदाई करने में क्या शर्म है। बीवी को ये आईडिया काफी पसंद आया।
फिर अगले दिन मैं कमरे में नंगा बैठा था और बेटी और बीवी की फोटो देखकर अपना लंड सहला रहा था लेकिन तभी बीवी और बेटी कमरे में आ गई तो मैं उन्हें देखने लगा। फिर बीवी ने बेटी को बेड के एक कोने पर बैठाया और वो खुद अपनी ब्रा पैंटी खोलकर पूरी नंगी होकर मेरे पास आ गई। फिर बीवी ने बेटी से कहा के अब तुम हम दोनों को गौर से देखना। फिर बीवी ने मुझे चुदाई करने के लिए कहा। बीवी लेट गई थी और अपने पैर ऊँचे उठाकर पीछे की तरफ कर लिए थे। फिर मैं अपना लंड बीवी की चुत में डालकर अंदर बाहर करने लगा। बेटी ये देखकर मुस्कुरा रही थी। आज मेरा और बेटी का प्लान कामयाब हो गया था। फिर थोड़ी देर ऐसे करने के बाद मैं बीवी को घोड़ी बनाकर चोदने लगा। इस तरह थोड़ी देर चुदाई करने के बाद बीवी ने बेटी से कहा के तुने देखा बिलकुल भी दर्द नहीं होता है। तू डर मत। फिर बेटी बोली के नहीं मम्मी दर्द तो होगा ही। आपकी शादी को कितना टाइम हो गया है अब आपको क्यों दर्द होगा। फिर बीवी ने कहा के मुझे पहले भी दर्द नहीं होता था। लेकिन बेटी किसी तरह मानने को तैयार ही नहीं थी।
बीवी भी उसे समझाते समझाते तंग आ गई थी। फिर मैंने बीवी से कहा के ये ऐसे नहीं मानने वाली है। ये खुद करेगी तब ही इसे पता चलेगा। अगर पहली बार हमारी देखरेख में किसी से कर ले तो फिर इसे सब कुछ पता चल जायेगा। मैंने बीवी को हिंट दे दिया था। बीवी भी मेरा हिंट समझ गई थी। फिर बीवी ने बेटी से कहा के चल अपनी पैंटी उतार। फिर पहले तो बेटी ने थोड़े नखरे किये लेकिन फिर उतार दी। फिर बीवी ने मुझसे इशारे से बेटी से करने के लिए कहा। तो फिर मैं बेटी के ऊपर आ गया और फिर उसकी चुत चूसने लगा। फिर बेटी बहुत ज्यादा गर्म हो गई तो वो खुद लंड मांगने लगी। ये देखकर बीवी मेरी तरफ देखकर मुस्कुराने लगी। फिर मैंने लंड उसकी चुत के दरवाजे पर रखा और फिर एक धक्का लगाया तो लंड आधा अंदर चला गया। जिससे बेटी को बहुत मजा आया और वो पूरी कांपने लगी। फिर मैंने दूसरे झटके मैं पूरा लंड अंदर डाल दिया और फिर मैं धक्के लगाने लगा। बेटी तो लंड लेकर मस्त हो गई थी। फिर कुछ देर चुदाई के बाद बेटी झड़ गई थी और फिर मैं भी झड़ने वाला हुआ तो मैंने लंड बाहर निकाला और सारा पानी बेटी की चुत पर छोड़ दिया।
चुदाई के बाद बेटी के मुंह पर एक अलग ही ख़ुशी थी। फिर बीवी ने उसकी चुत पर लगा मेरा पानी पोंछ दिया और फिर बेटी हम दोनों के गले लगकर बोली के आप दुनिया के सबसे बेस्ट मम्मी पापा हो। फिर हम नंगे लेटकर बातें करने लगे। उस दिन के बाद हम तीनो नंगे ही रहने लगे और फिर एक साथ ही सोने लगे। फिर मैं एक साथ मिलकर उन दोनों मां बेटी की चुदाई करता। बीवी को भी पता था के बेटी की चुत को अब लंड की आदत पड़ गई है तो वो अब चुदवाये बगैर नहीं रह पायेगी। इस कारन हम दोनों जब मन करता बीवी के सामने ही चुदाई करने लगे। इस प्रकार बेटी की शादी तक मैं बेटी की चुदाई करता रहा। फिर शादी के बाद बेटी अपने पति को खूब खुश रखने लगी। फिर वो जब कभी हमारे पास आती तो मैं पहले की तरफ ही बेटी की चुदाई कर देता। इस तरफ हमारी जिंदगी काफी हंसी ख़ुशी व्यतीत होने लगी। ये हमारे घर का एक बहुत बड़ा राज है जो की अभी तक सिर्फ हम तीनो को ही पता है।
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